Can We Drink Buttermilk In Uric Acid In Hindi: कई लोग यूरिक एसिड की समस्या से परेशान रहते हैं। इसके कारण लोगों को जोड़ों में दर्द, सूजन और बार-बार यूरिन आने जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अक्सर लोगों को यूरिक एसिड की समस्या होने पर खानपान का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रण में रखा जा सके। ऐसे में क्या यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लोग छाछ का सेवन कर सकते हैं या नहीं? छाछ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते है, जो शरीर को हाइड्रेट करवे और शरीर को पोषण देने में सहायक है। ऐसे में आइए जयपुर में स्थित Angelcare-A Nutrition and Wellness Center की निदेशक, डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से जानें क्या यूरिक एसिड की समस्या में छाछ का सेवन कर सकते हैं?
क्या है यूरिक एसिड? - What Is Uric Acid?
यूरिक एसिड शरीर का वेस्ट होता है, जो शरीर के प्यूरीन के तोड़ने पर बनता है। यह ब्लड में घुल जाता है, जिसको किडनी छानकर यूरिन के जरिए शरीर से बाहर कर देती है। लेकिन इसके शरीर से बाहर न निकलने पर लोगों को जोड़ों में दर्द होने, सूजन आने, किडनी स्टोन होने और कई अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
इसे भी पढ़ें: हाई यूरिक एसिड में हरसिंगार के फायदे, जानें आयुर्वेदाचार्य से
क्या यूरिक एसिड में छाछ पी सकते हैं? - Can We Drink Buttermilk In Uric Acid?
डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन के अनुसार, यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लोग छाछ का सेवन कर सकते हैं। इसका सेवन करने से यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। छाछ में भरपूर मात्रा में पानी होता है, साथ ही, यह लो फैट डेयरी प्रोडक्ट है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को हाइड्रेट करने, यूरिक एसिड के स्तर को कम करने और गाउट जैसी समस्याओं के खतरे को कम करने में मदद मिलती है।
पाचन के लिए फायदेमंद
छाछ में कूलिंग इफेक्ट होते हैं। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को ठंडक देने, पाचन को दुरुस्त करने और इससे जुड़ी समस्याओं से बचाव करने में मदद मिलती है, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को बढ़ने से रोकने में मदद मिलती है।
प्यूरिन होता है कम
छाछ में प्यूरिन की मात्रा कम होती है, साथ ही, इसका सेवन करने से शरीर में प्यूरिन के स्तर को कम करने में मदद मिलती है, जिससे यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
इसे भी पढ़ें: तांबे के बर्तन में दूध पीना सही है या नहीं? बता रहे हैं आयुर्वेदाचार्य
शरीर को डिटॉक्स करे
छाछ में भरपूर मात्रा में पानी होता है। ऐसे में इसका सेवन करने से शरीर को हाइड्रेट करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे शरीर में मौजूद टॉक्सिन्स और यूरिन एसिड को यूरिन के जरिए शरीर से बाहर निकालने में मदद मिलती है।
यूरिक एसिड की समस्या में कैसे करें छाछ का सेवन? - How To Consume Buttermilk In Case Of Uric Acid Problem?
छाछ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में यूरिक एसिड की समस्या से पीड़ित लोगों को प्लेन छाछ पीनी चाहिए। इसके अलावा, इसको खीरे के साथ भी लिया जा सकता है। इससे शरीर को हाइड्रेट रखने, पाचन को दुरुस्त करने, यूरिक एसिड के स्तर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, साथ ही, इससे हड्डियों को मजबूती देने में भी मदद मिलती है, जो हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।
निष्कर्ष
छाछ में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। यूरिक एसिड से पीड़ित लोग छाछ का सेवन कर सकते हैं। छाछ यूरिक एसिड की समस्या में फायदेमंद है। इसका सेवन करने से शरीर को हाइड्रेट करने और हड्डियों को मजबूती देने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। ध्यान रहे वायरल इंफेक्शन या कोई अन्य समस्या होने पर इसका सेवन सीमिल मात्रा में करें या डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
All Images Credit- Freepik
FAQ
शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने के क्या लक्षण हैं?
शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने पर लोगों को जोड़ों में दर्द होने, जोड़ों में सूजन आने, बार-बार पेशाब आने, पेट के निचले हिस्से में दर्द होने, चक्कर आने, घुटनों में दर्द होने, यूरिन में तेज गंध आना, उल्टी आने जैसा महसूस होने की समस्या हो सकती है। ऐसे में हाई यूरिक एसिड के इन लक्षणों को नजरअंदाज न करें।यूरिक एसिड में क्या परहेज करना चाहिए?
यूरिक एसिड की समस्या होने पर लोगों को काले चने, राजमा, छोले, रेड मीट, मशरूम, गोभी, अल्कोहल, सोडा, आइसक्रीम, फास्ट फूड, पैकेज्ड फूड और कटहल जैसे फूड्स के सेवन से बचना चाहिए। इसका सेवन करने के कारण लोगों को यूरिक एसिड के कारण होने वाली समस्याएं बढ़ सकती हैं।छाछ कब नहीं पीनी चाहिए?
सर्दी-खांसी, जोड़ों के दर्द, अकड़न होने, बुखार होने, एक्जिमा, जोड़ों में दर्द और गले की खराश होने जैसी समस्याएं होने पर छाछ के सेवन से बचना चाहिए। इसके कारण लोगों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं।