फिट और हेल्दी रहने के लिए योग का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। रोजाना योग का सही ढंग से अभ्यास न सिर्फ आपके शरीर को फिट रखता है बल्कि कई बीमारियों से बचाने का काम भी करता है। शरीर को लचीला और निरोगी बनाने के लिए एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसका नियमित अभ्यास करने से आपकी रीढ़ की हड्डी को बहुत फायदा मिलता है और फेफड़े भी मजबूत होते हैं। एक-पाद राजकपोतासन (Eka Pada Rajakapotasana) को कबूतर मुद्रा के नाम से भी जाना जाता है। इस योगासन का अभ्यास कबूतर जैसी मुद्रा में होता है इसलिए इसे कबूतर मुद्रा (Pigeon Pose) के नाम से जाना जाता है। आइये विस्तार से जानते हैं एक-पाद राजकपोतासन के फायदे और इसके अभ्यास के तरीके बारे में।
एक-पाद राजकपोतासन के फायदे ( Eka Pada Rajakapotasana or King Pigeon Pose Benefits)
नियमित रूप से एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास करने से आपके शरीर को कई फायदे मिलते हैं। इसका अभ्यास शरीर की मांसपेशियों को लचीला और मजबूत बनाने का काम करता है। शरीर के आंतरिक अंगों को हेल्दी रखने के लिए भी एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद है। सही ढंग से इसका अभ्यास करने से आपके शरीर का पोश्चर ठीक होता है। शुरुआत में इस योगासन का अभ्यास एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास करने के प्रमुख फायदे इस प्रकार से हैं।
इसे भी पढ़ें : रोजाना योग करने से शरीर, मन और मस्तिष्क को मिलते हैं ये 6 फायदे
1. शरीर की मांसपेशियों को लचीला और मजबूत बनाने के लिए एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास फायदेमंद है। हिप्स का लचीलापन बढ़ाने में इसका अभ्यास बहुत उपयोगी माना जाता है।
2. मूत्र विकार यानि पेशाब से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए इस योगासन का अभ्यास बहुत उपयोगी माना जाता है। यह आसन किडनी को भी हेल्दी रखने का काम करता है।
3. शरीर के आंतरिक अंगों को उत्तेजित करने का काम करता है। इसका नियमित अभ्यास करने से आपके आंतरिक अंग हेल्दी रहते हैं।
4. साइटिका के दर्द को कम करने में इस योगासन का अभ्यास बहुत उपयोगी माना जाता है।
5. एक-पाद राजकपोतासन का नियमित अभ्यास करने से आपको लोअर बेक पेन की समस्या में फायदा मिलता है।
6. रोजाना इस योगासन का अभ्यास करने से शरीर का पोश्चर ठीक होता है और संतुलन सही होता है।
7. नियमित रूप से एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास करने से आपका पाचन तंत्र मजबूत होता है और कब्ज की समस्या या पाचन से जुड़ी समस्याओं में बहुत फायदा मिलता है।
एक-पाद राजकपोतासन का अभ्यास करने का तरीका (Steps To Do Eka Pada Rajkapotasana)
एक-पाद राजकपोतासन को मध्यम स्तर का योगासन माना जाता है। इसका अभ्यास शुरुआत में एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। आप एक पाद राजकपोतासन का अभ्यास करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- सबसे पहले दण्डासन की मुद्रा में बैठ जाएं।
- इसके बाद दाहिने घुटने को मोड़ें और तलवे को हिप्स के पास रखें।
- अब अपना पूरा वजन दाहिने तरफ डालते हुए पैर को ऊपर उठाकर पीछे की ओर ले जाएं।
- बाएं पैर को सीधा कर लें।
- इसके बाद बाएं घुटने को मोड़ें और दोनों पैरों को बैलेंस करते हुए रखें।
- अब गहरी सांस लेते हुए हाथों को ऊपर की तरफ उठाएं और कोहनी को मोड़ें।
- पैर को मजबूती से पकड़ कर चेस्ट की तरफ उठाएं और गर्दन को पीछे की तरफ मोड़ें।
- इसी पोजीशन में थोड़ी देर तक बने रहें और कुछ सेकंड बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को दोबारा सामने ले आएं।
इसे भी पढ़ें : मोटापा-डायबिटीज जैसी 5 बीमारियों के लिए एक्सपर्ट से जानें योगासन टिप्स
शुरुआत में एक पाद राजकपोतासन का अभ्यास थोड़ा कठिन हो सकता है, इसलिए इसका अभ्यास एक्सपर्ट की देखरेख में ही करना चाहिए। घुटने, टखने या पीठ में चोट या किसी तरह की समस्या होने पर इस योगासन का अभ्यास न करें। गर्भवती महिलाओं के लिए भी इस योगासन का अभ्यास फायदेमंद नहीं माना जाता है, इसलिए प्रेगनेंसी में भी इसका अभ्यास नहीं करना चाहिए। हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी इस योगासन का अभ्यास करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
(All Image Source - Freepik.com)