भीषण गर्मी के मौसम में शरीर को ठंडक और ताजगी देने के लिए डाइट में ठंडी चीजों का शामिल करना जरूरी है। इस मौसम में ताजगी बनाए रखने के लिए ऐसे फूड्स का सेवन करना चाहिए, जो न केवल शरीर को ठंडक दें, बल्कि जलन और गर्मी से भी राहत प्रदान करें। गुलकंद, जो गुलाब के फूलों से तैयार किया जाता है, गर्मियों में शरीर के लिए बेहद लाभकारी होता है। गुलकंद का सेवन पाचन को बेहतर बनाने, शरीर की गर्मी को शांत करने और त्वचा को निखारने के लिए किया जाता है। गुलकंद में न केवल शीतलता होती है, बल्कि इसमें गुलाब के फूलों के प्राकृतिक गुण भी होते हैं जो शरीर को आराम और राहत देते हैं। आयुर्वेद में गुलकंद को गर्मी से राहत दिलाने और शरीर को ठंडा रखने के लिए एक प्राकृतिक उपाय माना जाता है। इसे शरबत में मिलाकर पीने से न सिर्फ स्वाद मिलता है, बल्कि यह शरीर को हाइड्रेट भी करता है और अंदर से ठंडा करता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, गर्मियों में गुलकंद शरबत पीने के फायदे और बनाने के तरीके।
गुलकंद का शरबत बनाने के तरीके - How To Make Gulkand Sharbat
1. गोंद कतीरा के साथ गुलकंद शरबत
गोंद कतीरा शरीर में ठंडक और सुकून प्रदान करता है। यह पाचन क्रिया को सुधारने, कब्ज से राहत देने और शरीर में जलन को कम करने के लिए प्रयोग किया जाता है। जब इसे गुलकंद के साथ मिलाया जाता है, तो यह गर्मी के मौसम में शरीर को शांति और ठंडक देता है। शरबत बनाने के लिए 1 चम्मच गुलकंद, 1/2 चम्मच गोंद कतीरा (पानी में भिगोकर रखा हुआ), 1 कप ठंडा पानी और थोड़ा सा शहद। सभी चीजों को एक गिलास में डाल कर अच्छे से मिक्स करें और 10 मिनट के लिए छोड़ दें फिर ठंडा-ठंडा पियें।
- यह शरबत शरीर को ठंडक देता है और शरीर से गर्मी को बाहर निकालता है।
- गोंद कतीरा पेट को ठंडा रखता है और पाचन को बेहतर बनाता है।
- गर्मियों में जलन और गर्मी की समस्या से राहत मिलती है।
- यह शरीर से थकान को दूर करता है।
2. तुलसी के बीजों के साथ गुलकंद शरबत
तुलसी के बीज, आयुर्वेद में एक अत्यधिक फायदेमंद तत्व माने जाते हैं। जब इन्हें गुलकंद के साथ मिलाया जाता है, तो यह शरबत और भी अधिक असरदार हो जाता है। तुलसी के बीज शरीर को शीतल रखते हैं और शरीर की प्राकृतिक नमी को बनाए रखते हैं। इस शरबत को बनाने के लिए 1 चम्मच गुलकंद लें और 1/2 चम्मच तुलसी के बीज (जो पहले से पानी में भिगोकर रखे हों) डालें। अब 1 कप ठंडा पानी डालें और स्वाद अनुसार चीनी या शहद डालें। अच्छे से मिक्स करें और बीजों को कुछ देर के लिए फूलने दें फिर ठंडा-ठंडा पियें।
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- तुलसी के बीज शरीर में नमी बनाए रखते हैं।
- यह शरबत त्वचा को ठंडक देता है और गर्मी के कारण होने वाली त्वचा की समस्याओं को कम करता है।
- तुलसी के बीज का उपयोग शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है और पाचन को सुधारता है।
- यह शरबत मानसिक शांति और ताजगी प्रदान करता है।
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3. नींबू-मिश्री के साथ गुलकंद शरबत
नींबू और मिश्री का संयोजन न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह शरीर के लिए भी बहुत फायदेमंद है। नींबू में विटामिन C की भरपूर मात्रा होती है, जो शरीर को डिटॉक्स करता है और गर्मी से राहत दिलाता है। मिश्री, जो प्राकृतिक चीनी का रूप है, शरीर को ठंडक और एनर्जी प्रदान करती है। जब इन दोनों को गुलकंद के साथ मिलाया जाता है, तो यह शरबत ताजगी और एनर्जी से भरपूर होता है। शरबत बनाने के लिए 1 चम्मच गुलकंद लें और इसके साथ 1/2 चम्मच मिश्री डालें फिर 1 नींबू का रस निचोड़ें। अब 1 कप ठंडा पानी डालें और अच्छे से मिक्स करें और ठंडा-ठंडा पियें।
- नींबू से शरीर को विटामिन C मिलता है, जो इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
- मिश्री से शरीर को ताजगी और ठंडक मिलती है, साथ ही यह शरीर की जलन को कम करता है।
- यह शरबत शरीर को हाइड्रेट करता है और गर्मी में होने वाली थकान को दूर करता है।
निष्कर्ष
गर्मियों में गुलकंद शरबत न केवल ताजगी और ठंडक प्रदान करता है, बल्कि यह शरीर को हाइड्रेट करता है, पाचन को सुधारता है और त्वचा को ठंडक देता है। ऊपर बताई गई तीन शरबत रेसिपी गर्मी के मौसम में शरीर को राहत देने के साथ-साथ आपकी सेहत के लिए भी फायदेमंद हैं।
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FAQ
गुलकंद खाने के क्या फायदे हैं?
गुलकंद खाने के कई फायदे होते हैं। यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है और गर्मी के कारण होने वाली जलन, थकान और तनाव को कम करता है। गुलकंद पाचन प्रक्रिया को सुधारता है, जिससे पेट साफ रहता है और कब्ज की समस्या दूर होती है। यह त्वचा को निखारने में मदद करता है, क्योंकि यह त्वचा को हाइड्रेट करता है और मुहासों को कम करता है।गुलकंद कब और कैसे खाना चाहिए?
गुलकंद को सुबह या दिन के समय खाने से अधिक लाभ होता है। इसे खाली पेट खाने से पाचन क्रिया में मदद मिलती है। आप इसे 1 से 2 चम्मच दिन में 1-2 बार खा सकते हैं, या फिर इसे शरबत, ठंडे पानी, दूध या लस्सी में मिलाकर भी सेवन कर सकते हैं।गुलकंद किस से बनता है
गुलकंद गुलाब के ताजे फूलों से बनाया जाता है। इसे बनाने के लिए गुलाब के ताजे पंखुड़ी को चीनी के साथ मिलाकर एक निश्चित समय तक रखा जाता है। गुलकंद का स्वाद मीठा और खुशबूदार होता है। यह आयुर्वेद में पाचन, त्वचा और गर्मी से राहत के लिए उपयोग किया जाता है।