Doctor Verified

Drinkable Sunscreen: बाजार में आ गई पीने वाली सनस्क्रीन, डॉक्टर से जानें ये कितनी सुरक्षित है?

Does drinkable Sunscreen Work: इन दिनों बाजार में ड्रिंकेबल सनस्क्रीन काफी पॉपुलर हो रही है। यंग जेनरेशन के लोग सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव के लिए इस सनस्क्रीन का इस्तेमा कर रहे हैं।
  • SHARE
  • FOLLOW
Drinkable Sunscreen: बाजार में आ गई पीने वाली सनस्क्रीन, डॉक्टर से जानें ये कितनी सुरक्षित है?


Does drinkable Sunscreen Work: गर्मियों में जब बात स्किन केयर आती है, तो दिमाग में पहला ख्याल सनस्क्रीन का आता है। सनस्क्रीन न सिर्फ त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाती है, बल्कि सनबर्न और टैनिंग के खिलाफ भी त्वचा को सुरक्षा प्रदान (Benefits of Sunscreen for Skin) करती है। सनस्क्रीन का नाम सुनते ही दिमाग में एक सफेद, चिपचिपी क्रीम का ख्याल आता है। चिपचिपाहट और त्वचा पर एक सफेद परत बनाए जाने के कारण लोग इतने सारे फायदे होते हुए भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करने से बचते हैं।

अगर आप भी उन्हीं लोगों में से हैं जो, चिपचिपी होने के कारण सनस्क्रीन लगाने से बचते हैं, तो अब बाजार में "ड्रिंकेबल सनस्क्रीन" (Drinkable Sunscreen) यानी पीने योग्य सनस्क्रीन आ गई है। सुनने में यह थोड़ा अजीब लग सकता है क्योंकि हम सनस्क्रीन को आमतौर पर त्वचा पर लगाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, न कि पीने के लिए। लेकिन इन दिनों बाजार में ड्रिंकेबल सनस्क्रीन (Does drinkable sunscreen work on Skin) काफी पॉपुलर हो रही है। आइए जानते हैं इसके बारे में।

इसे भी पढ़ेंः  गर्मियों में कितनी बार और कैसे लगाना चाहिए सनस्क्रीन? एक्सपर्ट से जानें 

sunscreen-inside2

ड्रिंकेबल सनस्क्रीन क्या होती है?- What is Drinkable Sunscreen

नई दिल्ली स्थित एलांटिस हेल्थकेयर की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. चांदनी जैन गुप्ता (Dr. Chandani Jain Gupta, MBBS, MD- Dermatologist & Aesthetic Physician , Elantis Healthcare, New Delhi) के अनुसार, युवा लोगों में ड्रिंकेबल सनस्क्रीन काफी फेमस हो रही है। ड्रिंकेबल सनस्क्रीन का ये मतलब नहीं है कि जो आप पहले से त्वचा पर इस्तेमाल कर रहे थे, वो आप पी जाएंगे। ड्रिंकेबल सनस्क्रीन एक प्रकार का लिक्विड और कैप्सूल फॉर्म में मिलने वाला सप्लीमेंट है। इस सप्लीमेंट को पानी में मिलाकर या पानी के साथ पीने से ये शरीर को अंदर से यूवी रेज से बचाता है।

डॉ. चांदनी जैन गुप्ता का कहना है कि बाजार में जो कंपनियां ड्रिंकेबल सनस्क्रीन बना रही हैं, उनका यह दावा है कि ये प्रोडक्ट शरीर में जाकर एक आंतरिक सुरक्षा कवच बनाते हैं, जिससे त्वचा को सनबर्न और सूरज की हानिकारक किरणों से होने वाले नुकसान से बचा जा सकता है। ड्रिंकेबल सनस्क्रीन हर्बल एक्सट्रैक्ट्स, एंटीऑक्सिडेंट्स से तैयार किए जाते हैं, ताकि इसका सेवन बिना किसी संकोच के किया जा सके।

इसे भी पढ़ेंः गर्मियों में चेहरे पर लगाएं दही और खीरे से बना फेस मास्क, स्किन पर आएगा ग्लो

ड्रिंकेबल सनस्क्रीन कैसे काम करती है- How does drinkable sunscreen work

एक्सपर्ट के अनुसार, वर्तमान में बाजार में जो ड्रिंकेबल सनस्क्रीन मौजूद हैं, उनमें एंटीऑक्सिडेंट्स जैसे लाइकोपीन, विटामिन C, E, पॉलीफेनोल्स, प्लांट बेस्ड कंपाउंड का इस्तेमाल किया गया है। ये तत्व त्वचा की कोशिकाओं को सूरज की किरणों और फ्री रेडिकल्स से बचाने में मदद करते हैं। हालांकि ड्रिंकेबल सनस्क्रीन पूरी तरह से त्वचा के लिए सुरक्षित नहीं होते हैं। त्वचा पर लगाई जाने वाली सनस्क्रीन से अगर तुलना की जाए, तो ड्रिंकेबल सनस्क्रीन कुछ खास असर नहीं करती है। क्योंकि सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव के लिए त्वचा के ऊपर क्रीम लगाना जरूरी होता है।

इसे भी पढ़ेंः क्या बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर से

डॉ. चांदनी जैन गुप्ता का कहना है कि ड्रिंकेबल सनस्क्रीन एक प्रकार का सप्लीमेंट हैं, जिस तरह से शरीर को स्वस्थ रखने के लिए हम लोग कैल्शियम, आयरन और प्रोटीन के सप्लीमेंट लेते हैं, ये भी उसी तरीके से ही काम करते हैं। ड्रिंकेबल सनस्क्रीन शरीर के अंदर से एंटीऑक्सीडेंट स्तर को बढ़ा सकती है, जो त्वचा की हेल्थ के लिए अच्छा है, लेकिन इसे पूरी तरह UV सुरक्षा नहीं मिलती है।

इसे भी पढ़ें - क्या कम उम्र में ही झड़ने लगे हैं आपके बाल? डॉक्टर से जानें इसके 9 कारण 

ड्रिंकेबल सनस्क्रीन के साइड इफेक्ट- Side Effects of Drinkable Sunscreen

ड्रिंकेबल सनस्क्रीन को बनाने के लिए कई प्रकार के तत्व का इस्तेमाल किया जाता है। इसका सेवन करने से कुछ लोगों को मतली, उल्टी और दस्त की परेशानी हो सकती है। अगर बिना डॉक्टर की सलाह के ड्रिंकेबल सनस्क्रीन का सेवन किया जाए, तो यह स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।

निष्कर्ष

ड्रिंकेबल सनस्क्रीन एक इनोवेटिव विचार है, लेकिन इसको पीने से सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव होता है, ये बात 100 प्रतिशत सही नहीं है। सूरज की हानिकारक किरणों से बचाव के लिए क्रीम वाली सनस्क्रीन का ही इस्तेमाल करना ज्यादा फायदेमंद है। अगर आप ड्रिंकेबल सनस्क्रीन या कोई भी अन्य सप्लीमेंट का सेवन करने पर विचार कर रहे हैं, तो एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

All Image Credit: Freepik.com

FAQ

  • क्या सनस्क्रीन आपको गोरा बनाती है?

    नहीं, सनस्क्रीन आपको गोरा नहीं बनाती। सनस्क्रीन का मुख्य उद्देश्य आपकी त्वचा को सूर्य की हानिकारक UV किरणों (UVA और UVB) से बचाना होता है। यह आपकी त्वचा की प्राकृतिक रंगत को बनाए रखने में मदद करता है, लेकिन यह आपकी त्वचा का रंग हल्का या गोरा नहीं करता।
  • सनस्क्रीन क्रीम कैसे लगाएं?

    चेहरे को पानी और फेसवॉश से धोने के बाद अच्छी तरह से सुखा लें। अगर आपकी त्वचा ड्राय है, तो सनस्क्रीन से पहले हल्का मॉइस्चराइजर लगा सकते हैं। इसके बाद चेहरे के लिए लगभग 1/2 चम्मच या दो उंगलियों के बराबर सनस्क्रीन लें। सनस्क्रीन को रगड़ें नहीं, बल्कि हल्के हाथों से थपथपाते हुए त्वचा पर फैला दें। सनसक्रीन लगाने के 2 मिनट तक चेहरे पर किसी प्रकार की क्रीम या कोई अन्य ब्यूटी प्रोडक्ट का इस्तेमाल बिल्कुल न करें।
  • सनस्क्रीन लगाने से पहले चेहरे पर क्या लगाएं?

    त्वचा पर सनस्क्रीन लगाने से पहले चेहरे को पानी और फेसवॉश से अच्छी तरह से साफ करना चाहिए। चेहरे को धोने के बाद त्वचा को सूखे तौलिये से टैप-टैप करके सुखाना चाहिए। जब चेहरा पूरी तरह से सूख जाए, तभी सनस्क्रीन का इस्तेमाल त्वचा पर करना चाहिए।

 

 

 

Read Next

क्या खीरा और दूध चेहरे के लिए अच्छा है? एक्सपर्ट से जानें और फिर करें इस्तेमाल

Disclaimer