केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी का 79 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से चल रहा था कैंसर का इलाज

पूर्व सीएम ओमान चांडी को गले का कैंसर था। बैंगलोर के एक प्राइवेट अस्पताल में पिछले कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था। 
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केरल के पूर्व सीएम ओमान चांडी का 79 साल की उम्र में निधन, लंबे समय से चल रहा था कैंसर का इलाज


केरल के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओमान चांडी का 79 की उम्र में मंगलवार को निधन हो गया। उन्होंने बैंगलोर के एक निजी अस्पताल में सुबह 4:25 पर अंतिम सांस ली। केरल सरकार ने उनके निधन के शोक में राज्य में दो दिन के अवकाश की भी घोषणा भी की है। फेसबुक पेज के जरिए उनके बेट ने निधन की जानकारी साझा की। ऐसे में केरल कांग्रेस ने भी ट्वीट शेयर कर लिखा कि "हमारे सबसे प्रिय नेता और पूर्व सीएम को बिदाई देते हुए हमें बड़ा दुख हो रहा है"। 

गले के कैंसर का चल रहा था इलाज 

पूर्व सीएम ओमान चांडी को गले का कैंसर था। बैंगलोर के एक प्राइवेट अस्पताल में पिछले कुछ समय से उनका इलाज चल रहा था। दरअसल, चांडी को साल 2015 में कैंसर होने का पता लगा था, जिसके बाद से लगातार उनका इलाज चल रहा था। उन्हें शोक देने के लिए कांग्रेस नेता शशी थरूर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जैसी दिग्गज हस्तियों का तांता लगा हुआ है। 

throat cancer

गले के कैंसर के लक्षण 

गले के कैंसर को कई तरीकों से पहचाना जा सकता है। यह कई प्रकार का होता है। कई बार यह वोकल कॉर्ड में होने के साथ-साथ नाक के छेद के रास्ते भी गले तक पहुंच सकता है। इसे कई तरीकों से पहचाना जा सकता है जैसे गले या फिर आवाज में भारीपन, बोलने में कठिनाई होना, ज्यादा खांसी आना, गले के आस-पास सूजन या फिर गांठ बनना और कई बार सांस लेने में कठिनाई होने पर भी इसे पहचाना जा सकता है। 

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क्या हैं बचाव और उपचार के तरीके? 

गले का कैंसर कई बार खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी खान-पान के कारण भी हो सकता है। इससे बचने के लिए शराब और तंबाकू वाले पदार्थों के सेवन से परहेज करें। ऐसे में खान-पान का हेल्दी होना भी काफी जरूरी होता है। एचपीवी इंफेक्शन या फिर गले में लगातार कफ बनने पर इसे नजरअंदाज न करें। ऐसी स्थिति कई बार इस कैंसर की ओर इशारा भी हो सकता है। कई बार शुरुआती स्टेज में इस कैंसर का पता लग जाने पर इसे ठीक किया जा सकता है। इसके लिए सर्जरी, कीमोथेरेपी, ऑटो इम्यून थेरेपी या फिर लेजर थेरेपी का सहारा लिया जाता है। इसके लक्षण दिखने पर बिना देरी किए चिकित्सक की राय लें।  

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