आजकल की तेज रफ्तार जिंदगी और बदलते वर्किंग कल्चर ने हमारी दिनचर्या को पूरी तरह बदल दिया है। देर रात तक काम करना, स्क्रीन पर देर तक लगे रहना और फिर सुबह देर से उठना एक आम बात हो गई है। इस भागदौड़ में अक्सर सबसे पहला जो काम छूटता है, वह है नाश्ता। लोग या तो नाश्ता करना भूल जाते हैं या फिर समय की कमी के चलते उसे टाल देते हैं, लेकिन आयुर्वेद और मॉडर्न साइंस दोनों ही इस बात पर जोर देते हैं कि दिन की शुरुआत एक पौष्टिक नाश्ते से होनी चाहिए। नाश्ता न केवल शरीर को दिनभर की एनर्जी देता है, बल्कि मेटाबॉलिज्म को भी एक्टिव करता है और मानसिक फोकस बढ़ाता है।
ऐसे में सवाल उठता है कि जब समय कम हो, तो ऐसा क्या खाया जाए जो झटपट तैयार हो जाए और साथ ही सेहत के लिए भी फायदेमंद हो? इस सवाल का सरल लेकिन प्रभावशाली उत्तर है लइया और चना। लइया यानी मुरमुरा और भुना चना दोनों ही सस्ते, आसानी से उपलब्ध और पोषण से भरपूर विकल्प हैं। इन्हें बिना किसी झंझट के खाया जा सकता है और ये पचने में भी हल्के होते हैं। खास बात ये है कि इन दोनों में फाइबर, प्रोटीन और जरूरी मिनरल्स अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो दिन की शुरुआत के लिए उपयुक्त हैं। इस लेख में हम दिल्ली के एसेंट्रिक डाइट्स क्लीनिक की डाइटिशियन शिवाली गुप्ता (Shivali Gupta, Dietitian, Eccentric Diets Clinic) से जानेंगे कि अगर आप सुबह के नाश्ते में लइया और चना को शामिल करते हैं, तो इससे आपकी सेहत को क्या-क्या फायदे हो सकते हैं।
नाश्ते में लइया-चना खाने के क्या फायदे हैं? - Benefits Of Eating Laiya And Chana In Breakfast
1. शरीर को मिले एनर्जी
लइया यानी मुरमुरा कार्बोहाइड्रेट्स का अच्छा सोर्स होता है, जबकि चना प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है। जब आप सुबह नाश्ते में इन दोनों का सेवन करते हैं तो यह शरीर को पर्याप्त एनर्जी देता है, जिससे दिनभर थकान महसूस नहीं होती। यह नाश्ता खासकर उन लोगों के लिए फायदेमंद है जो शारीरिक मेहनत का काम करते हैं या सुबह की शुरुआत फुर्ती (nashte mai lai chana khane ke fayde) से करना चाहते हैं।
इसे भी पढ़ें: एक्सरसाइज के बाद काले चने खाने से शरीर को मिलते हैं ये 7 फायदे, एक्सपर्ट से जानें सेवन का सही तरीका
2. वजन घटाने में सहायक
अगर आप वजन कम करने की कोशिश कर रहे हैं तो लइया-चना का नाश्ता आपकी मदद कर सकता है। चना में मौजूद फाइबर पाचन को सुधारता है और लंबे समय तक पेट भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे अनावश्यक बार-बार खाने की आदत कम होती है। वहीं लइया लो-कैलोरी फूड है, जो बिना ज्यादा फैट बढ़ाए पेट (nashte mein lai chana khane se kya hoga) भर देता है।
इसे भी पढ़ें: डिलीवरी के बाद लटकते पेट से बचने के लिए क्या करें? एक्सपर्ट से जानें
3. पाचन तंत्र को रखे दुरुस्त
लइया और दोनों ही पचने में हल्के होते हैं। चना में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह का फाइबर पाया जाता है जो कब्ज, एसिडिटी और गैस की समस्याओं को दूर करता है। सुबह के समय जब पाचन क्रिया धीमी होती है, तब यह नाश्ता उसे धीरे-धीरे एक्टिव करने में मदद करता है।
4. डायबिटीज रोगियों के लिए फायदेमंद
भुना हुआ चना लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाला होता है, यानी यह धीरे-धीरे शुगर रिलीज करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल रहता है। लइया भी प्रोसेस्ड जरूर है, लेकिन खाली पेट खाने के बजाय चने के साथ लेने पर यह ब्लड शुगर को तेजी से नहीं बढ़ाता। इसलिए यह संयोजन डायबिटीज रोगियों के लिए एक संतुलित नाश्ता माना जा सकता है, बशर्ते सेवन की मात्रा सीमित रखी जाए।
5. हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूती
चना प्रोटीन का बेहतरीन सोर्स है। नियमित रूप से इसका सेवन मांसपेशियों के विकास में मदद करता है। इसमें आयरन, कैल्शियम और फॉस्फोरस जैसे पोषक तत्व भी होते हैं जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं। बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों को यह देसी नाश्ता नियमित रूप से देना हड्डियों की सेहत के लिए लाभकारी साबित हो सकता है।
निष्कर्ष
लइया-चना एक सरल, सस्ता और पौष्टिक नाश्ता है जो हर आयु वर्ग के लोगों के लिए फायदेमंद है। जहां आजकल लोग ब्रांडेड सीरियल और प्रोटीन बार्स की ओर आकर्षित होते हैं, वहीं यह देसी नाश्ता बिना किसी प्रोसेसिंग, केमिकल्स या प्रिजर्वेटिव के आपके स्वास्थ्य की रक्षा करता है।
All Images Credit- Freepik
FAQ
मुरमुरा खाने से क्या फायदा होता है?
मुरमुरा, जिसे लइया भी कहा जाता है, हल्का, सुपाच्य और एनर्जी देने वाला फूड है। इसमें कम कैलोरी होती है, इसलिए यह वजन कंट्रोल करने वालों के लिए अच्छा विकल्प है। मुरमुरा पाचन को दुरुस्त रखने और शरीर में एनर्जी बनाए रखने में मदद करते हैं। यह गैस, अपच या भारीपन जैसी समस्याओं में लाभकारी होता है।चना खाने के फायदे क्या है?
चना, विशेष रूप से भुना हुआ चना, प्रोटीन, फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होता है। यह न केवल मांसपेशियों को मजबूत करता है बल्कि पाचन को भी दुरुस्त रखता है। चना खाने से लंबे समय तक भूख नहीं लगती, जिससे ओवरईटिंग से बचाव होता है और वजन कंट्रोल रहता है। यह ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में भी सहायक है, इसलिए डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है।चना कैसे खाना चाहिए?
चना खाने के कई तरीके हैं, लेकिन सबसे पौष्टिक और आसान तरीका है भुना हुआ चना। इसे सुबह खाली पेट या नाश्ते में खाया जा सकता है। चाहें तो इसे गुड़ के साथ मिलाकर खाएं, जिससे आयरन और एनर्जी दोनों मिलते हैं। अंकुरित चना भी बेहद फायदेमंद होता है, जो शरीर की इम्यूनिटी बढ़ाता है। रात में काले चने भिगोकर सुबह उन्हें हल्का उबालकर या सलाद की तरह सेवन किया जा सकता है।