Ear Infection in Summer: कान का संक्रमण बेहद दर्दनाक हो सकता है। कान का संक्रमण दैनिक कार्यों को भी बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। वयस्कों की तुलना में बच्चों को कान का इंफेक्शन अधिक होता है। कान में इंफेक्शन होने पर कान के अंदर हल्का या तेज दर्द हो सकता है, इस स्थिति में कान के अंदर दबाव महसूस हो सकता है। कान से मवाद निकलना कान के इंफेक्शन (Ear Infection Symptoms) का एक सामान्य लक्षण होता है।
अगर छोटे बच्चों को सोने में दिक्कत हो रही है, तो यह भी कान में दर्द या इंफेक्शन का एक लक्षण (Ear Infection in Kids) हो सकता है। कान के इंफेक्शन के लक्षणों का पता लगाना काफी आसान है। कान में इंफेक्शन के लक्षण (Kaan me Infection ke Lakshan) नजर आने पर जल्द से जल्द इलाज किया जाना चाहिए, अन्यथा समस्या बढ़ भी सकती है। अल्टियस अस्पताल, बेंगलुरु के सलाहकार न्यूरोसर्जन डॉक्टर शैलेश एमपी (Dr. Shylesh MP, Consultant Neurosurgeon, Altius Hospital, Bengaluru) से जानें गर्मियों में कान में इंफेक्शन के लक्षण, कारण और बचाव के टिप्स-
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कान में इंफेक्शन के लक्षण: Ear Infection Symptoms: Kaan me Infection ke Lakshan
- कान के अंदर हल्का या तेज दर्द
- कान में खुजली होना
- तेज बुखार
- कान से पानी निकलना
- कान से मवाद निकलना
- कम सुनाई देना
- सोने में परेशानी होना
कान में इंफेक्शन के कारण (Ear Infection in Summer Causes)
डॉक्टर शैलेश एमपी बताते हैं कि गर्मियों में बच्चों में कान में इंफेक्शन अधिक देखने को मिलता है। वयस्कों की तुलना में बच्चों को कान में संक्रमण अधिक होता है।
1. बार-बार कान साफ करना (Frequent Ear Cleaning)
बच्चों के कान में जमा गंदगी को निकालने के लिए कई मांए कान में टॉवल, पैन, पिन आदि डालती हैं। इससे बच्चे के कान में इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा कई लोग ऐसे हैं, जो ईयर बड्स की मदद से बार-बार अपने कान की सफाई करते रहते हैं। इस स्थिति में भी कान में इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए आपको बार-बार कान की सफाई करने से बचना चाहिए।
2. स्विमिंग करना (Swimming)
स्विमिंग पूल में जाकर भी गर्मियों में कान में इंफेक्शन हो सकता है। स्विमिंग करने से कई बार कान में पानी चला जाता है। बाद में हम कान को साफ करना भूल जाते हैं, इससे कान में मॉयश्चर जम जाता है। इससे कान के अंदर इंफेक्शन हो सकता है। कई बार नहाते समय भी कान में पानी चला जाता है, इसलिए नहाने के बाद और स्विमिंग के बाद आपको अपने कानों की सफाई भी जरूर करनी चाहिए।
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3. मेडिकल कंडीशन (Medical Condition)
डायबिटीज भी ईयर इंफेक्शन का एक कारण हो सकता है। डायबिटीज की स्थिति में आपको दो तरह के ईयर इंफेक्शन हो सकते हैं। इसमें कान के अंदर या कान के बाहर इंफेक्शन हो सकता है। कान के अंदर का इंफेक्शन अधिक दर्दनाक और खतरनाक होता है। कान के अंदर होने वाला इंफेक्शन ब्रेन में भी इंफेक्शन पैदा कर सकता है।
इसके अलावा एचआईवी रोगियों, स्टेरॉयड लेने वालों में ईयर इंफेक्शन आम है। दरअसल, इन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, इससे ये कान के इंफेक्शन की चपेट में जल्दी आ जाते हैं।
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4. कान में गंदगी
कई बार खेलते समय बच्चे अपने कान में तरह-तरह की चीजें, धूल-मिट्टी आदि डाल देते हैं। लंबे समय तक कान में गंदगी रहने से बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं। इससे कान का इंफेक्शन हो सकता है।
जिन लोगों को पहले या कभी बचपन में ईयर इंफेक्शन हुआ होता है, उनमें कान में संक्रमण दोबारा होने की संभावना अधिक रहती है।
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कान के इंफेक्शन से बचाव (Ear Infection Prevention)
डॉक्टर शैलेश एमपी बताते हैं कि अधिकतर लोग कान में जमा वैक्स को गंदगी समझ बैठते हैं। ऐसे में वे इसकी सफाई बार-बार करते रहते हैं। जबकि यह कान में जमा वैक्स होता है, यह वैक्स गंदगी, बैक्टीरिया को कान के अंदर तक जाने से रोकता है। कान में इंफेक्शन से बचाव के लिए आपको कुछ जरूरी बातों पर ध्यान देना होगा।
- बार-बार कान साफ करने की आदत को बदलें। आप महीने में एक बार कान की सफाई कर सकते हैं। रोजाना या हफ्ते में कान में ईयर क्लीनिंग बड्स डालने से बचें।
- अगर आपके कान में गंदगी जमा हो गई है, तो इसके लिए ईएनटी डॉक्टर के पास जाएं। इसके लिए डॉक्टर कान में ड्रॉप डालते हैं, इससे ईयर वैक्स कान से बाहर निकल जाता है।
- कान के इंफेक्शन से बचने के लिए आपको कान में पानी डालने से भी बचना चाहिए। ईयर इंफेक्शन से बचने के लिए स्विमिंग से बचें। इससे कान में पानी जा सकता है।
- कान में इंफेक्शन से बचने के लिए स्टेरॉयड कम मात्रा में लेना चाहिए। या लेना बंद कर देना चाहिए।
- इसके अलावा डायबिटीक रोगियों को भी कान में इंफेक्शन हो सकता है। इसलिए आपको अपना ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रखना जरूरी होता है।
अगर आपको बार-बार कान में इंफेक्शन रहता है, तो इसके लिए ईएनटी डॉक्टर से संपर्क करें। कान में इंफेक्शन के लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज न करें।
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