आज देश की संसद में साल 2022-23 के लिए यूनियन बजट पेश किया गया। यह बजट देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया। गौरतलब है कि पिछले दो सालों से अधिक समय से दुनिया समेत भारत भी कोरोना महामारी की चपेट में है ऐसे में इस बजट से लोगों को स्वास्थ्य के क्षेत्र में होने वाली बड़ी घोषणाओं की उम्मीद थी। अगर हम पिछले साल की बात करें तो पिछले साल यूनियन बजट में सरकार ने 135 प्रतिशत का इजाफा किया था। साल 2021 का हेल्थ बजट 2.38 लाख करोड़ का था। साल 2022-23 के लिए पेश किये गए वित्त बजट में हेल्थ यानी स्वास्थ्य के क्षेत्र के लिए बड़ी घोषणाएं की गयी हैं। इस बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र में टेक्नोलॉजी को मुख्य स्थान दिया गया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते समय यह कहा कि पिछले बजट में हेल्थ के लिए जू घोषणाएं की गयी थी उनसे देश को काफी लाभ मिला है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य संरचना में मजबूती आई है। इसके साथ ही उन्होंने टीकाकरण अभियान, कोरोना महामारी पर सरकार द्वारा उठाये गए प्रभावी कदमों का भी जिक्र किया।
इस साल के हेल्थ बजट में सरकार स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटल मोड को बढ़ावा देने और टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर देने की बात कही है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में बुनियादी ढांचे को मजबूती देने के लिए तकनीक का इस्तेमाल किये जाने पर जोर दिया गया है। वित्त मंत्री ने बजट पेश करते हुए कहा है कि राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य परितंत्र के लिए एक नए और ओपन प्लेटफॉर्म की शुरुआत की जाएगी। इसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के डिजिटल पंजीयन, विशिष्ट स्वास्थ्य पहचान, संयुक्त फ्रेमवर्क शामिल होंगे। इसके अलावा इस साल के बजट पर मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर नेशनल टेली मेंटल हेल्थ प्रोग्राम को शुरू करने की भी बात कही गयी है। आइये जानते हैं कि इस साल के यूनियन बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर क्या बड़ी घोषणाएं की गयी हैं?
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बजट में हेल्थ सेक्टर को क्या मिला? (Health Budget 2022)
पिछले दो साल से ज्यादा समय से देश में कोरोना वायरस महामारी जारी है। ऐसे में स्वास्थ्य से जुड़ी बुनियादी सुविधाओं को मजबूती देना सरकार का पहला उद्देश्य है। यही कारण है कि इस साल के बजट में सरकार ने स्वास्थ्य क्षेत्र में तकनीक के इस्तेमाल पर जोर देने की बात कही है। इसके अलावा इस बजट में हेल्थ केयर सेक्टर के डिजिटलीकरण को लेकर भी घोषणा की है। आइये जानते हैं इस बजट में सरकार ने हेल्थ सेक्टर को लेकर क्या बड़ी घोषणाएं की हैं?
1. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन
इस मिशन के जरिए सरकार स्वास्थ्य क्षेत्र को डिजिटल करने पर जोर दे रही है। बजट पेश करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि नेशनल डिजिटल हेल्थ केयर के लिए एक नए और ओपन प्लेटफॉर्म की शुरुआत की जाएगी जिसमें स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए डिजिटल पंजीकरण, स्वास्थ्य पहचान पत्र समेत कई जरूरी चीजें शामिल होंगी। इस प्लेटफॉर्म के जरिए आम जन तक डिजिटल माध्यम से किसी भी सुविधा का लाभ ले सकेंगे।
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2. नेशनल टेली मेंटल हेल्थ प्रोग्राम
इस प्रोग्राम के जरिए कोरोना महामारी के बाद लोगों के मेंटल हेल्थ पर हुए असर को लेकर काम किया जायेगा। सरकार ने मेंटल हेल्थ के विषय पर जोर देते हुए इस योजना की शुरुआत की है। बजट में इसके लिए फंड का भी प्रावधान किया गया है। चूंकि अब देश में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं एक बड़ी चुनौती बनती जा रही हैं ऐसे में मेंटल हेल्थ को लेकर अलग से प्रोग्राम शुरू करना अच्छा कदम माना जा रहा है। नेशनल मेंटल हेल्थ प्रोग्राम के तहत मानसिक स्वास्थ्य काउंसलिंग और मरीजों के देखभाल से जुड़ी सेवाओं को बेहतर ढंग से पहुंचाया जायेगा। राष्ट्रीय टेली मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रम की घोषणा करते हुए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि इसके तहत अंतरराष्ट्रीय सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान, बेंगलुरू (आईआईआईटीबी) से तकनीकी सहायता ली जाएगी।
इस साल पेश किये गए बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर यह दो बड़ी घोषणाएं की गयी हैं। इसके अलावा बजट में मेंटल हेल्थ, हेल्थ के सेक्टर में टेक्नोलॉजी का उपयोग और हेल्थ सेक्टर को डिजिटल करने पर जोर दिया गया है। इस बजट में स्वास्थ्य के क्षेत्र को लेकर कोरोना महामारी को भी ध्यान में रखा गया है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में डिजिटल मिशन की शुरुआत होने से स्वास्थ्य प्रदाताओं और स्वास्थ्य सुविधाओं की डिजिटल रजिस्ट्रियां, स्वास्थ्य पहचान और स्वास्थ्य सुविधाओं तक सार्वभौमिक पहुंच पर जोर दिया गया है।
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