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डेस्क जॉब बन सकता है इंफ्लेमेशन का कारण, एक्सपर्ट से जानें इसे दूर करने के लिए खास रूटीन

अगर आपके लिए भी डेस्क जॉब के साथ इंफ्लेमेशन कम करना मुश्किल हो रहा है, तो एक्सपर्ट के बताए इस रूटीन को जरूर फॉलो करें।
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डेस्क जॉब बन सकता है इंफ्लेमेशन का कारण, एक्सपर्ट से जानें इसे दूर करने के लिए खास रूटीन


Healthy Routine To Reduce Inflammation: बॉडी में इंफ्लेमेशन होना अब आम समस्या बन चुकी है। आपको अपने आसपास ऐसे लोग जरूर मिल जाएंगे जिन्हें इंफ्लेमेशन की समस्या है। इसके कारण वजन बढ़ने लगता है, थकावट और कमजोरी ज्यादा रहती है। कुछ लोगों को इंफ्लेमेशन के कारण बॉडी क्रैम्प्स भी रहते हैं। यह लाइफस्टाइल से जुड़ी समस्या है, जो कुछ खराब आदतों के कारण हो सकती है। प्रोसेस्ड, जंक फूड्स ज्यादा खाने से बॉडी में इंफ्लेमेशन हो सकती है। इसके अलावा, ज्यादा स्ट्रेस लेने या कोई एक्सरसाइज की आदत न होना भी इंफ्लेमेशन की वजह बन सकता है। आजकल के बिजी लाइफस्टाइल के कारण लोग दिनभर डेस्क पर बैठे रहते हैं। इसके कारण हार्मोनल इंबैलेंस और इंफ्लेमेशन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में कोई रूटीन फॉलो करने की जरूर होती है, जिससे इंफ्लेमेशन को कम किया जा सकता है। इंफ्लेमेशन कम करने के लिए डेस्क जॉब के साथ क्या रूटीन फॉलो करना चाहिए। इस बारे में जानकारी लेने के लिए हमने नोएडा के मानस हॉस्पिटल और डाइट मंत्रा क्लीनिक की डायटिशियन कामिनी सिन्हा से बात की। आइए लेख में एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में।

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डेस्क जॉब के साथ इंफ्लेमेशन कम करने के लिए अपनाएं ये खास रूटीन- Healthy Routine To Reduce Inflammation With Desk Job

सुबह उठते ही एक्सरसाइज करें

इंफ्लेमेशन कम करने के लिए बॉडी एक्टिव होना जरूरी है। इसलिए सुबह उठकर सबसे पहले एक्सरसाइज करने की आदत जरूर बनाएं। अगर आपके लिए रोज हार्ड वर्कआउट करना संभव नहीं है, तो आप लाइट वर्कआउट भी कर सकते हैं। इससे आपको एक्टिव रहने और वेट मेंटेन रखने में भी मदद मिलेगी।

नाश्ते में प्रोटीन लें

अपने पहले मील में प्रोटीन जरूर लें। इंफ्लेमेशन के कारण बॉडी वेट बढ़ जाता है। इसे कम करने के लिए डाइट में प्रोटीन एड करना बहुत जरूरी है। इसलिए अपने प्रोटीन इनटेक का खास ध्यान रखें। खासकर नाश्ते में प्रोटीन जरूर एड करें। इससे आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी और आपका कैलोरी इनटेक भी कम होगा।

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डिटॉक्स वाटर पिएं

अपनी डेली डाइट में डिटॉक्स वाटर शामिल करें। इससे शरीर से टॉक्सिन्स निकल जाएंगे और इंफ्लेमेशन भी कम होगी। आप कोई भी सीजनल फ्रूट और वेजिटेबल के साथ डिटॉक्स वाटर बना सकते हैं। इसके अलावा चुकंदर, गाजर, नींबू और कच्ची हल्दी भी डिटॉक्स वाटर में जरूर शामिल करें। इनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो बॉडी में इंफ्लेमेशन कम करने में मदद करते हैं।

डाइट को बैलेंस्ड रखें

अपनी डाइट में ग्लूटन और कार्ब्स कम करें। क्योंकि इनके सेवन से इंफ्लेमेशन बढ़ सकती है। इसके बजाय कॉम्प्लेक्स कार्ब्स, फाइबर और हेल्दी फैट्स डाइट में शामिल करें। अपनी डेली डाइट में दालचीनी, हल्दी और अदरक जरूर शामिल करें। इनमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण बॉडी में इंफ्लेमेशन कम करते हैं।

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टाइम पर मील लें

अगर आप मील समय पर नहीं लेते हैं, तो इससे बॉडी इंफ्लेमेशन कम नहीं होगी। इसलिए अपने हर मील का समय पहले से फिक्स रखें। इससे आपको थकावट और कमजोरी भी नहीं होगी। साथ ही, आपके लिए खाने को पचाना भी आसान होगा।

एक्सपर्ट का बताया ये रूटीन बिजी लाइफस्टाइल के साथ भी फॉलो किया जा सकता है। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो इसे शेयर करना न भूलें।

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