
वायु प्रदूषण दुनियाभर में एक बड़ी समस्या के रूप में देखा जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक 99 प्रतिशत लोग खराब वायु में रह रहे हैं। ऐसी स्थिति में रहना स्वास्थ्य के लिए गंभीर रूप से खतरा बन सकता है। ऐसे में सांस के साथ ही हार्ट से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। हाल ही में हुई एक स्टडी के मुताबिक वायु प्रदूषण में जन्म लेने वाले शिशु के वजन पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। ऐसे में महिलाओं को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
शिशु के वजन पर पड़ सकता है वजन
शोधकर्ताओं ने स्टडी में पाया कि प्रदूषण में रहने वाली महिलाओं के बच्चों का वजन सामान्य शिशुओं से कम था। ऐसे में कम वजन कम होने से बच्चों में आगे चलकर अस्थमा या फिर यानी क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) होने का अधिक खतरा रहता है। नॉर्थन यूरूप के रेस्पिरेटरी हेल्थ द्वारा की गई स्टडी में शोधकर्ताओं ने 5 पॉल्यूटेंट्स का डेटा लिया जिसमें, ब्लैक कार्बन, ओजोन और नाइट्रोजन डायॉक्साइड आदि शामिल थे। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो महिलाएं थोड़े से भी प्रदूषण में रह रही थीं, उनके शिशुओं का जन्म कम वजन से साथ हुआ था।
इसे भी पढ़ें - प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए कौन सी डाइट है बेस्ट? वैज्ञानिकों ने बताया इस डाइट से होता है शिशु का बेहतर विकास
प्रेग्नेंसी में प्रदूषण से बचने के तरीके
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बातचीत की। उन्होंने बताया कि ऐसे में घर की साफ-सफाई रखना बेहद जरूरी होता है। ऐसी स्थिति में प्यूरिफायर का इस्तेमाल करना भी बेहतर होता है, इससे दूषित हवा का प्रभाव कम होता है। ऐसे में घर पर इंडोर प्लांट्स लगाएं, इससे घर में प्रदूषण नहीं आने के साथ ही शरीर को भी पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन मिलता है। ऐसे में बाहर निकलने से पहले मास्क लगाएं। इससे प्रदूषित हवा का प्रभाव कम होता है। ऐसे में घर में अगरबत्ती जलाने से बचें।
प्रेग्नेंसी में प्रदूषण से बचने के लिए बरतें ये सावधानियां
- प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को कई तरह से सावधानियां बरतनी चाहिए। ऐसे में प्रदूषण के संपर्क में आना नुकसानदायक हो सकता है। ऐसे में घरों में लकड़ी या फिर चूल्हे आदि के इस्तेमाल से होने वाले धुएं से बचें।
- प्रेग्नेंसी के दौरान अगरबत्ती से निकलने वाले धुएं के संपर्क में आने से बचें।
- ऐसे में घर के बाहर बिना मास्क लगाए न निकलें। इससे प्रदूषण के संपर्क में आने की आशंका अधिक रहती है।
Read Next
जॉब करने वाले 59% भारतीय स्ट्रेस के कारण रहते हैं बर्नआउट का शिकार, जानें क्या हैं इसके लक्षण
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version