Hormones Test For Weight Loss: अनहेल्दी लाइफस्टाइल और खराब खानपान की आदतें वजन बढ़ाने का कारण बन सकती हैं। इसके कारण शरीर की चर्बी तेजी से बढ़ने लगती है और कई स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा भी बढ़ सकता है। वजन घटाने के लिए कई लोग लंबे समय तक डाइटिंग करते हैं या जिम और योगासन का सहारा लेते हैं। लेकिन कई बार काफी कोशिशों के बावजूद भी वजन घटाना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में शरीर में हार्मोनल असंतुलन होना इसका कारण हो सकता है। इस समस्या का पता लगाने के लिए आप कुछ हार्मोनल टेस्ट करा सकते हैं, जिसकी जानकारी हम इस लेख के माध्यम से आपको दे रहे हैं। इस विषय पर जानकारी लेने के लिए हमने बात कि सुप्राटेक रेफरेंस लेबोरेटरीज के पैथोलॉजिस्ट कंसल्टेंट डॉ.आकाश शाह से।
अगर आपको वजन कम करने में परेशानी हो रही है, तो यहां कुछ हार्मोन दिए गए हैं जिनका परीक्षण आप करा सकते हैं- Hormones Test For Weight Loss
थायराइड स्टिमुलेटिंग हार्मोन- Thyroid Stimulating Hormone
यह हार्मोन पिट्यूटरी ग्लैंड में बनता है, जो शरीर में थायराइड को नियंत्रित रखने में मदद करता है। अगर शरीर में थायराइड हार्मोन (हाइपोथायरायडिज्म) एक्टिव नहीं हैं तो यह मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है। इस कारण आपको वजन घटाने में समस्या हो सकती है।
ट्राईआयोडोथायरोनिन और थायरोक्सिन- Triiodothyronine (T3) and Thyroxine (T4)
ट्राईआयोडोथायरोनिन और थायरोक्सिन दोनों की थायराइड हार्मोन हैं जो मेटाबॉलिज्म को बैलेंस करने में मदद कर सकते हैं। लेकिन शरीर में टी3 और टी4 हार्मोन लेवल कम होने के कारण थायराइड ग्लैंड में समस्या हो सकती है, जो हार्मोन लेवल बदलने का कारण भी बन सकता है।
इंसुलिन- Insulin
शरीर में ब्लड शुगर लेवल को बैलेंस रखने के लिए इंसुलिन सबसे आवश्यक हार्मोन है। अगर इंसुलिन लेवल में उतार-चढ़ाव ज्यादा आता है, तो इससे वजन घटाने में समस्या आ सकती है। इसके साथ ही यह वजन बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
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कोर्टिसोल- Cortisol Hormone
ज्यादा तनाव लेने के कारण भी आपका वजन बढ़ सकता है। दरअसल, हमारे शरीर में कोर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन होता है, जो ज्यादा तनाव लेने से बढ़ता है। इसकी अधिकता होने से वजन कंट्रोल करना काफी मुश्किल हो सकता है। इसलिए वजन घटाने के लिए कोर्टिसोल लेवल चेक करवाना जरूरी होता है।
लेप्टिन हार्मोन- Leptin hormone
लेप्टिन एक प्रोटीन हार्मोन है जो शरीर के फैट्स सेल्स में बनता है। यह शरीर में मेटाबॉलिज्म बनाए रखने के साथ भूख कंट्रोल करने में भी सहायक है। अगर शरीर में फैट्स सेल्स की मात्रा बढ़ती है, तो इससे लेप्टिन हार्मोन में उतार-चढ़ाव आता है। इस कारण वजन घटाने में परेशानी हो सकती है।
घ्रेलिन हार्मोन- Ghrelin Hormone
घ्रेलिन हार्मोन को "हंगर हार्मोन" के रूप में भी जाना जाता है। शरीर में इस हार्मोन के असंतुलित होने पर भूख बढ़ सकती है। वहीं घ्रेलिन हार्मोन में असंतुलन होने से हमारे ईटिंग पैटर्न पर भी असर पड़ सकता है।
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एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन - Estrogen and Testosterone
एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन दोनों सेक्स हार्मोन हैं जिनमें उतार-चढ़ाव आने के कारण बॉडी पोस्चर भी खराब हो सकता है। वहीं इन हार्मोन में असंतुलन आने से वजन घटाने में भी समस्या आ सकती है।
पेप्टाइड हार्मोन YY (PYY)
खाना खाने के बाद शरीर में एक हार्मोन प्रड्यूस होता है, जिसे पेप्टाइड हार्मोन कहा जाता है। अगर शरीर में पेप्टाइड हार्मोन बैलेंस रहता है, तो इससे आपको बहुत जल्दी भूख नहीं लगती है। लेकिन अगर पेप्टाइड के स्तर में उतार-चढ़ाव आ रहा है, तो यह वजन बढ़ने का कारण भी बन सकता है।
हार्मोन टेस्ट कराना सिर्फ एक तरीका है, जिसके जरिए समस्या का पता लगाया जा सकता है। इस लेख में सामान्य जानकारी दी गई है, इस बारे में ज्यादा जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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