काम का बोझ और तनाव की वजह से व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही, खानपान की गलत आदतें भी आपको बीमार करने का एक मुख्य कारण होती हैं। स्ट्रेस व तनाव के कारण आपको किसी भी काम में मन नहीं लगता है। तनाव की वजह से आपको हमेशा थकान और कमजोरी भी महसूस हो सकती है। इस तरह के लक्षणों को कम करने के लिए आप योग का सहारा ले सकते हैं। योग आपकी नींद को बेहतर करता है। साथ ही, आपके तनाव और चिंता को तेजी से कम करने में सहायक होता है। योग में मुद्राओं के बारे में बताया गया है, जिनकी मदद से आप कई रोगों को आसानी से दूर कर सकते हैं। योग ट्रेनर वंदना से जानते हैं हाकिनी मुद्रा के क्या फायदे होते हैं और इसे कैसे किया जाता है?
हाकिनी मुद्रा क्यों महत्वपूर्ण है?
हाकिनी मुद्रा के द्वारा शरीर के पांचों तत्वों (वायु, अग्नि, जल, पृथ्व और आकाश) को बैलेंस करने का प्रयास किया जाता है। पांचों उंगलियों को इन पांचों तत्वों का प्रतीक माना जाता है। इसमें अंगूठे को आग, तर्जनी उंगली को वायु, मध्यमा उंगली को आकाश, अनामिका (रिंग फिंगर) उंगली को पृथ्वी और छोटी उंगली को जल का प्रतीक माना जाता है। जब आप दोनों हाथों से इस मुद्रा को करते हैं, तो इससे एक्यूप्रेशर होता है। इससे शरीर के पांचों तत्व के बीच तालमेल बनाता है।
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हाकिनी मुद्रा करने के फायदे - Benefits Of Hakini Mudra In Hindi
योगाचार्य के अनुसार इस मुद्रा को करने से व्यक्ति को मानसिक और शारीरिक रूप से फायदा मिलता है। माना जाता है इस मुद्रा को रोजाना करने से मस्तिष्क का आगे का हिस्सा उत्तेजित होता है, जिससे ब्रेन की पावर बढ़ती है और व्यक्ति की एकाग्रता बेहतर होती है। इससे तनाव और चिंता का स्तर कम होता है। आगे जानते हैं इस मुद्रा से होने वाले फायदे।
- इस मुद्रा के नियमित अभ्यास से ब्रेन को आराम मिलता है।
- हाकिनी मुद्रा से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे ब्रेन तक ऑक्सीजन पहुंचती है।
- मस्तिष्क के बाईं और दाईं भाग के बीच बैलेंस बनाने में सहायक।
- इस मुद्रा से व्यक्ति इंट्यूशन (भविष्य के बारे में आभास होना) पावर बेहतर होती है।
- व्यक्ति को अच्छी व गहरी नींद आती है।
हाकिनी मुद्रा करने का तरीका - How To Perform Hakini Mudra In Hindi
- हाकिनी मुद्रा करने के लिए आप पद्मासन में बैठें।
- इसके बाद आप आंखों को बंद करें और ध्यान को दोनों आंखों के बीच में केंद्रित करें।
- अब आप दोनों ही हाथों की फिंगर टिप को आपस में मिलाएं।
- फिंगर टिप पर हल्का-सा दबाव डालें।
- इसके बाद गहरी और लंबी सांस लेना शुरू करें।
- मन में ओउम का उच्चारण करें।
- आप शुरुआत में 10 मिनट तक इस मुद्रा का अभ्यास कर सकते हैं। इसके बाद 30 मिनट तक अभ्यास को बढ़ा सकते हैं।
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किसी भी योग व मुद्रा के फायदे लेने के लिए आप इसे योगाचार्य की देखरेख में करें। शुरुआत में अगर ध्यान केंद्रित करने में परेशानी हो रही है, तो ऐसे में आप आंख खोलकर किसी चीज को देखते हुए भी मन को शांत कर सकते हैं।