कैंसर का नाम सुनते ही ज्यादातर लोगों के मन में डर और चिंता घर कर जाती है, मरीजों और उनके परिवार के लिए यह एक ऐसी चुनौती होती है, जहां जिंदगी और इलाज दोनों के बीच लगातार जंग चलती रहती है। कैंसर के इलाज में सबसे ज्यादा चर्चा कीमोथेरेपी (Chemotherapy) की होती है। यह ट्रीटमेंट कैंसर कोशिकाओं को खत्म करने का काम करता है, लेकिन इसके साथ ही शरीर के बाकी हिस्सों पर भी असर डालता है। यही वजह है कि अक्सर मरीज पूछते हैं कि क्या कीमोथेरेपी दिल की सेहत को भी नुकसान पहुंचाती है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. नीतू पांडे (Dr. Neetu Pandey, Associate Consultant, Radiation Oncology, Fortis Hospital, Noida) से बात की-
कैंसर मरीजों की दिल की सेहत पर कीमोथेरपी का असर - Does Chemotherapy Affect Heart Health In Cancer Patients
फोर्टिस हॉस्पिटल के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग की एसोसिएट कंसल्टेंट डॉ. नीतू पांडे बताती हैं कि कीमोथेरेपी में इस्तेमाल होने वाली कुछ दवाइयां हार्ट की मांसपेशियों पर असर डाल सकती हैं। इससे कार्डियोटॉक्सिसिटी नाम की स्थिति पैदा हो सकती है, इसमें दिल की पंपिंग क्षमता घटने लगती है और मरीज को सांस फूलना, थकान और पैरों में सूजन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। कुछ मामलों में यह असर अस्थायी होता है, लेकिन कभी-कभी यह स्थायी भी हो सकता है।
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कैंसर ट्रीटमेंट में उपयोग होने वाली दवाएं दिल को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। इन दवाओं के लंबे समय तक इस्तेमाल से हार्ट की मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं। यही वजह है कि डॉक्टर अक्सर इलाज के दौरान मरीज की ईकोकार्डियोग्राफी (Echocardiography) करवाने की सलाह देते हैं ताकि दिल की स्थिति पर नजर रखी जा सके।
कीमोथेरेपी के दौरान दिल की देखभाल कैसे करें? - How to take care of your heart during chemotherapy
अगर आप कीमोथेरेपी ले रहे हैं, तो दिल की सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इसके लिए कुछ उपाय मददगार हो सकते हैं:
- डॉक्टर द्वारा बताए गए नियमित टेस्ट कराएं
- बैलैंस डाइट लें और नमक-तेल का सेवन कम करें
- धूम्रपान और शराब से पूरी तरह बचें
- हल्की-फुल्की कसरत करें, जैसे वॉकिंग या योग
- स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए मेडिटेशन करें
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डॉक्टर क्या कहते हैं?
डॉ. नीतू पांडे मानती हैं कि कीमोथेरेपी जीवन रक्षक है, लेकिन इसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी होते हैं। सही निगरानी और समय पर जांच से इन खतरों को काफी हद तक टाला जा सकता है। मरीजों को चाहिए कि वे इलाज के दौरान हर छोटे लक्षण को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर को बताएं।
निष्कर्ष
कीमोथेरेपी कैंसर मरीजों के लिए एक अहम और असरदार इलाज है, लेकिन इसका असर दिल की सेहत पर पड़ सकता है। सभी मरीजों में यह समस्या नहीं होती, लेकिन रिस्क फैक्टर वाले मरीजों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। सही निगरानी, बैलेंस लाइफस्टाइल और डॉक्टर की सलाह का पालन करके इस खतरे को कम किया जा सकता है।
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FAQ
अगर कीमोथेरेपी के दौरान सांस फूलना या सीने में दर्द हो तो क्या करें?
तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। यह हार्ट से जुड़ा साइड इफेक्ट हो सकता है और समय पर इलाज जरूरी है।किन कैंसर मरीजों को हार्ट प्रॉब्लम का ज्यादा खतरा होता है?
जिनकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है, जिन्हें पहले से हार्ट डिजीज, डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर है, उनमें यह रिस्क ज्यादा होता है।क्या कैंसर के इलाज में कीमोथेरेपी जरूरी है?
कैंसर के इलाज में कई अलग-अलग तकनीकों का सहारा लिया जाता है, जिसमें कीमोथेरेपी भी एक है।
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Sep 19, 2025 12:26 IST
Modified By : आकांक्षा तिवारीSep 19, 2025 12:26 IST
Published By : आकांक्षा तिवारी