आयुर्वेद के अनुसार विधारा का पौधा कई रोगों में है फायदेमंद, जानें इसके 6 स्वास्थ्य फायदे

आयुर्वेद में विधारा के पौधे को विशेष महत्तव दिया गया है। इसका सेवन कई बीमारियों से बचाता है। यहां जानें इससे होने वाले फायदे।
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आयुर्वेद के अनुसार विधारा का पौधा कई रोगों में है फायदेमंद, जानें इसके 6 स्वास्थ्य फायदे


आयुर्वेद अनुसार ऐसे कई पौधे हैं, जो सेहत के लिहाज से रामबाण माने जाते हैं, लेकिन जानकारी के अभाव में आकर हम उन्हें देखकर भी नजरअंदाज कर देते हैं। कई बार ये पौधे देखने के बाद भी हम इन्हें खर पतवार समझ लेते हैं। क्या आपने कभी विधारा के पौधे के बारे में सुना है। अगर नहीं तो इस लेख के माध्यम से हम आपको बताएंगे इस पौधे के फायदे के बारे में। विधारा का पौधा आपको भारत के तकरीबन सभी राज्यों में मिल जाएगा। यह पौधा अर्थराइटिस (Arthritis), एनीमिया (Anemia) और मिर्गी आदि जैसे रोगों में बेहद फायदेमंद माना जाता है। विधारा के फूल हल्के बैंगनी रंग के होते हैं, जो देखने में काफी सुंदर दिखते हैं। अंग्रेजी भाषा में इसे एलीफेंट क्रीपर (Elephant Creeper) के नाम से जाना जाता है। स्थानीय भाषा में इसे घावपत्ता के नाम से भी जाना जाता है। इसकी हरी पत्तियां कुछ कुछ दिल के आकार की दिखती हैं। विधारा के पौधे आपको बारिश के मौसम में मिल जाएंगे, यह ज्यादातर पानी वाली जगह, या नदी या तलाब के किनारे पाए जाते हैं। इसका उपयोग पत्तियों, ज़ड़, फल और फूल इन सभी के तौर पर किया जाता है। इस पौधे की खास बात यह है कि इसके फूल झड़ जाने के बाद इसमें भूरे रंग के फल भी उगते हैं, जो सूखे होते हैं। आइये जानते हैं विधारा से होने वाले कुछ स्वास्थ्य फायदों के बारे में। 

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1. गैंगरीन (Gangrene)

गैंगरीन एक बेहद भयानक चर्म रोग है। इसमें त्वचा गलने और सड़ने लगती है। यह ज़्यादातर हाथ और पैर को प्रभावित करती है। इसके लिए विधारा को एक चमत्कारी औषधि बताया जाता है। विधारा के पत्तो को कूटकर उनका रस निकालें और प्रभावित हिस्से को इस रस से अच्छे से धोए। इसके बाद विधारा के पत्ते को गर्म करके उसपर गाय का घी लगाएं और प्रभावित जगह पर कुछ घंटो के लिए पट्टी की तरह बांध लें। यह तरीका बहुत ही फायदेमंद होता है। ऐसा करने से आपको चर्म रोगों में जल्दी राहत मिलेगी। 

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2. बेडसोर (Bedsore)

बेडसोर एक ऐसा रोग है जो त्वचा पर लंबे समय से बने दबाव के कारण उत्पन्न होता है। यह दर्दनाक हो सकते है। जब व्यक्ति लंबे समय तक एक ही करवट में लेटे रहता हैं या कुर्सी पर देर तक बैठा रहता है तो उससे बेडसोर हो सकता है। इसे ठीक करने के लिए विधारा के पत्तो को कूटकर रस निकालें और घाव पर रूई से हल्के हाथ से लगाएं। विधारा के पत्तों का रस बेडसोर को जल्दी भर देता है। यह बेडसोर में बहुत लाभदायक होता है और इसे आयुर्वेद में एक औषधि की तरह इस्तेमाल किया जाता है। 

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3. तनाव और मनोरोग (Stress and Mental Disorder)

विधारा का प्रयोग तनाव और मनोरोग को ठीक करने में भी किया का सकता है। विधारा में मौजूद केमिकल्स जैसे कि लाइसर्गिक एसिड और लाइसर्गोल मानसिक तनाव को कम करते हैं। दिमाग की नसों को शांत करते हैं। इसके लिए विधारा की जड़ों के चूर्ण का सेवन किया जा सकता है और पत्तों के लेप को भी लगाया जा सकता है। यह बहुत ही फायदेमंद औषधि है। 

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4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए (Boosts Immunity)

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए विधारा का सेवन खूब किया जाता है। इसके नियमित सेवन से आपकी शरीर में पनप रहे रोगों को रोकने में मददगार हैं। विधारा का सेवन आपकी शरीर में इंफ्लेमेशन यानि की सूजन को घटाने में मदद करता है, जिससे आपका इम्यून सिस्टम तेजी से बूस्ट होता है। आयुर्वेद के अनुसार इसके सेवन से शरीर में अंदरूनी खून या इंटर्नल ब्लडिंग को रोकने में भी मदद करता है। 

5. दर्द और सूजन में मददगार (Relief in Inflammation and Pain)

विधारा में पाए जाने वाले एंटी इंफ्लेमेटरी गुण और एंटी इंफ्लेमेटरी गुण आपकी शरीर में हो रही सूजन को कम करने में काफी सहायक माने जाते हैं। विधारा में आपकी शरीर के किसी भी हिस्से में हो रहे दर्द को काबू करने  की क्षमता है। इसे अर्थराइटिस और जोड़ों के दर्द से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी मददगार माना जाता है। इसके साथ ही यह फोड़े फुनसी आदि को भी ठीक करता है। 

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6. डायबिटीज से दिलाए राहत (Beneficial in Diabetes)

डायबिटीज के रोगियों में तो खैर कई जड़ी बूटियां फायदेमंद मानी जाती हैं। खासकर जडी बूटियों की जड़ें और उनकी छाल को पीसकर मधुमेह के रोगियों को देना एक कारगर विकल्प है। अनेक गुणों वाला विधारा के बीज का सेवन करने से डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर लेवल कम होता है और इंसुलीन की मात्रा संतुलित होती है। जिससे डायबिटीज ठीक होती है। 

विधारा आपको देश के अधितर राज्यों में आसानी से उपलब्ध होने वाला पौधा है। इसके सेवन जहां कई बीमारियों में मददगार है। वहीं गंभीर समस्या से जूझ रहे कुछ लोगों को नुकसान भी कर सकता है। इसलिए इसके सेवन से पूर्व चिकित्सक की सलाह जरूर लें। 

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