हृदय या दिल हमारे शरीर का एक अहम अंग है। सेहतमंद रहने के लिए हृदय का स्वस्थ रहना भी बेहद जरूरी है। हृदय हमारे संपूर्ण शरीर में रक्त पहुंचाने का कार्य करता है और ऊतकाें तक ऑक्सीजन, पाेषक तत्व पहुंचाता है। अगर इसमें थाेड़ी-सी भी समस्या हाेती है, ताे स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है। देश में कम उम्र में ही लाेग हार्ट अटैक और हृदय से जुड़े कई अन्य राेगाें के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इन्हीं में से एक है-दिल में छेद। दिल में छेद हृदय का एक गंभीर राेग है। इस स्थिति में पीड़ित व्यक्ति काे कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। दिल में छेद की समस्या अधिकतर बच्चाें में जन्मजात ही हाेती है। ऐसे में इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, क्याेंकि यह बढ़े हाेकर जानलेवा भी हाे सकता है।
जिन बच्चाें के दिल में छेद हाेता है, उनमें कई ऐसे लक्षण नजर आते हैं, जिससे पता लगाया जा सकता है कि बच्चे के दिल में छेद है। फेफड़ाें में इंफेक्शन भी दिल में छेद का एक संकेत हाे सकता है। दिल में छेद के लक्षणाें काे आप बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। डॉक्टर रमन कुमार से जानते हैं बच्चाें में दिल में छेद के लक्षण-
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बच्चाें में दिल में छेद के लक्षण (Hole in Heart Symptoms in Children)
बच्चे के दिल में छेद एक गंभीर समस्या है। इसे मेडिकल एमरजेंसी माना जाता है। यह बीमारी कुछ बच्चाें में जन्मजात ही हाेती है, लेकिन कई बार इसके लक्षण दिखने में समय लग जाता है। हृदय में छेद यानी हृदय के ऊपरी दाे कक्षाें के बीच की दीवार में छेद हाेना हाेता है। इस स्थिति में रक्त एक चैंबर से दूसरे में लीक हाेने लगता है। हृदय में छेद हृदय कार्याें काे प्रभावित करता है। दिल में छेद हाेने पर कई लक्षण नजर आते हैं। इनमें फेफड़ाें में इंफेक्शन भी शामिल है। जानें दिल में छेद के लक्षण-
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1. लंग्स में इंफेक्शन हाेना (Lung Infection)
अगर आपके बच्चे के लंग्स या फेफड़ाें में बार-बार इंफेक्शन या संक्रमण हाे, ताे इस लक्षण काे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें। बार-बार लंग्स में इंफेक्शन दिल में छेद का लक्षण हाे सकता है। जन्मजात हृदय में छेद हाेने पर अकसर बच्चाें में यह लक्षण नजर आता है।
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2. बच्चाें में नीलापन
नीलापन भी हृदय में छेद (Hole in Heart) हाेने का एक लक्षण हाे सकता है। अकसर हम सभी इस लक्षण काे सामान्य समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन कभी-कभी यह समस्या काे गंभीर राेग का कारण भी हाे सकता है। मुंह, कानाें, नाखूनाें और हाेंठाें में नीलापन दिखने पर इसे बिल्कुल भी नजरअंदाज न करे। अस्वच्छ नीला रक्त, स्वस्थ रक्त में मिलकर पूरे शरीर में प्रवाहित हाेने लगता है, जिससे राेग गंभीर रूप ले लेता है। ऐसे में आपकाे सतर्क रहने की जरूरत हाेती है।
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3. थकान लगना (Feeling Tired)
अगर आपका बच्चा बहुत जल्दी थक जाता है, ताे आपकाे इस लक्षण काे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। क्याेंकि कई बार यह लक्षण दिल में छेद हाेने वाले बच्चाें में भी देखने काे मिलता है। अगर एक्सरसाइज करते हुए, काेई शारीरिक गतिविधि करते हुए बच्चे की सांसे तेज हाे जाती है या बच्चा थक जाता है, ताे इस स्थिति काे इग्नाेर बिल्कुल न करें।
4. श्वसन तंत्र से संबंधी समस्याएं (Respiratory Problems)
जिन बच्चाें के दिल में छेद हाेता है, उनमें श्वसन तंत्र से जुड़ी समस्याएं अधिक देखने काे मिलती है। ऐसे बच्चाें काे सांस लेने में कठिनाई, तेजी से सांस लेना, सांस लेते समय आवाज आना, धड़कने तेज हाेना आदि शामिल हैं। इसलिए अगर आपके बच्चे में ये लक्षण दिखे, ताे तुरंत अलर्ट हाे जाएं।
इनके अलावा बच्चाें काे अधिक ठंड लगना (गर्मी के मौसम में भी), दूध पीने में दिक्कत महसूस करना, अचानक पसीना आना और बहुत धीमी गति से वजन बढ़ना भी दिल में छेद के लक्षण हाे सकते हैं।
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ऊपर बताए गए सभी लक्षण अधिकतर उन बच्चाें में देखने काे मिलते हैं, जिनके दिल में छेद हाेता है। इसलिए अगर आपके बच्चे में इनमें से काेई भी लक्षण नजर आए, ताे तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
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