मौसम बदलने का असर आपके स्वास्थ्य पर भी होता है। ऐस में आपको वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शन होने का खतरा ज्यादा हो सकता है। इस दौरान गले में खराश (sore throat) और टॉन्सिलाइटिस की समस्या (tonsillitis) कई लोगों को परेशान करती है। दरअसल, मौसम में बदलाव के साथ स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया (streptococcus bacteria) से इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। टॉन्सिलिटिस, इसी कारण होने वाला एक प्रकार का इंफेक्शन है। होता ये है कि स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया से लड़ने के लिए हमारा इम्यून सिस्टम जब एक्टिव होता है तो ये शरीर में इसके खिलाफ एक इम्यूनिटी पैदा करता है। इसी कारण आपके टॉन्सिल में सूजन आ जाती और कई बार तेज दर्द होता है। पर जब ये टॉन्सिल इंफेक्शन ज्यादा बढ़ जाता है तो ये गले में खराश का भी कारण बनता है। डॉ. अमित सिंह (एमडी. इंटरनल मेडिसिन) जो कि कृष्णा लाइफलाइन हॉस्पिटल, तेलीबाग, लखनऊ में कार्यरत हैं उनकी मानें, तो ये समस्या अक्सर स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया से इंफेक्टेड चीजों को खाने से, गंदा पानी पीने से या फिर साफ-सफाई से जुड़ी लापरवाही के कारण होता है।
डॉ. अमित बताते हैं कि टॉन्सिल इंफेक्शन के ज्यादा बढ़ने पर कई बार ये गले में खराश का कारण (sore throat) भी बनता है। ये आपके खाने, पीने और यहां तक कि नींद में भी खलल डालता है और सांस लेने में समस्या पैदा करता है। जैसे कि आपको खाना निगलने में समस्या हो सकती है, कंठ में तेज दर्द महसूस हो सकता है, ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया हो सकता है और बहुत ज्यादा बढ़ने पर आपको बोलने में भी दिक्कत हो सकती है। इसके अलावा संक्रमण टॉन्सिल के आस-पास के टीशूज में गहराई तक फैल सकता है और टॉन्सिलर सेल्युलाइटिस का कारण बन सकता है। साथ ही कई बार संक्रमण के कारण टॉन्सिल के पीछे मवाद जमा हो सकता है। ऐसे में गलत खान-पान आपके टॉन्सिल इंफेक्शन के साथ गले में खराश को बढ़ा सकता है। तो, आइए जानते हैं ऐसी 10 चीजों के बारे में जिसे टॉन्सिल इंफेक्शन के साथ गले में खराश होने पर खाने से बचना चाहिए (Foods to avoid during sore throat tonsillitis)
1. खट्टी सब्जियां और फल
खट्टी सब्जियां और फल टॉन्सिल इंफेक्शन को बढ़ा सकता है। इससे आपको गले में और खराश और दर्द महसूस हो सकती है। दरअसल, टमाटर, नींबू, संतरे, अनानास और आम जैसे खट्टे सब्जियों और फलों में काफी मात्रा में एसिड होता है और ये प्राकृतिक रूप से एसिडिक होते हैं। ये आपके पहले से ही परेशान गले को और भी अधिक परेशान कर सकते हैं। ये गले को ड्राई कर देते हैं और अजीब सी खुजली पैदा करते हैं। जिससे आपकी गले की खराश बढ़ सकती है और तेज दर्द भी महसूस हो सकता है। ऐसे में अच्छी यही होगा कि आप गर्म तासीर वाले फल और सब्जियों को खाएं।
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2. चटनी और अचार
चटनी और अचार टॉन्सिल में सूजन पैदा कर सकते हैं और इससे आपकी समस्या और बढ़ सकती है। दरअसल, कुछ चटनी खट्टे होते हैं क्योंकि उसमें नींबू और नमक थोड़ा तेज होता है। तो, वहीं अचार में बहुत अधिक मात्रा में सिरका और नमक होता है जो आपके पेट में एसिड रिफ्लक्स को बढ़ा सकता है। ये गले की स्थिति और खराब करता है जिससे सूजन और खरोंच का अहसास होता है। साथ ही आमचूर, अनारदाना पाउडर, चाट मसाला खाने से भी आपको इस दौरान बचना चाहिए। ये भी एसिडिक प्रकृति के होते हैं जो कि गले की खराश को बढ़ा सकते हैं और ठीक होने में देरी पैदा करते हैं।
3. दही
दही छाती में जमा कफ और बलगम को गाढ़ा करके खांसी का कारण बन सकता है। साथ ही दही में लैक्टिक एसिड बैक्टीरिया होता है जो कि स्ट्रेप्टोकोकस बैक्टीरिया की फैमिली से ही आता है। तो, आपको इंफेक्शन इसी बैक्टीरिया के कारण हुआ है तो उस पर दही लेना इसे और बढ़ा सकता है।
4. फ्राइड फूड्स
जब गला संक्रमित होता है, तो ये किसी भी चीज से आसानी से प्रभावित हो जाता है। ऐसे में जब आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली नाजुक होती है तो फ्राइड फूड्स खाना इसे और कमजोर बना देता है। इसलिए यह सलाह दी जाती है कि जब आपको गले में खराश हो, टॉन्सिल हो या फिर खांसी भी हो तो ज्यादा तली हुई चीजों को खाने से बचना चाहिए। ये आपके शरीर की बीमारियों से लड़ने की क्षमता को और भी कम कर देते हैं और रिकवरी का समय बढ़ा देता हैं।
5. ज्यादा मसाले वाली चीजों को खाने से
टॉन्सिल इंफेक्शन बढ़ने पर खांसी भी पैदा कर सकता है। ऐसे में मसाले या लहसुन के साथ पका हुआ भोजन टॉन्सिल को बढ़ा सकता है और दर्दनाक बना सकता है। इसलिए जब आपको टॉन्सिल हो तो अपने लिए खाना बनाते समय कम मसालों का इस्तेमाल करें।
6. सॉस
टमाटर से बने सॉस ऑक्सालिक एसिड से भरपूर होते हैं। अगर अधिक मात्रा में लिया जाए तो टमाटर में मौजूद एसिड आपके गले की परत में जलन पैदा कर सकता है और टॉन्सिलिटिस को और भी बदतर बना सकता है। इसके अलावा भी आपको विभिन्न प्रकार के सॉस खाने से बचना चाहिए क्योंकि उनमें सभी परेशान करने वाले मसाले होते हैं जो आपकी खराश को और बढ़ा सकते हैं।
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7. कुरकुरी चीजें
चिप्स, कच्ची सब्जियां और नट्स से बनी कुरकुरी चीजों को खाने से आपको बचना चाहिए क्योंकि वे टॉन्सिलिटिस के सूजन को बढ़ा सकते हैं। ये चीजें गले के लिए कठोर होती हैं और इसमें जलन पैदा करती हैं। साथ ही आप गले में और ड्राईनेस महसूस कर सकते हैं जिससे कि और दर्द महसूस हो सकता है। ऐसे में आसानी से गले से नीचे जा सकने वाला खाना मददगार है। इस दौरान आप अपनी सब्जियों को भाप से पका कर खा सकते हैं क्योंकि यह उन्हें कोमल बना देगी और ये गले से आसानी से गुजर जाएगा।
8. कैफीन और पैकेज्ड जूस
कैफीन गले में ड्राईनेस पैदा करते हैं और गले की खिचखिच बढ़ाते हैं। तो, पैकेज्ड जूस में आर्टिफिशियल कलर और चीनी से भरे होते हैं, जिससे गले की सूजन बढ़ सकती है। साथ ही ये दोनों पेट में एसिड रिफ्लक्स का कारण बन सकते हैं जो कि कुल मिला कर आपको परेशान कर सकता है।
9. शराब के सेवन से बचें
आपका शरीर पहले से ही गले में खराश के साथ ड्राईनेस से जूझ रहा है और शराब के सेवन से सूखापन बढ़ जाएगा जिससे असुविधा हो सकती है। इसलिए जब आप बीमार हों या आपके गले में सूजन व खराश हो तो, आपको शराब के सेवन से बचना चाहिए।
10. तंबाकू और पान-मसाला खाने से बचें
कई लोगों को तंबाकू और पान-मसाला खाने की आदत होती है। वो किसी भी स्थिति में इन्हें छोड़ नहीं सकते। पर जब आपको टॉन्सिलिटिस की समस्या हो सकती है तो ये गले की समस्याओं को और बढ़ा सकते हैं। ये गले में जलन पैदा कर सकते हैं और इस स्थिति को और खराब बना देते हैं।
तो, अगर आपको टॉन्सिल इंफेक्शन के साथ गले में खराश की समस्या हो तो, आपको इन चीजों से खाने-पीने से बचना चाहिए। साथ ही आपको इस दौरान दवाइयों के साथ गर्म पानी और गर्म चीजों को लेना चाहिए। ये आपको जल्दी ठीक होने में मदद करते हैं।
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