Atul Parchure Death News: अतुल परचुरे एक प्रसिद्ध अभिनेता और कॉमेडियन थे, जिन्होंने मराठी और बॉलीवुड सिनेमा में अपने किरदारों से लोगों के दिलों में राज किया है। उन्होंने ‘द कपिल शर्मा कॉमेडी शो’ समेत कई टेलीविजन शो में भी यादगार भूमिकाएं निभाई हैं। आपको बता दें कि अभिनेता अतुल परचुरे का बीते 14 अक्टूबर को 57 साल की उम्र में निधन हो गया है। उसके बाद से गूगल ट्रेंड्स पर अतुल परचुरे (Atul Parchure Death Reason) का सर्च वॉल्यूम लगातार बढ़ता दिखा है। 15 अक्टूबर की बात करें, तो अतुल परचुरे का ट्रेंड पीक पर चला गया था। अतुल कुछ सालों से लिवर कैंसर से लड़ रहे थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो उनकी मौत रिलैप्स कैंसर (Relapse Cancer) की वजह से हुई है।
लिवर कैंसर ने ली अतुल परचुरे की जान
दिग्गज और प्रसिद्ध अभिनेता अतुलर परचुरे ने बीते सोमवार को अंतिम सांस ली। एक्टर के निधन से उनके प्रशंसकों को गहरा सदमा लगा है। आपको बता दें कि वह पिछले कुछ सालों से लिवर कैंसर से (Atul Purchure Death Reason) जूझ रहे थे। अतुल ने जुलाई 2023 में खुद एक इंटरव्यू में इस बात की पुष्टि की थी कि उन्हें लिवर कैंसर है। उनके लिवर में 5 सेंटीमीटर का लंबा ट्यूमर पाया गया था। लिवर कैंसर का पता चलने के बाद और समय से इलाज शुरू न कर पाने की वजह से उनकी हालत बिगड़ती चली गई। इस दौरान उन्हें कई मुश्किलों का भी सामना करना पड़ा था।
लिवर कैंसर एक गंभीर बीमारी है, जिसका समय पर इलाज करना बहुत जरूरी होता है। इस स्थिति में लिवर ट्रांसप्लांट की जरूरत भी पड़ सकता है। कई मामलों में लिवर कैंसर होने पर कोई लक्षण नजर नहीं आता है। यह अल्ट्रासाउंड के माध्यम से ही पता चल पाता है। लेकिन, कुछ मामलों में लिवर कैंसर के लक्षण नजर आ सकते हैं। मेट्रो हॉस्पिटल, फरीदाबाद के डायरेक्टर और गैस्ट्रोएंटरोलॉजी डॉ. विशाल खुराना से जानते हैं लिवर कैंसर के लक्षण, कारण और इलाज
लिवर कैंसर के लक्षण- Liver Cancer Symptoms
- दाहिनी तरफ पेट के ऊपरी हिस्से में सूजन
- दाहिनी तरफ पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना
- वजन कम होना
- भूख कम लगना
- कमजोरी और थकान
- शरीर में खुजली
- पेट का फूलना
- पेट में पानी भर जाना
लिवर कैंसर का इलाज- Liver Cancer Treatment
- सर्जरी
- रेडिएशन थेरेपी
- कीमोथेरेपी
- लिवर ट्रांसप्लांट
लिवर कैंसर के कारण- Liver Cancer Causes
लिवर कैंसर कई कारणों से हो सकता है।
- हेपेटाइटिस बी
- हेपेटाइटिस सी
- शराब पीना
- लिवर सिरोसिस
- मोटापा
- तंबाकू का सेवन
- फैटी लिवर
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लिवर कैंसर के इलाज के दौरान रखें इन बातों का ध्यान
- शराब और धूम्रपान का सेवन बिलकुल न करें।
- प्रोसेस्ड फूड्स और जंक फूड्स से पूरी तरह परहेज करें।
- हल्की डाइट लें और हैवी खाना खाने से बचें।
1. क्या दोबारा होने वाले कैंसर (Relapse Cancer) का रिकवरी रेट, पहली बार होने वाले कैंसर के रिकवरी रेट से कम होता है?
शाल्बी सनार इंटरनेशनल हॉस्पिटल, गुरुग्राम के एचओडी और सीनियर कंसल्टेंट और मेडिकल ऑन्कोलॉजी डॉ. रोकेश कुमार शर्मा बताते हैं, “आमतौर पर दोबारा होने वाले कैंसर का रिकवरी रेट बेहद कम होता है। पहली बार होने वाला कैंसर कुछ मामलों में ठीक हो सकता है। लेकिन, अगर कैंसर दोबारा हो जाता है, तो इस स्थिति में ठीक होने की संभावना बेहद कम रहती है। यह कैंसर के प्रकार और कैंसर कितने समय बाद हुआ है- जैसे इन कारकों पर भी निर्भर करता है।”
दोबारा होने वाला कैंसर ठीक हो सकता है या नहीं यह कई कारकों पर निर्भर करता है। इनमें शामिल हैं-
- कैंसर का प्रकार
- कैंसर का स्टेज
- दूसरी बार कैंसर कितने समय बाद हुआ है
- शरीर में कैंसर कितना फैल गया है
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2. दोबारा लिवर कैंसर होने पर रिकवरी की कितनी संभावना होती है?
प्रज्ञा कैंसर केयर एंड डायग्नोस्टिक, कानपुर के कंसल्टेंट और एमडी ऑन्कोपैथोलॉजिस्ट डॉ. सौमित्र महेंद्र बताते हैं, “अगर लिवर में कैंसर का आकार 2 सेंटीमीटर से ज्यादा है, तो इस स्थिति में यह समस्या दोबारा हो सकती है। लेकिन, टार्गेटेड थेरेपी और जीन थेरेपी की मदद से रिलैप्स कैंसर का इलाज किया जा सकता है। हालांकि, दोबारा होने वाले लिवर कैंसर का रिकवरी रेट बेहद कम होता है।”
3. पहली बार होने वाले लिवर कैंसर का रिकवरी रेट कितना होता है?
प्रज्ञा कैंसर केयर एंड डायग्नोस्टिक, कानपुर के कंसल्टेंट और एमडी ऑन्कोपैथोलॉजिस्ट डॉ. सौमित्र महेंद्र बताते हैं, “अगर लिवर कैंसर का समय पर निदान करके इलाज शुरू कर दिया जाए, तो इस स्थिति में रिकवरी रेट बढ़ सकता है। लिवर कैंसर के मरीजों के लिए 5 साल तक के लिए रिकवरी रेट संभव हो सकता है। टार्गेटेड थेरेपी और जीन थेरेपी की मदद से लिवर कैंसर का इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा, लिवर ट्रांसप्लांट की मदद से भी लिवर कैंसर के मरीजो को बचाया जा सकता है।”
डॉ. सौमित्र महेंद्र आगे बताते हैं, “स्टेज-1 लिवर कैंसर के मरीजों में रिकवरी रेट 45 फीसदी हो सकता है। इनका सर्वाइवल रेट 4 साल रहता है। वहीं, अगर स्टेज-2 की बात करें तो लिवर कैंसर के मरीजों में रिकवरी रेट 30-35 फीसदी होता है। लिवर के कैंसर का रिकवरी रेट, ट्यूमर के आकार पर भी निर्भर करता है।”
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