Bihar Former Deputy CM Sushil Kumar Modi Death: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी का सोमवार को निधन हो गया। सुशील कुमार मोदी ने दिल्ली स्थित एम्स में आखिरी सांस ली। सुशील मोदी लंबे समय से कैंसर से जूझ रहे थे।एम्स के डॉक्टर्स के अनुसार, उन्हें यूरिनरी ब्लैडर में यूरोथेलियल कैंसर था। कैंसर एडवांस स्टेज में पहुंच जाने के कारण मस्तिष्क तक फैल गया था। शुरुआत में यूरोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अमलेश सेठ उनका इलाज कर रहे थे। बाद में एम्स के कैंसर सेंटर में उनका इलाज चल रहा था और नौ अप्रैल से एम्स के कैंसर सेंटर में यूरोआंकोलॉजी के विशेषज्ञ डॉ. रणजीत साहू के अंतर्गत प्राइवेट वार्ड में भर्ती थे। लंबे इलाज के बाद बिहार के डिप्टी सीएम ने सोमवार रात 9 बजकर 45 मिनट पर आखिरी सांस ली।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, आज दिल्ली से पटना आने के बाद सुशील कुमार मोदी के पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए राजेंद्र नगर स्थित उनके आवास पर रखा जाएगा। कुछ वक्त पहले ही डिप्टी सीएम ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर ये जानकारी दी थी कि उन्हें कैंसर है, जिसका काफी समय से इलाज चल रहा है। सुशील कुमार मोदी के निधन के बाद पूरा देश उन्हें नमन कर रहा है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और उनके अजीज दोस्त लालू प्रसाद, नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करके शोक जाहिर किया है।
गले के कैंसर से जूझ रहे थे सुशील कुमार मोदी
रिपोर्ट के मुताबिक सुशील कुमार गले के कैंसर से पीड़ित थे। आमतौर पर यह कैंसर खराब लाइफस्टाइल और सही डाइट न लेने की वजह होता है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि गले के कैंसर होने के पीछे जेनेटिक कारण भी जिम्मेदार होते हैं। हालांकि इस तरह के मामले बहुत ही कम देखने को मिलते हैं।
गले के कैंसर के लक्षण - Throat Cancer Symptoms in Hindi
- गले का कैंसर होने पर शरीर में कई लक्षण देखने को मिल सकते हैं।
- इस स्थिति में आपको खाना निगलने में कठिनाई होने के अलावा कई बार बोलने या गले में दर्द होने जैसा भी महसूस हो सकता है।
- लंबे समय तक गले में खराश बनी रहना भी गले के कैंसर की ओर इशारा हो सकता है।
- कान में दर्द होने और गले में गांठ बनना भी इस कैंसर का संकेत हो सकता है।
- आवाज में बदलाव होना या फिर गले में कफ बने रहना भी गले के कैंसर का संकेत हो सकता है।
गले के कैंसर के कारण- Causes of Throat Cancer in Hindi
गले के कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें ज्यादातर मामले धूम्रपान और शराब का सेवन करने के होते हैं। इसके अलावा तंबाकू का सेवन करने की वजह से भी गले का कैंसर हो सकता है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि खानपान में ज्यादा केमिकल होने की वजह से भी गले का कैंसर हो सकता है। अगर किसी व्यक्ति को गले के कैंसर के लक्षण नजर आते हैं, तो उसे तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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