मेनोपॉज (रजोनिवृत्ति) महिलाओं की वह स्थिति होती है, जब उनका मासिक धर्म एक साल से लगातार नहीं आता या कम होना शुरू हो जाता है। ये स्थिति मेनोपॉज कहलाती है। ऐसा महिलाओं में 45 से 50 की उम्र में होता है। लेकिन कई मामलों में ये उम्र कुछ कम या ज्यादा भी हो सकती है। मेनोपॉज के समय महिलाओं के शरीर में मानसिक और शारीरिक कई बदलाव होते हैं। मेनोपॉज तीन चरणों में होता है- पेरिमेनोपॉज, मेनोपॉज और पॉस्टमेनोपॉज। मेनोपॉज की स्थिति में महिलाएं गर्भवती नहीं हो सकती हैं। पेरिमेनोपॉज के लक्षण महिलाओं को 2 से 5 साल पहले आने भी शुरू हो सकते हैं। आइए जानते हैं मेनोपॉज के शुरुआती लक्षण।
थकान होना
40-45 साल की महिला को अगर अचानक से ज्यादा थकान होने लगे, तो ये मेनोपॉज का संकेत हो सकता है। मेनोपॉज के शुरुआत में हार्मोन लेवल- जैसे कि प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजन में तेजी से बदलाव आता है, जिस कारण शरीर में हर समय थकान बनी रहती है। ये थकान कई बार शरीर पर इतनी ज्यादा हावी हो जाती है कि बुखार जैसा फील भी हो सकता है। इस समय अपनी डाइट का खास ख्याल रखें। डाइट में ड्राई फ्रूट्स, हरी सब्जियां, दालें और साबुत अनाज की मात्रा को बढ़ाएं।
मूड स्विंग होना
मेनोपॉज की शुरुआत में मूड स्विंग होना एक आम समस्या है। कई बार इस समय आप ज्यादा खुशी अनुभव करेंगी। वहीं दूसरे ही पल आपको किसी बात का स्ट्रेस भी हो सकता है। ऐसे में इस स्थिति से निपटने के लिए ध्यान और योग करें। स्ट्रेस या डिप्रेशन फील होने पर अपनी फीलिंग्स परिवार वालों के साथ शेयर करें। शाम को किसी पार्क या हल्की वॉक पर जाएं।
हड्डियां कमजोर होने लगना
मेनोपॉज की शुरुआत में कई बार हड्डियां भी कमजोर होना शुरू हो जाती हैं क्योंकि मेनोपॉज में एस्ट्रोजन हार्मोन कम होने लगता है। हड्डियों को मजबूत बनाए रखने के लिए महिलाओं को इस समय कैल्शियम, मैग्नीशियम और फॉस्फोरस से भरपूर डाइट लेनी चाहिए। महिलाओं को दूध, दही, चीज, हरी सब्जियों, फल और दूध से बने दूसरे प्रोडक्ट्स का नियमित सेवन करना चाहिए।
वजन बढ़ना
मेनोपॉज की शुरुआत में कई बार महिला का वजन तेजी से बढ़ना शुरू हो जाता है। मेनोपॉज के समय महिलाओं के शरीर का मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है, जिस कारण महिलाओं का वजन बढ़ने की संभावना काफी बढ़ जाती है। इस समस्या से निपटने के लिए महिलाओं को हेल्दी डाइट अवश्य लेना चाहिए। इस दौरान आपको बाहर का खाना, फ्राई चीजें और मैदे से बनी चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए।
इसे भी पढ़ें- फेस वॉश के बाद भी चेहरा दिखता है चिपचिपा, तो लगाएं ये 3 फेस पैक
नींद नहीं आने की समस्या
मेनोपॉज के समय कई बार महिलाओं को नींद नहीं आने की समस्या भी होने लगती है। ये समस्या होने पर महिला को थकान और चिड़चिड़ापन भी बढ़ सकता है। इस समस्या से निपटने के लिए योग और मेडिटेशन का सहारा लें। सोने से पहले हल्का म्यूजिक सुनें और सिर की मसाज करें। ये सब करने से महिला को नींद न आने समस्या दूर होगी।
मेनोपॉज के लक्षण हर महिला के लिए अलग हो सकते हैं। इसलिए अगर आपको कोई परेशानी का अनुभव हो रहा है तो डॉक्टर से अवश्य बात करें।
All Image Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version