जूस, कोल्ड कॉफी, नींबू पानी या फिर कोल्ड ड्रिंक आदि पीने के लिए लोग स्ट्रॉ का इस्तेमाल करते हैं। प्लास्टिक बैन होने के बाद से पेपर यानि कागज से बनाई गई स्ट्रॉ काफी प्रचलित हुई है, लेकिन यह सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। हाल ही में बेल्जियम के शोधकर्ताओं द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक पेपर स्ट्रॉ में कुछ हानिकारक कैमिकल पाए जाते हैं, जो न सिर्फ इंसान, बल्कि पर्यावरण और जानवरों को भी नुकसान पहुंचा सकता है।
स्वास्थ्य के लिए हानिकारक
शोधकर्ताओं के मुताबिक पेपर स्ट्रॉ में पॉली- और पेरफ्लूरोएल्काइल PFAS पाया जाता है। यह कैमिकल केवल पेपर स्ट्रॉ ही नहीं, बल्कि बांस की स्ट्रॉ के साथ ही प्लास्टिक की स्ट्रॉ में भी पाए जाते हैं। यह कैमिकल भले ही शुरूआती तौर पर शरीर के लिए बेहद कम हानिकारक हो, लेकिन लंबे समय तक इसका इस्तेमाल करना शरीर को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है। साल 2020 से ही इस कैमिकल या एसिड को दुनियाभर में प्रतिबंधित कर दिया गया है। हालांकि, शोधकर्ता लंबे समय से लोगों को इस कैमिकल से होने वाली हानिकारक प्रभाव को लेकर जागरुक कर रहे हैं।
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हो सकती हैं ये समस्याएं?
शोधकर्ताओं के मुताबिक पॉली- और पेरफ्लूरोएल्काइल कैमिकल शरीर के लिए कई तरीकों से नुकसानदायक हो सकता है। इसके इस्तेमाल से थायराइड की समस्या हो सकती है। इसके इस्तेमाल से कोलेस्ट्रॉल बढ़ना, किडनी का कैंसर होना या फिर अंडकोष का कैंसर भी हो सकता है। यही नहीं इन कैमिकल्स का ज्यादा इस्तेमाल करना बीमारियों से बचने के लिए लगवाई जाने वाली वैक्सीन के असर को भी कम कर सकता है। यह कई बार लिवर की कार्यक्षमता पर असर डालने के साथ ही लिवर को डैमेज भी कर सकता है।
प्लास्टिक बैन होने के बाद से बढ़ा चलन
दरअसल, प्लास्टिक के बैन होने के बाद से पेपर या फिर बैंबू स्ट्रॉ का चलन तेजी से बढ़ा है। प्लास्टिक को लेकर ऐसी कई रिसर्च हुईं, जिसमें इसके हानिकारक होने की बात साबित हुई। जिसके बाद से लोग कोल्ड कॉफी, शिकंजी, जूस आदि पीने के लिए पेपर स्ट्रॉ का इस्तेमाल करने लगे।