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प्रेगनेंसी में गाजर खाने के 5 फायदे, जानें कुछ नुकसान और सावधानियां

प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का सेवन कितना सुरक्षित है और कितना असुरक्षित, इसके बारे में पता होना जरूरी है। जानते हैं फायदे, नुकसान और सावधानी...
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प्रेगनेंसी में गाजर खाने के 5 फायदे, जानें कुछ नुकसान और सावधानियां


सर्दियों में गाजर, गोभी, बथुआ, मेथी आदि सीजनल सब्जियों का सेवन किया जाता है। इस मौसम में ना केवल इन सब्जियों का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि यह बेहद ही पौष्टिक सब्जियां भी मानी जाती हैं। लेकिन क्या गर्भवती महिलाओं के लिए सिजनल सब्जियों का सेवन सुरक्षित है? आज हम बात कर रहे हैं गाजर के सेवन की। गर्भवती महिलाएं अपनी डाइट में गाजर को जोड़ सकती हैं या नहीं, इसके बारे में पता होना जरूरी है। आज का हमारा लेख भी इसी विषय पर है। बता दें कि गाजर के अंदर सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, आयरन, प्रोटीन, फाइबर, विटामिन ए, विटामिन सी आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जो सेहत को कई समस्याओं से दूर रख सकते हैं। ऐसे में यह जानना और भी जरूरी है कि प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का सेवन कितना सुरक्षित है। आज का हमारा लेख इसी विषय पर है। आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का सेवन करने से सेहत को क्या-क्या फायदे होते हैं। साथ ही इसके नुकसान और जरूरी सावधानी के बारे में भी जानेंगे। इसके लिए हमने न्यूट्रीशन केयर क्लीनिक, लखनऊ की डाइटीशियन इति जैन से भी इनपुट्स मांगे हैं।  पढ़ते हैं आगे...

 

क्या कहती है रिसर्च

1 - जैसा कि हमने पहले भी बताया गाजर के अंदर विटामिन ए मौजूद होता है। वहीं गर्भवती महिलाओं को विटामिन ए को अपनी डाइट में जोड़ने की सलाह दी जाती है। ऐसे में गाजर प्रेगनेंसी के दौरान बेहद उपयोगी साबित हो सकता है। इससे संबंधित रिसर्च पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...

2 - बता दें कि डब्ल्यूएचओ यानी वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने भी प्रेगनेंसी के दौरान किन चीजों को अपनी डाइट में जोड़ना चाहिए. उससे संबंधित सूची जारी की थी, जिसमें गाजर का नाम भी शामिल था। सूची देखने के लिए यहां क्लिक करें...

प्रेगनेंसी के दौरान गाजर खाने के फायदे

प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का सेवन करने से प्रेगनेंट महिलाओं को कई फायदे हो सकते हैं। यह फायदे निम्न प्रकार हैं- 

1 - खून की कमी से राहत

प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को खून की कमी यानी एनीमिया की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। वहीं एनीमिया की समस्या शरीर में आयरन की कमी के कारण हो सकती है। बता दें कि गाजर के अंदर आयरन मौजूद होता है जो न केवल एनीमिया की समस्या को दूर कर सकता है बल्कि शारीरिक बदलावों के कारण शरीर में जो हीमोग्लोबिन कम हुआ है उसका स्तर भी सही रख सकता है। ऐसे में महिलाएं अपनी डाइट में गाजर को जोड़ सकती हैं।

2 - पाचन क्रिया को बनाए बेहतर

गर्भवती महिलाएं अपनी पाचन को बेहतर बनाने के लिए गाजर को अपनी डाइट का हिस्सा बना सकती हैं। बता दें कि गाजर के अंदर फाइबर मौजूद होता है जो पाचन क्रिया को ना केवल बेहतर बना सकता है बल्कि कब्ज की समस्या से भी राहत दिला सकता है। ऐसे में जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान कब्ज की समस्या से परेशान हैं वह गाजर को जोड़कर अपनी इस परेशानी को दूर कर सकती हैं।

3 - एनर्जी के लिए बेहतर

प्रेगनेंसी के दौरान अक्सर महिलाओं को ज्यादा थकान महसूस होती है। ऐसे में बता दें कि गाजर के अंदर मैग्निशियम मौजूद होता है जो न केवल शरीर में उर्जा को बनाए रख सकता है बल्कि गाजर के सेवन से महिलाएं अपने शरीर में ऊर्जा का स्तर भी नियंत्रण रख सकती हैं।

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4 - आंखों की समस्या हो दूर

गाजर का सेवन गर्भवती महिलाओं को आंखों की समस्या से दूर रख सकता है। बता दें कि गाजर के अंदर विटामिन ए मौजूद होता है जो न केवल आंखों की रोशनी बढ़ा सकता है बल्कि रतौंधी यानी नाइट ब्लाइंडनेस से भी बचाव में कारगर है। ऐसे में गाजर के सेवन से महिलाएं अपनी आंखों को सुरक्षित रख सकती हैं।

5 - रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को विटामिन ए को जोड़ने की सलाह दी जाती है। वहीं हमने आपको पहले भी बताया कि गाजर के अंदर विटामिन ए मौजूद होता है। ऐसे में यदि महिलाएं अपनी डाइट में गाजर को जोड़ती हैं तो इससे न केवल उनके शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होगा बल्कि गर्भ में पल रहे बच्चे की ग्रोथ के लिए भी विटामिन ए जरूरी पोषक तत्वों में से एक है।

प्रेगनेंसी में गाजर खाने के नुकसान

किसी भी चीज की अति सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। ऐसा ही कुछ गाजर के सेवन से भी है। यदि महिलाएं अधिक मात्रा में गाजर का सेवन करती हैं तो इससे उन्हें निम्न समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है-

1 - बता दें कि गाजर के अंदर विटामिन ए मौजूद होता है। ऐसे में यदि महिलाएं इसका अधिक मात्रा में सेवन करती है तो गर्भपात जैसी स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

2 - गाजर के अधिक सेवन से जन्म दोष जैसी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।

3 - महिलाओं को गाजर के सेवन से एलर्जी का भी खतरा रह सकता है।

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प्रेगनेंसी के दौरान गाजर का सेवन करते वक्त बरतने वाली सावधानी

1 - अगर महिलाएं कच्ची गाजर का सेवन कर रही हैं तो गाजर को अच्छे से धो लें।

2 - गर्भवती महिलाएं गाजर के जूस का भी सेवन कर सकती है। लेकिन इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करें।

3 - अपनी डाइट में गाजर के बीज को जोड़ने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें। क्योंकि गाजर के बीजों को गर्भनिरोधक के रूप में जाना जाता है।

नोट - ऊपर बताए गए बिंदुओं से पता चलता है कि गाजर के सेवन से गर्भवती महिलाओं को कई फायदे हो सकते हैं। साथ ही गर्भ में पल रहे बच्चे के लिए भी गाजर बेहद उपयोगी है। लेकिन इसकी अधिकता सेहत के लिए नुकसानदेह हो सकती है। ऐसे में गाजर को अपनी डाइट में जोड़ने से पहले एक बार एक्सपर्ट से इसकी सीमित मात्रा की जानकारी ले लें। इससे अलग गाजर के जूस और गाजर के बीजों को जोड़ने से पहले भी महिलाएं एक्सपर्ट की राय जरूर लें। यदि महिलाओं को गाजर से एलर्जी है तो इससे अपनी डाइट में जोड़ने की भूल ना करें।

इस लेख में फोटोज़ Freepik से ली गई हैं।

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