International Carrot Day 2024: हर साल 4 अप्रैल को विश्व गाजर दिवस के तौर पर मनाया जाता है। जंक और प्रोसेस्ड फूड के जमाने में गाजर दिवस को मनाने का मुख्य मकसद, लोगों को इस सब्जी के फायदों से रूबरू कराना (Health Benefits of Carrot) है। इस दिन को मनाने की शुरुआत 2003 में हुई थी। सबसे पहले गाजर दिवस को मनाने की शुरुआत फ्रांस और स्वीडन से हुई। इसके बाद भारत, जापान, रूस इटली समेत दुनिया के कई देशों में विश्व गाजर दिवस (International Carrot Day) मनाया जाने लगा। गाजर एक रूट वेजिटेबल है, जिसे सलाद, सब्जी, सूप, हवला और कई तरह की मिठाई बनाकर खाने में इस्तेमाल किया जाता है। जब बात गाजर की आती है, तो ज्यादातर लोगों को सिर्फ यह नारंगी रंग की ही दिखाई देती है। लेकिन गाजर लाल, पीली, पर्पल, नारंगी और काली कलर की भी होती है। इन सभी गाजरों के अलग तरह के फायदे हैं। विश्व गाजर दिवस के मौके पर हम आपको लाल, पर्पल, नारंगी और काली गाजर में कौन ज्यादा सेहत के लिए फायदेमंद है, इसके बारे में बताने जा रहे हैं। साथ ही यह भी जानने की कोशिश करेंगे कि कौन से रंग की गाजर सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद होती है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के भाग्य आयुर्वेदा की न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटिशियन पूजा सिंह से बात की।
भारत में कितने तरह की गाजर पाई जाती हैं?
डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि भारत में मुख्य तौर पर पीली, लाल, पर्पल और काली गाजर पाई जाती है। मुख्य रूप से कहें तो भारत में 5 तरह की गाजर पाई जाती है। जिसका इस्तेमाल सब्जी, सलाद और कई तरह की मिठाइयां बनाने के लिए किया जाता है। इन सभी गाजरों में अलग-अलग तरह के पोषक तत्व होते हैं, जो शरीर और दिमाग को कई तरह से फायदा पहुंचाते हैं।
लाल गाजर खाने के फायदे- Red Carrot Health Benefits in hindi
डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि आमतौर पर भारत में लाल गाजर ही पाई जाती है। लाल गाजर में लाइकोपीन नामक एक यौगिक होता है। इसी यौगिक की वजह से गाजर का रंग लाल होता है। लाल गाजर मेटाबॉलिज्म को बूस्ट करने, आंखों की रोशनी को तेज करने और हार्ट से संबंधित बीमारियों को रोकने में मददगार होती है। हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि उत्तर भारत के ज्यादातर घरों में लाल गाजर का ही इस्तेमाल किया जाता है।
पर्पल गाजर खाने के फायदे- Purple Carrot Health Benefits in hindi
पर्पल गाजर भारत के लोगों के लिए थोड़ी नई है। इसका इस्तेमाल ज्यादातर शहरी क्षेत्रों में किया जाता है। पर्पल गाजर में मुख्य रूप से एंथोसाइनिन नाम का कंपाउंड होता है जो पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सीडेंट है। पर्पल गाजर का सेवन करने से शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद मिलती है। साथ ही यह गाजर ब्रेस्ट, लिवर, स्किन और कैंसर की कोशिकाओं को भी खत्म करने में मददगार होती है। हालांकि पर्पल गाजर का इस्तेमाल सिर्फ सलाद के तौर पर ही किया जाता है।
इसे भी पढ़ेंः कंप्यूटर की तरह तेज काम करेगा दिमाग, आज से ही फॉलो करें एक्सपर्ट की ये 4 टिप्स
पीली गाजर खाने के फायदे- Yellow Carrot Health Benefits in hindi
गाजर की अन्य किस्मों के मुकाबले पीली गाजर का स्वाद थोड़ा ज्यादा मीठा होता है। इसमें ल्युटिन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। ल्युटिन आंखों की सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। टीवी और मोबाइल स्किन देखने की वजह से जिन लोगों की आंखें कमजोर हो गई हैं, उन्हें अपनी रोजाना की डाइट में पीली गाजर को जरूर शामिल करना चाहिए। इसके अलावा पीली गाजर स्किन को सूरज की हानिकारक किरणों से भी बचाने में मददगार होती है।
काली गाजर खाने के फायदे- Black Carrot Health Benefits in hindi
काली गाजर में प्रचुर मात्रा में फाइबर, पोटैशियम, विटामिन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। वर्तमान में काली गाजर की खेती भारत, पाकिस्तान, अफगानिस्तान और तुर्की में की जाती है। काली गाजर में हाई फाइबर होता है। फाइबर पाचन तंत्र को दुरुस्त रखने में मदद करता है। साथ ही यह वजन घटाने में भी मददगार है। विटामिन और पोटेशियम युक्त होने की वजह से काली गाजर आंखों की सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होती है।
इसे भी पढ़ेंः क्या कैल्शियम की गोली खाने से वाकई किडनी की पथरी हो जाती है? डॉक्टर से जानें सच्चाई
लाल, पीली या सफेद: जानें सेहत के लिए कौन-सी गाजर होती है ज्यादा फायदेमंद?
डाइटिशियन पूजा सिंह का कहना है कि भारत में विभिन्न किस्म की गाजरें पाई जाती हैं, जिनके अपने-अपने स्वास्थ्य लाभ हैं। लोग अपनी सेहत और जरूरत के हिसाब से गाजर को अपने खानपान का हिस्सा बना सकते हैं। जिन लोगों को डायबिटीज, हार्ट या थायराइड जैसी हेल्थ प्रॉब्लम हैं, उन्हें गाजर की अलग-अलग किस्में ट्राई करने से पहले डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जिन लोगों को लाल गाजर से एलर्जी हैं, उन्हें भी इसका सेवन करना चाहिए।
All Image Credit: Freepik.com