Health Benefits Of Eating Radish Leaves In Uric Acid In Hindi: यूरिक एसिड एक किस्म का बॉडी वेस्ट प्रोडक्ट होता है। यह तब बनता है, जब प्यूरिन नाम का केमिकल ब्रेकडाउन होता है। आपको बता दें कि प्यूरिन एक किस्म का नेचुरल तत्व है, जो शरीर में पाया जाता है। इसका निकलना नेचुरल है। लेकिन, कुछ लोगों में यूरिक एसिड बढ़ जाता है। यूरिक एसिड बढ़ने पर कई तरह के लक्षण नजर आते हैं, इसमें ज्वाइंट पेन यानी जोड़ों में दर्द, जोड़ों में सूजन, जोड़ों में हाथ लगाने पर दर्द का अहसास होना आदि शामिल हैं। यूरिक एसिड की समस्या होने पर व्यक्ति को बहुत सोच-समझकर अपनी डाइट चार्ट बनवाना चाहिए। ऐसी चीजों को डाइट में नहीं शामिल करना चाहिए, जिससे यूरिक एसिड की प्रॉब्लम बिगड़ सकती है। यूरिक एसिड होने पर अक्सर लोग ताजे फल और सब्जियां खाते हैं। इन दिनों सर्दियां हैं, तो लोग मौसमी फलों और सब्जियों को काफी इंपॉर्टेंस दे रहे हैं। ज्यादातर लोगों ने अपनी डाइट में मूली और गाजर काफी शामिल किया है। तो क्या यूरिक एसिड के मरीजों के लिए मूली के साथ-साथ उसके पत्ते खाना भी सुरक्षित है? डाइट एन क्योर की डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी कहती हैं, "यूरिक एसिड के मरीजों के लिए मूली के पत्ते का सेवन काफी फायदेमंद होता है। इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं, जो यूरिक एसिड के मरीजों के लिए फायदेमंद होता है।" यहां हम आपको बता रहे हैं कि यूरिक एसिड में मूली के पत्ते खाना क्यों फायदेमंद (Radish Leaf Benefits) होता है।
विटामिन सी से भरपूर- Rich in Vitamin C
मूली के पत्ते विटामिन-सी का अच्छा (Radish Leaves Vitamins) स्रोत हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स भी पाए जाते हैं। यह कई तरह की बीमारियों से बचाने में काम आता है। मूली के पत्तों में मौजूद विटामिन-सी किडनी के जरिए यूरिक एसिड के प्रोडक्शन को बढ़ाता है, जिससे इसके स्तर में कमी आने में मदद मिलती है। इसका मतलब है कि यूरिक एसिड का स्तर बिगड़ने पर आप मूली के पत्तों का सेवन जरूर कर सकते हैं।
इसे भी पढ़ें: सर्दियों में मूली के पत्ते खाने से दूर होती हैं कई समस्याएं, ऐसे करें सेवन
एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रभाव- Anti-Inflammatory Effects
मूल की पत्तियों में विभिन्न एंटीऑक्सिडेंट (Are Radishes Anti Inflammatory) होते हैं, जिनमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने पर अक्सर ज्वाइंट्स में काफी दर्द होता है। इस तरह की कंडीशन में अर्थराइटिस या गठिया की सिचुएशन बिगड़ जाती है। वहीं, अगर आप मूली के पत्तों का सेवन करते हैं, तो इसके लक्षणों में कमी आती है। यहां तक कि लंबे समय से चल रही सूजन में भी कमी देखी जा सकती है।
फोलेट कंटेंट- Folate Content
मूली के पत्ते भी फोलेट का एक अच्छा स्रोत हैं। फोलेट ओवर ऑल हेल्थ के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है। यह शरीर की सूजन को कम करता है। इसका मतलब है कि अगर आपके जोड़ों में दर्द और सूजन है, तो इसकी मदद से उसमें कमी आ सकती है।
इसे भी पढ़ें: गठिया रोगियों के लिए फायदेमंद है मूली, यूरिक एसिड कम करने में करती है मदद
डाइट्री फाइबर- Dietary Fiber
अपने आहार में मूली के पत्तों को शामिल करने से आपको पर्याप्त मात्रा में डाइट्री फाइबर (Radish Leaves Good Source Of Dietary Fiber) मिल सकता है। यह डाइजेशन में मदद करता है और हेल्थ पर बहुत ही अच्छा प्रभाव डालता है। यहां तक कि जो लोग वेट कंट्रोल करने की कोशिश कर रहे हैं, उनके लिए मूली की पत्तियों बहुत ही उपयोगी हैं। आपको पता होगा कि अक्सर मोटापे की वजह (Radish Leaves For Weight Loss) से कई तरह के हेल्थ इश्यूज हो सकते हैं। इसमें यूरिक एसिड के स्तर में बदलाव जैसी समस्याएं भी शामिल हैं।
बॉडी हाइड्रेट रहती है- Hydration
शरीर को पर्याप्त पानी की जरूर होती है। अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए, तो सिर चकराना, थकान होना और कमजोरी आने जैसी कई समस्याएं हो सकती हैं। यहां तक कि शरीर के कई ऑर्गन सही तरह से काम नहीं कर पाते। जैसे, पानी की कमी की वजह से किडनी का काम इफेक्ट होता है। वहीं, मूली के पत्तों का सेवन करने से बॉडी हाइड्रेट (Radish Leaves Keeps Body Hydrated) रहती है और किडनी सही तरह से फंक्शन करता है। इस तरह बॉडी में यूरिक एसिड की समस्या भी नहीं होती।
कुल मिलाकर कहने की बात ये है कि यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने के बावजूद, आप मूली का सेवन कर सकते हैं। लेकिन, मूली का सेवन करना इसका ट्रीटमेंट नहीं है। इसलिए, यूरिक एसिड बढ़ने पर आप डॉक्टर पास जाएं और सही ट्रीटमेंट करवाएं।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल- Frequently Asked Questions
क्या मूली के पत्ते यूरिक एसिड के लिए अच्छे हैं?
मूली में प्यूरिन की मात्रा कम होने के कारण यह यूरिक एसिड के मरीजों के लिए लाभदायक है।
मूली की पत्ती खाने से क्या होता है?
मूली के पत्तों को खाने से ओवर ऑल हेल्थ पर अच्छा असर पड़ता है। यह कई तरह की बीमारियों में भी लाभकारी है। यहां तक कि इसके सेवन से इम्यूनिटी भी बूस्ट होती है।
मूली के पत्ते का रस पीने से क्या होता है?
मूली के पत्ते का रस पीने से बीपी कंट्रोल में रहने में मदद मिलती है। इसमें पोटैशियम होता है, जो ब्लड वेसल्स के लिए उपयोगी माना जाता है। इसके अलावा, शरीर में आई सूजन को कम करने में भी मूली के पत्तों को लाभकारी होते हैं।
Image Credit: Freepik