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नवजात शिशु को कई दिन तक पॉटी न हो, तो अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय, जल्द मिलेगा आराम

Home Remedies For Infants To Poop For Relief From In Hindi: नवजात शिशु को कई दिनों तक पॉटी न आए, तो उसे कब्ज, ब्लोटिंग और पेट दर्द जैसी समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि उसे हाइड्रेट रखें। जानें, अन्य उपायों के बारे में-
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नवजात शिशु को कई दिन तक पॉटी न हो, तो अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय, जल्द मिलेगा आराम


Infant Poop Problems In Hindi: नवजात शिशुओं में कब्ज एक सामान्य समस्या होती है। लेकिन, अगर नवजात शिशु कई-कई दिनों तक पॉटी नहीं करता है, तो इसकी वजह से उनके लिए कई तरह की परेशानियां खड़ी हो जाती हैं। जैसे पेट में गैस बनने लगती है, ब्लोटिंग होने लगती है और पेट में दर्द होने जैसी कई समस्याएं हो जाती हैं। ये सभी ऐसी स्वास्थ्य समस्याएं हैं, जो शिशु को अहसज बना सकती है। ऐसे में शिशु घंटे रोत रहते हैं। ऐसा आपके बच्चे के साथ न हो, इसके लिए आवश्यक है कि आपको पता हो कि आखिर नवजात शिशु को कई दिनों तक पॉटी न हो, तो इस स्थिति में क्या किया जा सकता है? पैरेंट्स को चाहिए कि इस संबंध में यहां बताए गए घरेलू उपाय अपनाएं। इससे शिशु को जल्द मिलेगा आराम। इस बारे में हमने नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम से बात की।

नवजात शिशु को पॉटी न होने पर अपनाएं ये घरेलू उपाय- Home Remedies For Infants To Poop For Relief From In Hindi

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1. अपनी डाइट में सुधार करें

आमतौर पर नवजात शिशु ब्रेस्टफीड पर ही निर्भर रहते हैं। अगर आप शिशु छह माह से कम उम्र का है, तो ऐसे में जरूरी है कि महिलाएं अपनी डाइट में सुधार करें। ऐसी चीजों का सेवन न करें, जिससे कब्ज या गैस बनने की दिक्कत हो सकती है। इसमें छोले आदि शामिल हैं। वहीं, ऐसी चीजों का सेवन अधिक मात्रा में करें, जिसमें फाइबर अधिक होता है। फाइबर का सेवन करने से कब्ज भी ठीक होती है। आपके द्वारा फाइबर का सेवन अधिक करने से स्तनपान के जरिए शिशु भी हेल्दी और पोषक तत्वों का सेवन करेगा। ऐसे में उसकी मल त्याग प्रक्रिया सामान्य हो सकेगी।

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2. शिशु के पेट की मसाज करें

जब शिशु कई दिनों तक पॉटी न करे, तो यह सही संकेत नहीं है। इससे पेट में दर्द और ब्लोटिंग की समस्या बढ़ सकती है। इसके अलावा, जिस भी दिन शिशु मल त्याग करता है, वह उसके लिए कष्टदायी हो सकता है। ऐसी स्थिति में आप उसके पेट की मसाज करें। हल्के हाथों से पेट के निचले हिस्से की मसाज करने से पेट पर दबाव बनता है, जिससे शिशु को आराम मिलता है। आप मालिश करने के लिए नारियल तेल का उपयोग करें। नाभि में जरा सा नारियल तेल लगाकर मालिश करने से गैस पास होती है और पॉटी भी आसानी से निकल जाती है।

3. फ्रूट जूस पिएं

नवजात शिशु को कई दिनों तक पॉटी न होने पर मां को चाहिए कि वे फ्रूट जूस पिएं। विशेषज्ञों की मानें, तो छोटे शिशुओं को भी एक या दो चम्मच फ्रूट जूस दिया जा सकता है। हालांकि, ज्यादा मात्रा में फ्रूट जूस पिलाना सही नहीं होगा। खैर, फ्रूट जूस में सोर्बिटोल पाया जाता है। यह एक तरह का शुगर अल्कोहॉल होता है, जो कि कई फलों के जूस में पाया जाता है। यह नेचुरल लैक्सेटिव की तरह काम करता है। इसका सेवन करने से शिशु की मल त्याग प्रक्रिया सामान्य हो जाती है।

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4. ज्यादा बार ब्रेस्टफीड करवाएं

शिशु जितना ज्यादा मां का दूध पिएगा, उसकी कब्ज या पॉटी की शिकायत उतनी कम होगी। विशेषज्ञों के अनुसार मां के दूध में पानी की मात्रा काफी होती है। इससे बॉडी हाइड्रेट रहती है। शिशु को जितनी बार दूध पिलाया जाएगा, उसके लिए मल त्याग करना उतना ही आसान हो जाएगा। इससे कब्ज की दिक्कत भी कम होती है। साथ ही, ब्लोटिंग और गैस बनने की समस्या से भी राहत मिलती है

5. गुनगुने पानी से नहलाएं

कई दिनों तक पॉटी न करने के कारण शिशु के पेट में दर्द होने लगता है। इससे बच्चा असहज होता है और रोता रहता है। इस तरह की स्थिति से निपटने के लिए आवश्यक है कि आप शिशु को गुनगुने पानी से नहलाएं। ऐसा करने से शिशु रिलैक्स फील करता है। उसकी एब्डोमिनल मसल्स भी रिलैक्स होती हैं और मल त्याग प्रक्रिया आसान हो जाती है। यही नहीं, गुनगुने पानी से नहलाने के बाद शिशु को नींद भी अच्छी आती है। यह बच्चे की ओवर ऑल हेल्थ के लिए भी लाभकारी है।

All Image Credit: Freepik

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