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क्या बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर से

Is Besan Good for Baby Skin: भारतीय घरों में बच्चों की त्वचा पर अक्सर बेसन का इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन क्या ये सुरक्षित है?
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क्या बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना सुरक्षित है? जानें डॉक्टर से


Is Besan Good for Baby Skin: त्वचा संबंधी समस्याओं से बचाव के लिए बेसन का इस्तेमाल सदियों से भारतीय घरों में किया जा रहा है। लोग बेसन को क्लींजर, फेस पैक, स्क्रब और टोनर की तरह लगाते हैं। कई लोग ऐसे भी होते हैं, जो बेसन को रोजाना फेस वॉश कि तरह इस्तेमाल करते हैं। वयस्कों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल काफी फायदेमंद होता (Benefits of Besan for Skin)और इसका रिजल्ट भी देखने को मिलता है। लेकिन कई भारतीय घरों में बच्चों की त्वचा पर भी बेसन लगाया जाता है।

लोगों का मानना है कि नवजात शिशु की त्वचा पर बेसन को लगाया जाए, तो यह रंगत को निखारता है। ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना सुरक्षित है? (Is Besan Good for Baby Skin) इस लेख में हम इसी विषय पर विस्तार से चर्चा करेंगे। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने नई दिल्ली स्थित एलांटिस हेल्थकेयर की डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. चांदनी जैन गुप्ता (Dr. Chandani Jain Gupta, MBBS, MD- Dermatologist & Aesthetic Physician , Elantis Healthcare, New Delhi) से बात की।

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बेसन क्या है?- What is Besan

बेसन एक प्रकार का चने की दाल का आटा है। चने की दाल से बनें होने कारण बेसन में प्रोटीन, जिंक, आयरन और फाइबर की भरपूर मात्रा पाई जाती है। पुराने दौर में जब फेसपैक, फेस वॉश और क्रीम जैसी चीजें मौजूद नहीं थी, तब महिलाएं त्वचा को साफ करने के लिए बेसन का इस्तेमाल करती थीं।

क्या बच्चों की त्वचा पर बेसन लगाना सही है?- It is Safe to use Besan on Baby Skin

डॉ. चांदनी जैन गुप्ता का कहना है कि बच्चों की त्वचा पर बेसन का उपयोग करना कई भारतीय घरों में एक पारंपरिक त्वचा की देखभाल का हिस्सा है। ऐसा माना जाता है कि बेसन प्राकृतिक रूप से त्वचा को साफ करता है, टैन हटाता है और रंगत निखारता है। लेकिन यह सिर्फ एक प्रथा है। बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं होता है। वास्तव में, बेसन में प्राकृतिक एक्सफ़ोलीएटिंग और क्लींजिंग गुण होते हैं। यह गुण वयस्कों की त्वचा को कोमल और खूबसूरत बना सकते हैं, लेकिन बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं। बच्चों की त्वचा वयस्कों के मुकाबले काफी नाजुक, कोमल और संवेदनशील होती है। बेसन के कठोर बच्चों की त्वचा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

बच्चों की त्वचा पर बेसन लगाने के नुकसान- Side effects of Besan on face

डॉ. चांदनी जैन गुप्ता के अनुसार, बच्चों की त्वचा पर दही, नींबू का रस और हल्दी लगाने से स्किन को एलर्जी हो सकती है। यह त्वचा पर लालिमा और सूजन का कारण भी बनते हैं।

बेसन का स्वभाव शुष्क होता है। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को सोखता है। बच्चों की त्वचा पहले से ही कम सीबम (तेल) वाली होती है। ऐसे में बेसन का इस्तेमाल करने से बच्चों की त्वचा पर रैशेज और जलन की परेशानी होती है।

बेसन लगाने के बाद बच्चों की त्वचा पर इसे रगड़ा जाए, तो यह सूक्ष्म कटाव या जलन का कारण बन सकता है। इससे बच्चों की त्वचा पर संक्रमण का खतरा बढ़ता है।

बच्चों की कोमल त्वचा पर बार-बार बेसन को रगड़ा जाए, तो यह एक्जिमा, ड्राई स्किन, एलर्जी का कारण बन सकते हैं।

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बच्चों की त्वचा पर क्या लगाना चाहिए?- What should be applied to children's skin?

डॉ. चांदनी जैन गुप्ता का कहना है, हम आमतौर पर घरेलू उपचारों के बजाय शिशुओं के लिए विशेष रूप से तैयार किए गए हल्के, सुगंध-मुक्त क्लींजर का उपयोग करने की सलाह देते हैं। अगर माता-पिता फिर भी बेसन का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो पहले इसका पैच-टेस्ट कर लेना चाहिए। पैच टेस्ट के दौरान बच्चे की त्वचा पर किसी प्रकार की परेशानी होती है, तो इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।

निष्कर्ष

डॉक्टर के साथ बातचीत के आधार पर यह कहा जा सकता है कि त्वचा के लिए बेसन के फायदे तो हो सकते हैं, लेकिन यह बच्चों की त्वचा के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं है और इसका इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए। बच्चों की त्वचा या सेहत के लिए किसी भी प्रकार के घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह की जरूरत होती है। अगर आप भी बच्चों की त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करना चाहते हैं, तो इस विषय पर एक्सपर्ट से बात करें।

FAQ

  • क्या बेसन से पिंपल दूर हो सकता है?

    बेसन में त्वचा को तेल सोंखने की क्षमता होती है। त्वचा पर बेसन लगाने से स्किन ऑयल को बैलेंस करने में मदद मिलती है। त्वचा पर होने वाले पिंपल्स का मुख्य कारण एक्सट्रा ऑयल है। इसलिए ये कहा जा सकता है कि त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करने से पिंपल्स की परेशानी दूर होती है।
  • क्या बेसन रंगत को निखारता है?

    बेसन एक माइल्ड एक्सफोलिएटर है, जो मृत कोशिकाओं और बंद रोमछिद्रों (clogged pores) को साफ करता है। त्वचा पर बेसन का इस्तेमाल करने से स्किन टोन को बेहतर बनाने में मदद मिलती है।
  • कौन सा बेहतर है, बेसन या मुल्तानी मिट्टी?

    बेसन में एक्सफोलिएट के गुण पाए जाते हैं। बेसन का इस्तेमाल ड्राई और सेंसेटिव स्किन वालों के लिए सुरक्षित माना जाता है। वहीं, मुल्तानी मिट्टी ऑयली और पिंपल्स वाली स्किन के लिए ज्यादा बेहतर होती है। आप अपनी त्वचा के अनुसार, बेसन और मुल्तानी मिट्टी का इस्तेमाल दूर करते हैं।

 

 

 

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