आजकल के लाइफस्टाइल में परफ्यूम, डियोड्रेंट और फ्रेगरेंस बॉडी मिस्ट का इस्तेमाल आम हो गया है। परफ्यूम न सिर्फ महिलाएं लगाती है, बल्कि पुरुष भी इसे अपनी पर्सनैलिटी का हिस्सा मानते हैं। आजकल तो छोटे बच्चों के भी परफ्यूम मार्किट में आ गए हैं। छोटे-छोटे बच्चे भी स्कूल में परफ्यूम लगाकर स्कूल जाते हैं, लेकिन सोशल मीडिया पर कई ऐसे वीडियो आते हैं, जो दावा करते हैं कि परफ्यूम लगाने से ब्रेस्ट कैंसर का रिस्क रहता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या सच में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा हो सकता है? ऐसे वीडियो अक्सर महिलाओं में डर पैदा कर देते हैं। इसलिए हमने ब्रेस्ट कैंसर जागरूकता माह ( Breast Cancer Awareness Month) के मौके पर इस सवाल का जवाब पुणे के अंकुरा हॉस्पिटल की कंसल्टेंट ऑब्स्टेट्रिशियन, गायनोकोलॉजिस्ट और इन्फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. अश्विनी राठौड़ (Dr. Ashwini Rathod, Consultant Obstetrician, Gynecologist, and Infertility Specialist, Ankura Hospital for Women and Child, Aundh, Pune) से पूछा। उन्होंने सवाल का जवाब विस्तार से दिया और साथ ही ब्रेस्ट कैंसर होने के कारणों और बचावों पर भी विस्तार से बात की।
क्या परफ्यूम लगाने से ब्रेस्ट कैंसर होता है?
डॉ. अश्विनी राठौड़ कहती हैं, “नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है, क्योंकि अब तक जितने भी रिसर्च और मेडिकल एविडेंस उपलब्ध हैं, उनमें ऐसा कोई प्रमाण नहीं मिला है कि परफ्यूम या डियोड्रेंट का रोजाना इस्तेमाल सीधे तौर पर ब्रेस्ट कैंसर का कारण बनता है। इसलिए ऐसे किसी भी मिथक पर भरोसा नहीं करना चाहिए। कई परफ्यूम्स और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट्स में पैराबेन्स और फ्थैलेट्स जैसे केमिकल्स पाए जाते हैं। ये हार्मोन्स का बैलेंस खराब कर सकते हैं, लेकिन हार्मोन का असंतुलन शरीर के किस अंग पर कितना प्रभावी होता है, इसकी कोई रिसर्च या स्टडी नहीं है। इसलिए आप ध्यान से अच्छे ब्रांड का परफ्यूम इस्तेमाल कर सकते हैं।”
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ब्रेस्ट कैंसर होने के क्या कारण है?
डॉ. अश्विनी राठौड़ कहती हैं कि सोशल मीडिया या इंटरनेट पर कई बार अधूरी जानकारी दी जाती है, इस वजह से लोगों इस तरह के मिथकों को सच मान लेते हैं। हालांकि कई बार अंडरआर्म डियोड्रेंट्स या परफ्यूम लगाने पर लिम्फ नोड्स और ब्रेस्ट टिश्यू को नुकसान होने की बात कही गई है, लेकिन इस तरह के किसी भी रिसर्च या डेटा को किसी भी बड़ी मेडिकल बॉडी ने स्वीकार नहीं किया है। इसलिए ब्रेस्ट कैंसर होने का कारण परफ्यूम को सीधे तौर पर नहीं माना जा सकता है। ब्रेस्ट कैंसर होने के कई कारण हो सकते हैं।
जेनेटिक्स और फैमिली हिस्ट्री – अगर परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है तो रिस्क बढ़ सकता है।
हार्मोनल फैक्टर्स – लेट मैरिज, लेट प्रेग्नेंसी या कभी ब्रेस्टफीड न कराने की वजह से रिस्क बढ़ सकता है।
मोटापा और अनहेल्दी लाइफस्टाइल – जो लोग हाई फैट डाइट, जंक फूड खाते हैं और फिजिकल इनएक्टिट रहते हैं, उनमें रिस्क बढ़ सकता है।
स्मोकिंग और अल्कोहल – जो महिलाएं खासतौर पर स्मोक या शराब पीती हैं, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का बड़ा रिस्क रहता है।
एक्सरसाइज न करना - जो महिलाएं शरीर को एक्टिव नहीं रखती, उन्हें ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है।
परफ्यूम का सही इस्तेमाल कैसे करें?
डॉ. अश्विनी राठौड़ ने बताया कि भले ही परफ्यूम और ब्रेस्ट कैंसर का सीधा कोई रिलेशन नहीं है, फिर भी इसके इस्तेमाल के दौरान कुछ सावधानियां जरूर बरतनी चाहिए ताकि शरीर को किसी भी तरह का नुकसान न हो।
- परफ्यूम का बहुत ज्यादा इस्तेमाल न करें। हमेशा सीमित मात्रा में ही परफ्यूम लगाएं।
- केमिकल-फ्री प्रोडक्ट्स ही खरीदें। हमेशा नेचुरल, हर्बल और ऑर्गेनिक परफ्यूम लेने की सलाह दी जाती है।
- अगर किसी परफ्यूम से जलन, खुजली या स्किन एलर्जी होती है, तो उसका इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें।
- परफ्यूम को सीधे अंडरआर्म्स में न लगाएं। कपड़ों पर परफ्यूम लगाना सबसे बेहतर है।
- जब भी परफ्यूम खरीदते हैं, तो उसका लेबल जरूर पढ़ें। नकली परफ्यूम लेने से बचें क्योंकि उनमें केमिकल्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है।
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ब्रेस्ट कैंसर से कैसे बचें?
डॉ. अश्विनी राठौड़ कहती हैं कि परफ्यूम से कैंसर होने की बात भले ही मिथक हो, लेकिन यह भी सच्चाई है कि ब्रेस्ट कैंसर के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। NIH की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 1990 के दशक में ब्रेस्ट कैंसर चौथे स्थान पर था, लेकिन अब यह पहले स्थान पर आ गया है। इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि ब्रेस्ट कैंसर कितनी तेजी से फैल रहा है। इसलिए इसके बचाव पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
- संतुलित और पौष्टिक डाइट लेना बहुत जरूरी है।
- रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज या योग करें।
- स्मोक और शराब से पूरी तरह बचें।
- वजन को कंट्रोल में रखें।
- 40 साल की उम्र के बाद नियमित मैमोग्राफी और ब्रेस्ट चेकअप कराएं।
- अगर ब्रेस्ट में किसी भी तरह की असामान्य गांठ दिखती है, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
निष्कर्ष
डॉ. अश्विनी राठौड़ कहती हैं कि आजकल परफ्यूम लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुका है और इस तरह के मिथक कई बार लोगों के बीच भ्रम पैदा कर देते हैं। इसलिए हमेशा डॉक्टर वेरीफाइड या मेडिकल बॉडी की वेबसाइट पर ही भरोसा करें और सोशल मीडिया के वीडियोज की जानकारी को चेक जरूर करें। बस इस बात का ध्यान रखें कि परफ्यूम हमेशा मॉडरेशन में ही लगाएं और केमिकल फ्री परफ्यूम का इस्तेमाल करें। ब्रेस्ट कैंसर से बचने के लिए अपने लाइफस्टाइल को हेल्दी बनाएं। ब्रेस्ट में किसी भी तरह का बदलाव महसूस करने पर तुरंत डॉक्टर को जरूर दिखाएं।
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Current Version
Oct 06, 2025 19:11 IST
Modified By : Aneesh RawatOct 06, 2025 19:11 IST
Published By : Aneesh Rawat