आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में त्वचा की देखभाल करने का भी समय लोगों के पास नहीं होता है। खासकर उन लोगों के लिए जो कामकाजी हैं और जिनके पास अपने लिए समय निकालना मुश्किल होता है। इस तनाव वाली लाइफस्टाइल का असर हमारी त्वचा पर भी पड़ता है, जिसके कारण मुंहासे भी हो सकते हैं। मुंहासे न केवल आपकी त्वचा को प्रभावित करते हैं, बल्कि आत्मविश्वास को भी कम कर सकते हैं। तनाव, गलत खानपान और नींद में कमी जैसे कारक मुंहासों की समस्या को और बढ़ा देते हैं। इसके अलावा, प्रदूषण और धूल-मिट्टी से भरपूर वातावरण में रहना भी त्वचा के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। ऐसे में कई लोगों का सवाल होता है कि क्या तनाव से मुंहासे होते हैं? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने वसंत कुंज के फोर्टिस अस्पताल की सीनियर कंसल्टेंट, त्वचा विशेषज्ञ डॉक्टर रश्मि शर्मा (Dr. Rashmi Sharma, Dermatologist Sr. Consultant at Fortis Hospital, Vasant Kunj, Delhi) से बात की है।
क्या तनाव से मुंहासे होते हैं?
डॉक्टर रश्मि ने बताया कि जब कोई व्यक्ति तनाव में होता है तो शरीर में एंड्रोजन और कोर्टिसोल हार्मोन का लेवल बढ़ने लगता है, जिसके कारण त्वचा पर मुंहासों की समस्या हो सकती है। कॉर्टिसोल एक स्ट्रेस हॉर्मोन है जो त्वचा की सीबम (तेल) उत्पादन को बढ़ाता है और अधिक सीबम त्वचा के छिद्रों यानी पोर्स को बंद कर देता है, जिससे बैक्टीरिया पनपने लगते हैं और मुंहासे होने की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा, तनाव के कारण अन्य हॉर्मोनल असंतुलन भी हो सकता है, जो मुंहासों के उभरने का एक और कारण है।
इसे भी पढ़ें: क्यों होते हैं नाक और ठोड़ी पर छोटे-छोटे दाने (एक्ने स्कर्स) निकलने की समस्या? डॉक्टर से जानें इसका इलाज
इसके अलावा कुछ ऐसे इंफ्लेमेटरी मॉलिक्यूल (अणु) भी होते हैं, जो मुंहासों का कारण बन सकते हैं। जैसे कि साइटोकाइंस और छोटे प्रोटीन भी सिबेसियस ग्लैंड्स के आस-पास इंफ्लेमेशन को पैदा कर सकते हैं, जिससे ज्यादा सीबम निकलता है और मुंहासों की समस्या बढ़ सकती है। दरअसल, तनाव के कारण शरीर में इंफ्लेमेशन हो सकता है। यह प्रतिक्रिया त्वचा पर सूजन का कारण बन सकती है, जिससे एक्ने की स्थिति और भी खराब हो सकती है। सूजन से त्वचा लाल हो जाती है, जिसके कारण मुंहासों में दर्द की शिकायत बढ़ जाती है। तनाव से न केवल त्वचा खराब होती है, बल्कि यह शरीर के अन्य हिस्सों में भी सूजन को बढ़ा सकता है।
इसे भी पढ़ें: बेजान त्वचा और मुंहासों की समस्या में फायदेमंद है इसबगोल, जानें फायदे और त्वचा पर लगाने का तरीका
तनाव और नींद की कमी
तनाव के कारण नींद की कमी भी होती है, और यह भी मुंहासे का एक प्रमुख कारण है। जब शरीर को पर्याप्त आराम नहीं मिलता, तो त्वचा की प्राकृतिक हीलिंग प्रक्रिया प्रभावित होती है। नींद की कमी के कारण त्वचा पर झुर्रियां, काले धब्बे और मुंहासे ज्यादा दिखने लगते हैं। इसके अलावा, नींद की कमी से शरीर का इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है, जिससे त्वचा पर इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है।
मुंहासों को कैसे रोकें?
- योग और मेडिटेशन तनाव को कम करने में सहायक होते हैं। ये मानसिक शांति प्रदान करते हैं और शरीर के हॉर्मोनल संतुलन को बनाए रखते हैं।
- तनाव से लड़ने के लिए एक संतुलित और पौष्टिक आहार जरूरी है। ताजे फल, सब्जियां, नट्स और हेल्दी फैट्स को अपने आहार में शामिल करें। इससे आपकी त्वचा हेल्दी रहेगी और मुंहासों की संभावना कम होगी।
- रात को कम से कम 7-8 घंटे की नींद लें। नींद की कमी से बचने के लिए सोने का समय निर्धारित करें और उसे नियमित रूप से पालन करें।
- पर्याप्त पानी पीने से शरीर और त्वचा दोनों ही हाइड्रेटेड रहते हैं। पानी पीने से त्वचा की नेचुरली ग्लोइंग बनी रहती है और मुंहासों की समस्या कम होती है।
- तनाव के दौरान अपनी त्वचा की देखभाल का विशेष ध्यान रखें। नियमित रूप से चेहरे को साफ करें।
All Images Credit- Freepik