याद है न बचपन के दिन जब मां टिफिन में पूड़ी-सब्जी देती थीं, खाने की खुशबू पूरी क्लॉस में फैल जाती थी। चाहे स्कूल का लंच ब्रेक हो या ट्रेन की सैर, टिफिन में पूड़ी-सब्जी खाकर दिल और पेट दोनों को शांति मिल जाती थी। वो स्वाद आज भी नहीं भूल पाती हूं। सच कहूं, तो मां के हाथ की पूड़ी-सब्जी मैं आज भी ऑफिस लेकर जाती हूं। एक दिन बातों ही बातों में मैंने अपनी डायटीशियन को बताया कि मैं लंच में पूड़ी-सब्जी लेकर आई हूं, तो उन्होंने बताया कि यह खाने में, तो स्वादिष्ट लगती है लेकिन इससे तुम्हारी सेहत बिगड़ सकती है। अगर आप भी अक्सर टिफिन में पूड़ी-सब्जी खाते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। इस लेख में हम जानेंगे टिफिन में पूड़ी-सब्जी खाने के नुकसान। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित न्यूट्रिवाइज क्लीनिक की न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा से बात की।
आखिर लोगों को क्यों पसंद होती है पूड़ी-सब्जी?- Why People Enjoy Eating Puri Sabzi
चीन की शिन्हुआ एजेंसी की वेबसाइट पर प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि फैट और कार्बोहाइड्रेट दोनों से भरपूर चीजें, दिमाग में डोपामाइन (dopamine) रिलीज कराता है और इन खाद्य पदार्थों को खाने से ज्यादा सुखद अनुभव होता है जिससे लोग इसे ज्यादा खाना पसंद करते हैं।
पूड़ी-सब्जी में कितनी कैलोरी होती हैं?- Calorie in Puri Sabzi
- न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा ने बताया कि टिफिन में अगर आप 3 पूड़ी और करीब 1 कटोरी आलू की सब्जी खाते हैं, तो शरीर में 362 से 400 कैलोरी जा सकती हैं।
- इसमें फैट की मात्रा करीब 13 ग्राम और कार्ब्स की मात्रा करीब 54 ग्राम होगी।
- वहीं 1 पूड़ी में करीब 150 से 200 कैलोरी हो सकती हैं।
- लोकसभा दस्तावेज और डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में खाने-पीने की चीजों में मौजूद ट्रांस फैट को ज्यादा मात्रा में लेने से हार्ट की बीमारियों से होने वाली मौतें बढ़ रही हैं।
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टिफिन में पूड़ी-सब्जी खाने के नुकसान- Puri Sabzi Khane Ke Nuksan
- अक्सर पूड़ी-सब्जी का सेवन करने से शरीर में कैलोरी बढ़ सकती है जिससे वजन भी तेजी से बढ़ता है।
- रिफाइंड आटे से बनी पूड़ी का ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है। फ्रंटियर्स के 2025 एक शोध के मुताबिक, जिन चीजों का जीआई ज्यादा होता है,उसे खाकर ब्लड शुगर लेवल तेजी से बढ़ता है।
- पूड़ी ऑयली होती है इसलिए उसे पचाने में समय लगता है जिससे पेट में एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है।
- पूड़ी ऑयली खाकर भले ही पेट भर जाता हो, लेकिन इसमें फाइबर, विटामिन्स और मिनरल्स की कमी होती है और इस वजह से यह टिफिन के लिए एक हेल्दी विकल्प नहीं है।
- न्यूट्रिशनिस्ट नेहा सिन्हा बताती हैं कि पूड़ी-सब्जी का ज्यादा सेवन करने से मेटाबॉलिक डिसऑर्डर हो सकते हैं, अगर आप पूड़ी-सब्जी सब्जी खाने के ज्यादा शौकीन हैं, तो पोर्शन कंट्रोल पर फोकस करें।
- पूड़ी को तलने के लिए बार-बार इस्तेमाल किए गए ऑयल का यूज होता है, इससे ट्रांस फैट बढ़ जाता है। ट्रांस फैट बढ़ने से कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और हार्ट की बीमारियों का खतरा भी बढ़ने लगता है।
- हम बच्चों को टिफिन में पूड़ी-सब्जी दे, तो देते हैं लेकिन इसे खाकर सुस्ती और थकान महसूस होती है, क्योंकि यह मील तेल और मसालों के साथ बनता है जो खाने को भारी बना देता है और इसे खाकर थकान महसूस होती है।
निष्कर्ष:
टिफिन में अक्सर पूड़ी-सब्जी खाते हैं, तो इससे आपकी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। पूड़ी-सब्जी खाने से वजन बढ़ता है, शुगर लेवल भी बढ़ता है, एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है साथ ही पाचन क्रिया बिगड़ सकती है। कभी-कभी इसे खा सकते हैं, लेकिन आए दिन इसे टिफिन मील समझकर न खाएं।
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FAQ
पूड़ी खाने के क्या नुकसान हैं?
पूड़ी में ट्रांस फैट की मात्रा ज्यादा होती है, इसलिए इसे खाने से वजन बढ़ सकता है, शुगर लेवल भी प्रभावित होता है और इसे नियमित खाने से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ सकती है।ज्यादा तीखा खाने से कौन सी बीमारी होती है?
ज्यादा तीखी चीजों को खाना, डाइजेशन के लिए अच्छा नहीं होता। इससे आपको गैस्ट्राइटिस, अल्सर, एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं हो सकती हैं।ज्यादा तेल खाने के बाद क्या करना चाहिए?
अगर आपने ज्यादा ऑयली खाना खा लिया है, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, वॉक करें, डाइट में फाइबर रिच फूड्स का ज्यादा सेवन करें और शारीरिक रूप से एक्टिव रहें।