प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं को हेल्दी डाइट मेनटेन करनी चाहिए। इससे उनके शरीर के साथ ही शिशु का भी विकास होता है। प्रेग्नेंसी में अनहेल्दी डाइट लेना सेहत के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक भी हो सकता है। हाल ही में जामा नेटवर्क ओपन में प्रकाशित एक स्टडी के मुताबिक मेडिटेरियन डाइट लेने वाली महिलाओं के बच्चों का मानसिक और शारीरिक विकास बेहतर होता है।
बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य होता है बेहतर
मेडिटेरियन डाइट लेने वाली कुछ महिलाओं को इस शोध में शामिल किया गया, जिसमें देखा गया कि जिन महिलाओं ने प्रेग्नेंसी के दौरान मेडिटेरियन डाइट फॉलो की थी, उनके बच्चों का मानसिक स्वास्थ्य इस डाइट को फॉलो नहीं करने वाली महिलाओं के शिशुओं के मुकाबले अधिक तेज था। इस दौरान शिशुओं का सामाजिक और इमोश्नल विकास हुआ। शोध में महिलाओं को 3 भागों में बांटा गया था, जिसमें उन्हें मेडिटेरियन डाइट देने के साथ ही योगा और एक्सरसाइज भी कराई जाती थी।
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क्या है मेडिटेरियन डाइट?
दरअसल, मेडिटेरियन डाइट प्लांट बेस्ड डाइट है, जिसमें मुख्य रूप से फल और सब्जियों को अधिक शामिल किया जाता है। ऐसे में आप साबुन अनाज, सब्जियां, फल, नट्स, ओमेगा 3 फैट्स, मछली और ऑलिव ऑयल आदि का सेवन कर सकते हैं। इस डाइट के तहत आपको अपनी डाइट में अनहेल्दी फैट न लेकर केवल हेल्दी फैट्स का ही सेवन करना है। ऐसे में आप लीन मीट और चिकन आदि को डाइट में शामिल कर सकते हैं।
प्रेग्रेंसी में मेडिटेरियन डाइट से होने वाले फायदे
प्रेग्नेंसी के दौरान मेडिटेरियन डाइट लेना सेहत के लिए कई तरीकों से फायदेमंद हो सकता है। ऐसे में शरीर में जरूरी पोषक तत्व पहुंचने के साथ ही अच्छा आहार मिलता है। यह डाइट लेना शिशु के न्यूरोलॉजिकल विकास में भी काफी लाभकारी होती है। ऐसे में शरीर को हेल्दी फैट्स भी मिलते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ही हार्ट के लिए भी फायदेमंद होते हैं। मेडिटेरियन डाइट लेने के दौरान ज्यादा मछली न खाएं क्योंकि कुछ मछलियों में मरकरी पाई जाती है, जो सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।