Glass vs Plastic Lunch Box Which One is Healthy in Hindi: स्कूल, कॉलेज और ऑफिस जाने वाले लोग रोजाना अपने साथ लंच बॉक्स लेकर जाते हैं। कुछ लोग प्लास्टिक में खाना लेकर जाते हैं तो कुछ कांच और स्टील के बर्तनों में लंच करना पसंद करते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो फॉइल पेपर या अखबार में खाना लपेटकर ले जाते हैं। प्लास्टिक में खाना रखना आमतौर पर सुरक्षित नहीं माना जाता है। क्योंकि प्लास्टिक को बनाने में इस्तेमाल होने वाली सामाग्री सेहत के लिए सुरक्षित नहीं होती है।
इससे स्वास्थ्य को कई गंभीर नुकसान हो सकते हैं। बल्कि, गर्मियों के मौसम में तो प्लास्टिक के लंच में खाना रखने से कई बार दुर्गंध भी आने लगती है। और तो और प्लास्टिक के लंच में खाना (Side Effects of Eating in plastic Lunch Box in Hindi) खाने से कई बार खाने का स्वाद भी प्रभावित हो जाता है। क्या आप भी कांच और प्लास्टिक के लंच में खाना रखते हैं? अगर हां, तो इस लेख को जरूर पढ़ें। हालांकि, कुछ लोग इस बात को लेकर उलझन में रहते हैं। आइए दिल्ली के अग्रवाल होम्योपैथी क्लीनिक के डॉ. पंकज अग्रवाल से जानते हैं कांच या प्लास्टिक? कौन सा लंच बॉक्स सेहत के लिए अच्छा होता है। (Which is Better Glass or Plastic Lunch Box in Hindi)
कांच या प्लास्टिक? कौन सा लंच बॉक्स सेहत के लिए अच्छा होता है
डॉक्टर के मुताबिक कांच और प्लास्टिक के लंच बॉक्स में से कांच का लंच बॉक्स सेहत के लिए ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। वहीं, प्लास्टिक के लंच में खाना लेकर जाना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक (Side Effects of Eating in Plastic Lunch Box in Hindi) होता है। दरअसल, प्लास्टिक में Bisphenol A (BPA) कैमिकल पाए जाते हैं, जिसे प्लास्टिक को बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
जब आप प्लास्टिक में गर्म खाना रखते हैं या खाने को माइक्रोवेव करते हैं तो इससे प्लास्टिक में मिलने वाले Bisphenol A (BPA) कैमिकल खाने में भी घुल जाते हैं। इससे आप द्वारा खाए जाने वाला खाना आपकी शरीर में भी प्रवेश कर सकता है।
कांच का लंच सेहत के लिए है ज्यादा सुरक्षित
कांच में किसी भी प्रकार के कैमिकल नहीं पाए जाते हैं, जो सेहत को नुकसान पहुंचा सके। कांच के बर्तन या लंच में खाना गर्म करने से सेहत को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होता है और न ही इसके कैमिकल खाने में घुलते हैं। इसके साथ ही कांच के लंच में किसी तरह की बदबू भी नहीं आती है।
कांच के लंच बॉक्स में खाना खाने से खाना सुरक्षित (Is it Safe to Eat in Glass Lunch Box in Hindi) और ताजा रहता है। तो अगर आप भी प्लास्टिक के लंच बॉक्स में खाने के शौकीन हैं तो ऐसे में अपनी आदत को बदलें और कांच के लंच बॉक्स में खाना खाएं। आपको केवल इस बात का ध्यान रखना होगा कि कांच का बॉक्स कहीं से भी न टूटे ताकि उसके कण आपकी शरीर तक न पहुंच सकें।
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प्लास्टिक के लंच बॉक्स में खाना खाने के नुकसान
- प्लास्टिक के लंच बॉक्स में खाना खाना स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक होता है।
- प्लास्टिक के लंच बॉक्स में खाने से पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। इससे पेट में दर्द और सूजन हो सकती है।
- प्लास्टिक में मिलने वाले कैमिकल कई मामलों में कैंसर का भी जोखिम बढ़ा सकते हैं।
- इस आदत को फॉलो करने से शरीर में हार्मोनल इंबैलेंस (Side Effects of Plastic Lunch Box) होने की भी समस्या हो सकती है।
- प्लास्टिक के बर्तन में खाना खाने से आपकी मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया धीमी पड़ सकती है।
- इससे आपके एंडोक्रीन सिस्टम पर भी असर पड़ सकता है।
- इससे शरीर में बैक्टीरिया की ग्रोथ हो सकती है, जिससे आप इंफेक्शन की चपेट में भी आ सकते हैं।
FAQ
प्लास्टिक कंटेनर में खाना क्यों नहीं रखना चाहिए?
प्लास्टिक कंटेनर में खाना रखना सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है। प्लास्टिक के डब्बों या लंच बॉक्स में खाना रखने से इसमें कैमिकल निकलते हैं, जो सेहत को प्रभावित कर सकते हैं।क्या कांच के बर्तनों में खाना चाहिए?
जी हां, कांच के बर्तनों में खाना खाना प्लास्टिक के लंच से ज्यादा सुरक्षित माना जाता है। इसे खाने से कांच के लंच बॉक्स में किसी तरह के कैमिकल रिलीज नहीं होते हैं।प्लास्टिक में खाने से कौन सी बीमारी होती है?
प्लास्टिक के लंच बॉक्स में खाने से आपको पेट से जुड़ी समस्याएं होने के साथ ही साथ कुछ मामलों में कैंसर तक का जोखिम भी हो सकता है।