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प्रेग्नेंसी में अक्‍सर होता है इन 5 स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा, गर्भवती मह‍िलाएं ऐसे बरतें सावधानी

प्रेग्नेंसी में जेस्‍टेशनल डायब‍िटीज, एनीम‍िया, यूटीआई जैसी कई बीमार‍ियां हो सकती हैं। इनसे बचने के ल‍िए हेल्‍दी लाइफस्‍टाइल अपनाना जरूरी है।
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प्रेग्नेंसी में अक्‍सर होता है इन 5 स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा, गर्भवती मह‍िलाएं ऐसे बरतें सावधानी

प्रेग्नेंसी एक महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत अध्याय होता है। यह नई जिंदगी को जन्म देने की प्रक्रिया होती है। लेकिन, यह यात्रा हमेशा आसान नहीं होती। कई महिलाएं गर्भावस्था के दौरान कुछ स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करती हैं। ये समस्याएं शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलावों, बढ़ते गर्भाशय और अन्य शारीरिक बदलावों के कारण हो सकती हैं। कुछ सामान्य समस्याओं में मतली, उल्टी, थकान, पीठ दर्द, कब्ज, पैरों में सूजन और इंफेक्‍शन शामिल हैं। हालांकि, कुछ मामलों में, ये समस्याएं और भी गंभीर हो सकती हैं और तुरंत इलाज की जरूरत पड़ सकती है। आज के द‍िन यानी 23 जनवरी को हर साल मातृ स्वास्थ्य जागरूकता दिवस (Maternal Health Awareness Day 2025) मनाया जाता है। दुनिया भर में कई महिलाएं प्रेग्नेंसी के दौरान या उसके बाद अपनी जान गंवा देती हैं। यह दिन इस समस्या के बारे में जागरूकता बढ़ाकर इसे कम करने का प्रयास करता है। इसी कड़ी में हम जानेंगे प्रेग्नेंसी में होने वाली 5 स्‍वास्‍थ्‍य समस्‍याओं के बारे में। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई हॉस्‍प‍िटल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की।

1. प्रेग्नेंसी में जेस्‍टेशनल डायब‍िटीज होना- Gestational Diabetes in Pregnancy

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जेस्टेशनल डायबिटीज गर्भावस्था के दौरान होने वाली एक प्रकार की डायब‍िटीज है। इसमें गर्भवती महिला के शरीर में इंसुलिन ठीक से काम नहीं करता है जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। यह आमतौर पर गर्भावस्था के बीच वाले स्‍टेज में होता है और ड‍िलीवरी के बाद ठीक हो जाता है। लेक‍िन यह समस्‍या नजरअंदाज करने पर स्थायी बन सकती है। स्वस्थ आहार, नियमित एक्‍सरसाइज, ब्लड शुगर की निगरानी और डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाओं की मदद से इस समस्‍या को दूर क‍िया जा सकता है।

इसे भी पढ़ें- क्या प्रेग्नेंसी के दौरान डायबिटीज (Gestational Diabetes) खतरनाक होता है? बता रहे हैं डॉक्टर

2. प्रेग्नेंसी में एनीम‍िया होना- Anemia in Pregnancy

प्रेग्नेंसी के दौरान एनीमिया एक आम समस्या है। इसमें शरीर में रेड ब्‍लड सेल्‍स की कमी हो जाती है, जिससे शरीर के अंगों तक पर्याप्त ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाता। गर्भावस्था के दौरान शरीर को ज्‍यादा खून और आयरन की जरूरत होती है। अगर पर्याप्त मात्रा में आयरन नहीं मिल पाता, तो एनीमिया हो सकता है। एनीम‍िया के कारण थकान, कमजोरी, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, पीलापन जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। आयरन युक्त आहार लेना, आयरन की गोलियां, डॉक्टर की सलाह से एनीम‍िया का इलाज क‍िया जा सकता है।

3. प्रेग्नेंसी में यूटीआई होना- Urinary Tract Infection in Pregnancy

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं में यूटीआई होना आम है। बढ़ता गर्भाशय, यूरिनरी ब्लैडर पर दबाव डालता है जिससे बैक्टीरिया आसानी से यूरिनरी ब्लैडर में प्रवेश कर जाते हैं। यूटीआई के लक्षणों की बात करें, तो बार-बार पेशाब आना, पेशाब करते समय जलन, पेट के निचले हिस्से में दर्द, बुखार जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। अगर एनीम‍िया का इलाज समय पर न किया जाए, तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है। डॉक्टर द्वारा दी गई एंटीबायोटिक दवाओं की मदद से एनीम‍िया का इलाज क‍िया जा सकता है।

4. प्रेग्नेंसी में सांस लेने में कठिनाई होना- Breathing Problem in Pregnancy

प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को सांस लेने में कठिनाई होना एक आम समस्या है। बढ़ता हुआ गर्भाशय फेफड़ों पर दबाव डालता है, जिससे सांस लेने की जगह कम हो जाती है। इसके अलावा, शरीर में खून की मात्रा बढ़ने से भी सांस फूलने की समस्या हो सकती है। सीढ़ियां चढ़ने या थोड़ा सा चलने पर सांस फूलना, नींद के दौरान सांस लेने में दिक्कत होना इसके लक्षण हैं। अगर आपको सांस लेने में बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

5. प्रेग्नेंसी में ड‍िप्रेशन होना- Depression in Pregnancy

प्रेग्नेंसी एक खुशी का समय होता है, लेकिन कई महिलाएं इस दौरान डिप्रेशन का अनुभव करती हैं। हार्मोनल बदलाव, शारीरिक बदलाव और भावनात्मक उतार-चढ़ाव इसके प्रमुख कारण हैं। प्रेग्नेंसी में ड‍िप्रेशन होने पर उदासी, चिंता, नींद न आना, भूख न लगने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं। हार्मोनल परिवर्तन, शारीरिक बदलाव, स्‍ट्रेस जैसे कारणों के कारण ड‍िप्रेशन हो सकता है। यह समस्‍या मां और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक हो सकता है। बच्चे का जन्म वजन कम हो सकता है या विकास में देरी हो सकती है।

प्रेग्नेंसी में बीमार‍ियों से कैसे बचें?- How to Prevent Diseases in Pregnancy

  • प्रेग्नेंसी में संतुलित आहार लें, खूब पानी पि‍एं और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें।
  • पर्याप्त नींद लें और दिन में थोड़ा आराम करें।
  • डॉक्टर की सलाह के साथ हल्की एक्‍सरसाइज करें।
  • गर्मी से बचाव करें और हाइड्रेटेड रहें।
  • योग, ध्यान या अन्य स्‍ट्रेस को कंट्रोल करने वाली तकनीकों को अपनाएं।
  • नियमित रूप से डॉक्टर से मिलकर अपनी स्वास्थ्य की जांच करवाएं।

डॉक्टर को कब दिखाएं?- When to Seek Doctor's Help

  • अगर आपको तेज दर्द हो रहा हो
  • अगर बहुत ब्‍लीड‍िंग हो रही हो
  • अगर आपको सांस लेने में कठिनाई हो रही हो
  • अगर आपको दृष्टि में बदलाव महसूस हो
  • अगर आपको सिरदर्द बहुत ज्‍यादा हो रहा हो
  • अगर आपको पेशाब करते समय जलन होती हो

गर्भावस्था एक सुंदर यात्रा है, लेकिन यह कुछ चुनौतियों के साथ भी आ सकती है। डॉक्टर से नियमित रूप से जांच करवाएं और स्वस्थ जीवनशैली अपनाकर आप इन चुनौतियों का सामना कर सकती हैं और एक स्वस्थ बच्चे को जन्म दे सकती हैं।

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