
Dry vs Raw coconut for Pregnancy: प्रेग्नेंसी में डाइट का खास ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है। दरअसल, इस दौरान पोषण की कमी से मां और बच्चे की सेहत प्रभावित हो सकती है। ऐसे में नारियल को बेहद फायदेमंद फल माना जाता है। इसके पानी से लेकर मक्खन और दूध को भी फायदेमंद माना जाता है लेकिन आज हम बात करेंगे कि सूखा या कच्चा नारियल, किसका सेवन प्रेग्नेंसी में सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद है। शरीर में आयरन की कमी को दूर करने से लेकर पेट में पल रहे बच्चे की सेहत तक, किसका सेवन ज्यादा फायदेमंद है, जानते हैं इस बारे में डाइटिशियन एवं न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन (Archana Jain, Dietitian and Nutritionist, Director, Angelcare-A Nutrition and Wellness Center, Jaipur) से।
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सूखा या कच्चा नारियल: प्रेग्नेंसी में किसे खाना है ज्यादा फायदेमंद?
न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन कहती हैं प्रेग्नेंसी के दौरान दोनों का सेवन ही फायदेमंद है। जहां कच्चा नारियल हाइड्रेटिंग है वहीं सूखा नारियल आयरन की कमी को दूर कर सकता है लेकिन जब बात प्रेग्नेंसी की आती है तो कुछ बातों का ख्याल रखना बेहद जरूरी हो जाता है। जैसे कि प्रेग्नेंसी में महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस की समस्या बहुत ज्यादा होती है तो कुछ पूरी प्रेग्नेंसी गैस और एसिडिटी से परेशान रहती हैं। ऐसे में कच्चा नारियल और सूखा नारियल दोनों ही अलग-अलग तरीके से काम करते हैं।
प्रेग्नेंसी में कच्चा नारियल खाने के फायदे
न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन कहती हैं कि प्रेग्रेंसी में कच्चा नारियल (Raw coconut for Pregnancy) विशेषकर बहुत फायदेमंद माना जाता है। इसकी खास बात ये है कि कच्चा नारियल हाइड्रेटिंग गुणों से भरपूर है और प्रेग्नेंसी के दौरान मॉर्निंग सिकनेस से जूझ रहे लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है। ये मॉर्निंग सिकनेस के कारण होने वाले डिहाइड्रेशन से लड़ने में सहायक है और इसका पानी इलेक्ट्रोलाइट्स यानी पोटेशियम, सोडियम, मैग्नीशियम का उत्कृष्ट स्रोत है। इसके अलावा प्रेग्नेंसी में लो मूड और एनर्जी की कमी को दूर करने में भी कच्चा नारियल काफी फायदेमंद है। इसका मीडियम-चेन ट्राइग्लिसराइड्स (Medium-chain triglycerides) तुरंत एनर्जी देता है। इसमें विटामिन, खनिज और लॉरिक एसिड होता है, जो इम्यूनिटी बूस्ट करने के साथ इस दौरान हेल्दी रखने में मददगार है।
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प्रेग्नेंसी में सूखा नारियल खाने के फायदे
न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन कहती हैं कि प्रेग्रेंसी में सूखा नारियल (Benefits of Dry Coconut) खाना भी लाभकारी है लेकिन इसकी मात्रा को थोड़ा ख्याल रखें। ये प्रेग्नेंसी में होने वाली कब्ज की समस्या को कम करने में मददगार है। इसका फाइबर पाचन में मदद करता है और कब्ज से बचाता है। इसके अलावा इसमें आयरन होता है जो इस दौरान होने वाली खून की कमी से बचाने में मददगार है। साथ ही इसका मैग्नीशियम और जिंक मसल क्रैंप्स को कम करने में मददगार है।

कौन सा बेहतर है?
ये पूछने पर न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन कहती हैं कच्चा नारियल फ्रेश है इसलिए इसका सेवन ज्यादा फायदेमंद है। हाइड्रेशन और मॉर्निंग सिकनेस के लिए कच्चा नारियल बेहतर है। कुल मिलाकर दोनों ही पौष्टिक हैं लेकिन कच्चा नारियल तुरंत हाइड्रेशन प्रदान करता है।
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सावधानियां:
न्यूट्रिशनिस्ट अर्चना जैन कहती हैं कि इसका अधिक सेवन न करें, विशेषकर कैलोरी से भरपूर नारियल तेल या अधिक मात्रा में। प्रोसेस्ड नारियलों के बजाय ताजे, कच्चे नारियल चुनें। साथ ही ध्यान रखें कि आहार में कोई भी बदलाव करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
प्रेगनेंसी की पहली तिमाही में क्या नहीं करना चाहिए?
गर्भावस्था की पहली तिमाही के दौरान पपीता, अनानास और शराब जैसी चीजों के सेवन से बचना चाहिए। इसके अलावा कोशिश करें इस दौरान सबसे ज्यादा हेल्दी फूड्स का चुनाव करें।गर्भवती महिला के लिए गुड मॉर्निंग रूटीन क्या है?
गर्भवती महिला के लिए गुड मॉर्निंग रूटीन का मतलब है समय पर नाश्ता करें। प्रोटीन और फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करें और कब्ज से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थ लें।गर्भवती महिला को दिन में कितने घंटे आराम करना चाहिए?
राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (NIH) की सलाह है कि गर्भवती महिला को दिन में 2 से 3 घंटे और हर रात कम से कम 8 घंटे की पूरी नींद लेनी चाहिए जो कि बच्चे के विकास के साथ मां को हेल्दी रखने में मदद कर सकता है।
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Dec 31, 2025 10:11 IST
Published By : Pallavi Kumari
