Health Conditions Where Women Cannot Conceive Through IUI Treatment: इन दिनों जीवनशैली, देरी से शादी, शादी के बाद मानसिक तनाव और कम उम्र में पीरियड्स संबंधी परेशानियों की वजह से महिलाओं को गर्भधारण करने में परेशानी हो रही है। जो महिलाएं प्राकृतिक तरीके से गर्भधारण नहीं कर पाती हैं वह आयईयूआई, आईवीएफ जैसे ऑप्शन अपनाती हैं। जो महिलाएं कम परेशानी और दर्द के साथ गर्भधारण करना चाहती हैं वह आईयूआई का विकल्प चुनती हैं, लेकिन इसके बावजूद वह गर्भधारण करने में फेल हो जाती हैं। कई बार आईयूआई करवाने के बावजूद जब महिलाएं गर्भधारण नहीं कर पाती हैं, तो मायूस हो जाती हैं और समझ नहीं पाती है कि आखिरकार चूक हो कहां रही हैं। दिल्ली की स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉ. तान्या गुप्ता का कहना है कि महिलाओं के साथ कुछ मेडिकल परेशानियां होती हैं। जिसके कारण वह आईयूआई के जरिए गर्भधारण नहीं कर पाती हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको उन मेडिकल कंडीशन के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसकी वजह से आईयूआई फेल हो जाता है। इस विषय पर डॉ. तान्या ने इंस्टाग्राम पर वीडियो भी शेयर किया है।
IUI क्या है?- What is IUI
IUI एक प्रकार का कृत्रिम गर्भाधान है। आईयूआई प्रक्रिया के दौरान डॉक्टर शुक्राणु का नमूना इकट्ठा करते हैं और उसे "धोते" हैं, जिससे मलबा और शुक्राणु निकल जाते हैं। डॉक्टर धुले हुए शुक्राणु को सीधे गर्भाशय (गर्भ) में डालने के लिए कैथेटर (पतली ट्यूब) का उपयोग करते हैं। इस विधि से, शुक्राणु योनि और गर्भाशय ग्रीवा को बायपास कर देता है, जिससे वह फर्टाइल होने की प्रक्रिया को अपनाता है।
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किन हेल्थ कंडीशन में IUI के जरिए गर्भधारण नहीं हो पाता है? | Health Conditions Where Women Cannot Conceive Through IUI Treatment in hindi
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1. फैलोपियन ट्यूब
फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने पर पीरियड्स साइकिल में बदलाव या अनियमित पीरियड्स हो सकते हैं। डॉ. तान्या का कहना है कि जिन महिलाओं का फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक या पूरी तरह से बंद हो चुका होता है, वह आईयूआई के जरिए गर्भधारण नहीं कर सकती हैं। आपकी फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक होने की स्थिति पर है या नहीं, इसका पता लगाने के लिए स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ से बात करें।
2. एंडोमेट्रोसिस
इस स्थिति में गर्भाशय की लाइनिंग गर्भाशय के बाहर बनने लगती है, जिससे फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो सकती है। जिन महिलाओं को एंडोमेट्रोसिस की समस्या है, वह आईयूआई के जरिए गर्भधारण करने में विफल रहती हैं। इसके अलावा, एंडोमेट्रियोसिस या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) जैसी मेडिकल कंडीशन के कारण भी IUI की प्रभावशीलता कम हो सकती है।
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3. आईवीएफ विफल होने पर
कई महिलाएं आईवीएफ प्रक्रिया के लगातार फेल होने के बाद आईयूआई के जरिए गर्भधारण करने का विचार करती हैं। लेकिन डॉक्टर का कहना है कि आईवीएफ प्रक्रिया के फेल के बाद अगर आईयूआई किया जाए, तो यह भी विफल ही साबित होता है। अगर आप पहले आईवीएफ करवा चुके हैं और यह प्रोसेस फेल रहा है, तो इस दोबारा आईवीएफ के जरिए ही गर्भधारण करने के बारे में सोंचे।
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4. एएमएच की कमी होने पर
डॉ. तान्या गुप्ता के अनुसार, महिलाओं के शरीर में एएमएच यानी की एंटी-मुलरियन हार्मोन कम होने पर भी आईयूआई के जरिए गर्भधारण की संभावना शून्य के बराबर होती है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि एएमएच एक प्रकार का हार्मोन है। यह महिला के शरीर में छोटे रोमों द्वारा निर्मित होता है। डिम्बग्रंथि के रोमों में ग्रैनुलोसा कोशिकाओं में उत्पादित एएमएच हार्मोन शेष अंडे कोशिकाओं की संख्या निर्धारित करने में मदद करता है।
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5. 35 साल की उम्र के बाद
डॉक्टर का कहना है कि 35 साल की उम्र के बाद की महिलाओं के लिए भी आईयूआई के जरिए गर्भधारण की प्रक्रिया मुश्किल हो जाती हैं। 35 साल की उम्र के बाद गर्भधारण करने के लिए आईवीएफ का ही विकल्प अपनाना चाहिए।
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अगर आप आईयूआई के जरिए गर्भधारण करने के बारे में सोच रही हैं, तो इस विषय पर पहले अपने डॉक्टर से बात करें।
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