भारत में कोरोना वायरस लगातार अपनी पीक पर है। पिछले 24 घंटे में भारत में 2,85,914 नए मामले सामने आए हैं और एक्टिव मामलों की संख्या 22, 23, 018 हो गई है। पर इसी बीच अच्छी खबर ये है कि पिछले 24 घंटे में कोरोना से 2,99,073 लोग ठीक हुए हैं और रिकवरी रेट 93. 23 प्रतिशत पर है। वहीं, इसी बीच लांसेट रिपोर्ट में एक अच्छी खबर छपी है कि जल्द ही कोरोना महामारी खत्म होने वाली है। जी हां, लांसेट पत्रिका में (Lancet study) छपि एक रिपोर्ट की मानें तो, कोविड -19 संक्रमण जारी रहेगा, लेकिन महामारी का अंत निकट है। इसके अलावा विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि यूरोप में कोविड-19 महामारी अब समाप्त हो सकती है। हालांकि, भारत में अभी से कोरोना के अंत को लेकर ज्यादा कुछ कहा नहीं जा सकता है, क्योंकि इस समय दिल्ली जैसे बड़े राज्यों से रोज कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। यहां 24 घंटे में 7498 नए मरीज सामने आए हैं। ऐसा ही हाल कर्नाटक, बिहार और झारखंड जैसे राज्यों का है। तो, आइए जानते हैं देश और दुनिया की कोविड-19 से जुड़े सभी बड़े अपडेट्स।
क्या कहती है द लैंसेट की रिपोर्ट?
द लैंसेट द्वारा प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है कि ओमीक्रोन लहर के बाद भी दुनिया में कोरोना रह सकता है लेकिन अब यह महामारी नहीं होगी। अध्ययन में कहा गया है, "कोविड -19 बार-बार होने वाली बीमारी बन सकती है जिसे स्वास्थ्य प्रणालियों और समाजों को मैनेज करके रोकना होगा। सरकारों और समाजों द्वारा SARS-CoV-2 के ट्रांसमिशन को नियंत्रित करने के लिए असाधारण उपाय अपनाने होंगे ताकि इसे बढ़ने से रोका जा सके। ऐसा भी हो सकता है कि कोरोना बस एक मौसमी बीमारी बन कर रह जाए और कुछ देशों को सर्दियों के महीनों में लोगों को हो पर अब ये एक महामारी का रूप नहीं लेगा।
अध्ययन में कहा गया है कि भविष्य में SARS-CoV-2 वायरस का प्रभाव कम होगा। इसके अलावा नियमित रूप से नए एंटीजन या वेरिएंट के लिए अनुकूलित टीके, एंटीवायरल का आना और मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों का पालन करके इस बीमारी से बचा जा सकता है। अध्ययन में यह भी बताया गया है कि हालांकि, ओमीक्रोन पूर्वी यूरोप और दक्षिण पूर्व एशिया के देशों में फैल सकता है जहां अभी तक ओमीक्रोन नहीं फैला है। ऐसे में हमें कोरोना से हमेशा बचने के लिए कोविड -19 नियंत्रण रणनीतियों को रीसेट करने की जरूरत है।
इसे भी पढ़ें : कम्युनिटी ट्रांसमिशन के स्टेज में पहुंचा ओमिक्रॉन, केन्द्र सरकार ने कहा बढ़ रही है आईसीयू मरीजों की संख्या
कोविड -19 ओमीक्रोन वैरिएंट के लिए बूस्टर डोज तैयार
अमेरिकी बायोटेक कंपनी मॉडर्ना ने बुधवार को घोषणा की कि उसने विशेष रूप से कोविड -19 के नए वैरिएंट ओमीक्रोन का मुकाबला करने के लिए बूस्टर डोज तैयार कर ली है जिसका क्लीनिकल ट्रायल शुरू कर दिया गया है। कथित तौर पर, इसके परीक्षणों में कुल 600 वयस्क शामिल हुए हैं। जिनमें से आधे को कम से कम छह महीने पहले ही मॉडर्ना के टीके की दो खुराक मिल चुकी हैं और बूस्टर खुराक भी मिली है।
इधर भारत में कोरोना की वैक्सीन कोविशील्ड और कोवैक्सीन की कीमत प्रति खुराक 275 रुपये और अतिरिक्त सेवा शुल्क 150 रुपये तक सीमित रखने की संभावना है। दरअसल, पिछले दिनों दोनों ही टीकों को जल्द ही भारतीय बाजारों में लाने की मंजूरी मांगी गई थी। आधिकारिक सूत्रों की मानें तो, राष्ट्रीय औषधि मूल्य निर्धारण प्राधिकरण (NPPA) को टीकों को किफायती बनाने के लिए कीमत को कम रखने का निर्देश दिया है। बता दें कि फिलहाल देश में ये टीके केवल आपातकालीन उपयोग के लिए अधिकृत हैं।
इसे भी पढ़ें : COVID-19: कोरोना वायरस शरीर में पहुंचने के बाद क्या करता है? जानें शरीर पर इस वायरस का कैसे पड़ता है प्रभाव
वहीं, बात अगर कोरोना से जुड़े कुछ जरूरी खबरों की करें तो, हरियाणा सरकार ने राज्य में कोविड से संबंधित प्रतिबंधों को 10 फरवरी तक बढ़ा दिया है। लेकिन मॉल और बाजारों को शाम 7 बजे तक खुले रहने की अनुमति दी है। वहीं, दिल्ली में जहां कोरोना के मामलों में गिरावट नजर आ रही थी, वहीं बुधवार को एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण के नए मामलों में तेजी नजर आई। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में यहां 7498 नए मामले सामने आए जो कि मंगलवार की तुलना में लगभग 24 फीसदी ज्यादा हैं।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version