क्या आप भी अक्सर सिरदर्द और मूड स्विंग जैसी समस्याओं का सामना करते हैं? या चेहरे पर मुंहासों से परेशान रहते हैं? क्या आप जानते हैं ऐसा शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन के कारण होता है? महिलाओं में हार्मोन्स असंतुलन की समस्या बहुत आम है। इन दिनों ज्यादातर महिलाएं शरीर में हार्मोन्स के असंतुलन की समस्या से जूझ रही हैं, जिसके चलते उन्हें अनियमित पीरियड्स, पीरियड्स के दौरान गंभीर दर्द, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में अनचाहे बाल, कील-मुंहासे, पीसीओएस (PCOS), थायराइड डिसऑर्डर जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए शरीर में हार्मोन्स के संतुलन को बनाए रखना बहुत जरूरी है।
लेकिन कई बार हम कुछ ऐसे फूड्स का सेवन करते हैं, जो शरीर में हार्मोन्स को संतुलित होने से रोकते हैं। डायटीशियन मनप्रीत की मानें तो ऐसे कई फूड्स हैं, जो हार्मोन्स के स्राव को बाधित करते हैं और हार्मोन में गड़बड़ का कारण बनते हैं। इसलिए अगर कोई महिला पहले से हार्मोन असंतुलन की समस्या से जूझ रही है, तो उन्हें इन फूड्स के सेवन से सख्त परहेज करना चाहिए। आइए जानते हैं हार्मोन्स के संतुलन के लिए किन फूड्स का सेवन नहीं करना चाहिए (Foods Not To Eat In Hormonal Imbalance In Hindi)।
हार्मोन्स के संतुलन के लिए न करें इन 10 फूड्स का सेवन- Foods To Avoid In Hormonal Imbalance In Hindi
- प्लास्टिक में कंटेनर्स और बैग्स में स्टोर्ड फूड्स को खाने से बचना चाहिए, क्योंकि प्लास्टिक में कुछ मौजूद केमिकल हार्मोन की नकल करते हैं और उनके उत्पादन को बाधित करते हैं।
- आर्टिफिशियल रंगों और प्रिजर्वेटिव्स वाले डिब्बाबंद फूड्स में अंतःस्रावी अवरोधक (Endocrine disruptors) होते हैं। इसलिए इनसे परहेज करना चाहिए।
- सोया और सोया से बने उत्पाद नहीं खाने चाहिए, क्योंकि यह एस्ट्रोजन के रूप में कार्य करता है और एस्ट्रोजन का अधिक स्तर हार्मोन्स के असंतुलन का कारण बनता है।
- डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन कम करना चाहिए, क्योंकि ये आंत में सूजन का कारण बनते है और हार्मोनल के संतुलन को बिगाड़ते हैं।
- प्रॉसेस्ड फड्स नहीं खाने चाहिए, क्योंकि ये सूजन को बढ़ाते हैं और अधिवृक्क ग्रंथियों पर अधिक दबाव डालते हैं।
- रेड मीट से सख्त परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये एस्ट्रोजन असंतुलन को बढ़ावा देता है और हार्मोन्स असंतुलन का कारण बनता है।
- ज्यादा चाय-कॉफी पीने से बचें, क्योंकि इनमें कैफीन मौजूद होते हैं, जो शरीर में कोर्टिसोल के उत्पादन को बढ़ाता है।
- रिफाइंड चीनी के अधिक सेवन से बचें, क्योंकि यह घ्रेलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाता है।
- शराब पीने से सख्त बचें, क्योंकि यह इंसुलिन के उत्पादन और सेक्स हार्मोन संतुलन को बाधित करता है।
- प्लास्टिक की बोतलों में स्टोर किया हुआ पानी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि इससे एस्ट्रोजन का उत्पादन को बाधित होता है।
इसे भी पढें: पेट को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं ये 5 पोषक तत्व, जानें इनके स्रोत
View this post on Instagram
इसे भी पढें: सेब ठंडा होता या गर्म? जानें सेब खाने के बाद क्या नहीं खाना चाहिए
एक्सपर्ट क्या सलाह देते हैं
अगर आप पहले से हार्मोन्स असंतुलन की समस्या से जूझ रहे हैं तो आपको उपरोक्त फूड्स के सेवन से सख्त बचना चाहिए। अगर आप इन फूड्स का सेवन कर भी रहे हैं तो बहुत थोड़ी मात्रा में करें, नहीं तो यह आपकी मौजूदा स्थिति को बदतर बना सकते हैं।
All Image Source: Freepik.com