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क्या सोने की पोजीशन से ब्रेस्ट हेल्थ पर असर पड़ता है? जानें डॉक्टर की राय

हर महिला चाहती है कि उसके ब्रेस्ट का साइज और शेप परफेक्ट हो। लेकिन कुछ गलतियों का ब्रेस्ट पर बुरा असर हो सकता है।
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क्या सोने की पोजीशन से ब्रेस्ट हेल्थ पर असर पड़ता है? जानें डॉक्टर की राय


महिलाओं को ब्रेस्ट की सेहत के प्रति जागरूक रहना चाहिए और समय-समय पर सेल्फ एक्जामिनेशन करना चाहिए। जिससे कि किसी भी गंभीर बीमारी और समस्या का समय से पता लगाया जा सके। सही सोने की पोजीशन, हल्की और सही आकार की ब्रा, नियमित रूप से मॉइश्चराइजर और स्किन केयर रूटीन का पालन करना और बैलेंस डाइट का सेवन करना ब्रेस्ट को हेल्दी रखने के लिए जरूरी हैं। इन उपायों से महिलाएं ब्रेस्ट से जुड़ी समस्याओं से बच सकती हैं और अपनी सेहत को बनाए रख सकती हैं। महिलाओं में स्तनों का आकार और बनावट न केवल शारीरिक आकर्षण का हिस्सा होते हैं, बल्कि इनसे शिशु को पोषण भी मिलता है। लेकिन कई बार जाने-अनजाने में महिलाओं से कुछ ऐसी गलतियां हो जाती हैं, जिनका असर ब्रेस्ट पर पड़ सकता है। जैसे कि सोने की पोजीशन से स्तनों में ढीलापन, दर्द या अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इस लेख में लखनऊ के मा-सी केयर क्लीनिक की आयुर्वेदिक डॉक्टर और स्तनपान सलाहकार डॉ. तनिमा सिंघल बता रही हैं कि कौन-कौन सी सोने की पोजीशन स्तनों को प्रभावित कर सकती हैं और किन चीजों का ध्यान रखना चाहिए।

सोने की पोजीशन का स्तनों पर क्या प्रभाव पड़ता है?

1. पीठ के बल सोने के फायदे और नुकसान

स्वस्थ स्तनों के लिए सही सोने की पोजीशन बेहद जरूरी है, जब आप पीठ के बल सोती हैं, तो स्तनों पर दबाव नहीं पड़ता। यह पोजीशन स्तनों के लिए सबसे सुरक्षित मानी जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे त्वचा में झुर्रियां नहीं बनती और स्तनों में ढीलापन नहीं आता। लेकिन अगर किसी को खर्राटों की समस्या है या सांस लेने में तकलीफ होती है, तो इस पोजीशन में सोना मुश्किल हो सकता है।

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2. पेट के बल सोने का प्रभाव

पेट के बल सोने से स्तनों पर दबाव पड़ता है, जिससे धीरे-धीरे ब्रेस्ट की शेप बदल सकती हैं। यह पोजीशन स्तनों के टिश्यू पर सीधा असर डालती है और इससे स्तनों में ढीलापन आ सकता है। इसके अलावा, पेट के बल सोने से स्तनों की त्वचा पर झुर्रियां भी आ सकती हैं।

3. साइड में सोने का असर

साइड में सोने से एक स्तन दूसरे स्तन पर दबाव डालता है, जिससे ब्रेस्ट की शेप प्रभावित हो सकती है। यह पोजीशन खासकर उन महिलाओं के लिए असुविधाजनक होती है, जिनके स्तन बड़े होते हैं। लंबे समय तक इस पोजीशन में सोने से स्तनों में ढीलापन हो सकता है। हालांकि, इस पोजीशन से पीठ और गर्दन को आराम मिलता है, लेकिन स्तनों के लिए यह उतनी फायदेमंद नहीं है।

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4. गर्भावस्था में सोने की पोजीशन

गर्भावस्था में सोने की सही पोजीशन बहुत जरूरी है। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को बाईं ओर सोने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे गर्भाशय में सही तरह से ब्लड फ्लो होता रहता है। हालांकि, यह पोजीशन स्तनों पर हल्का दबाव डाल सकती है, जिससे असुविधा हो सकती है। गर्भावस्था के दौरान सोने के लिए आरामदायक तकिए का इस्तेमाल किया जा सकता है, ताकि स्तनों को सहारा मिले।

5. सोने के लिए ब्रा का इस्तेमाल

कई महिलाओं के मन में ये सवाल उठता है कि सोते समय ब्रा पहनना सही है या गलत? वहीं कुछ महिलाएं सोचती हैं कि सोते समय ब्रा पहनने से स्तनों का ढीलापन कम होगा। हालांकि, यह जरूरी नहीं है कि सोने के दौरान ब्रा पहनने से कोई खास फर्क पड़े। डॉक्टर के अनुसार, सोते समय हल्की और आरामदायक ब्रा पहनने से स्तनों को सहारा मिलता है और वे सही शेप में बने रहते हैं। लेकिन टाइट ब्रा से बचना चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि इससे ब्लड फ्लो बाधित हो सकता है।

निष्कर्ष

सोने की पोजीशन का स्तनों पर असर पड़ सकता है, इसलिए महिलाओं को अपनी सोने की आदतों पर ध्यान देना चाहिए। सही पोजीशन में सोने से स्तनों की शेप और त्वचा को हेल्दी बनाए रखा जा सकता है।

All Images Credit- Freepik

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