Diseases causing eyelashes falling: आंखों की पलकों का झड़ना भले ही आम लगे लेकिन, झड़कर न लौटना सबसे बड़ी दिक्कत है। इसे हल्के में न लें और नजरअंदाज न करें। दरअसल, यह स्किन से लेकर तमाम प्रकार की सेहत से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है जिनमें कई बीमारियां भी शामिल हैं। कुछ गंभीर बीमारियों की स्थिति में पलकें गायब हो जाती हैं और लौटती नहीं हैं। ऐसे में समझना जरूरी है कि क्या हैं यह स्थितियां, कारण, लक्षण और इनसे बचाव के उपाय। इसी बारे में विस्तार से जानने के लिए हमने Dr. Sweety Darall Tomar, Dermatologist, Dermatosurgeon and Clinical Nutritionist, Skinisma Aesthetics से बात की जिन्होंने बताया कि झड़कर गायब हो रही हैं आंखों की पलकें, असल में क्या समस्या है।
किस बीमारी के कारण पलकें झड़ती हैं-What Disease Causes Eyelashes to Fall Out?
डॉ. स्वीटी बताती हैं कि जबकि कभी-कभार पलकें झड़ना सामान्य है, लगातार या ध्यान देने योग्य पलकें झड़ना, जिसे मैडरोसिस के रूप में जाना जाता है, एक अंतर्निहित मेडिकल कंडीशन का संकेत हो सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण हो सकता है एलोपेसिया एरीटा (alopecia areata) जो एक ऑटोइम्यून स्थिति जहां शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली अपने स्वयं के बालों के रोम पर हमला करती है, जिसमें आंखों के आसपास के रोम भी शामिल हैं। अन्य संभावित कारणों में ब्लेफेराइटिस (blepharitis) शामिल है, जो पलकों के किनारों की एक पुरानी सूजन है जो अक्सर जीवाणु संक्रमण या सेबोरहाइक डर्मेटाइटिस से जुड़ी होती है। ऐसे मामलों में, रोगियों को आंखों के आसपास रेडनेस, खुजली या पपड़ी जमने का भी अनुभव हो सकता है।
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थायरॉइड डिजीज, विशेष रूप से हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म (hypothyroidism and hyperthyroidism), पलकें सहित बालों के विकास चक्र को भी प्रभावित कर सकते हैं। दरअसल, हार्मोनल असंतुलन सामान्य बाल नवीनीकरण प्रक्रिया को बाधित करता है, जिससे समय से पहले पलकें झड़ जाती हैं। फंगल या माइट संक्रमण (डेमोडेक्स) जैसे संक्रमण और एक्जिमा या सोरायसिस जैसी त्वचा की स्थिति भी इसमें योगदान दे सकती है। इसके अलावा भी कई कारण हैं जिसकी वजह से लोगों को यह दिक्कत परेशान कर सकती है। जैसे कि
- कुछ ऑटोइम्यून रोग जैसे, ल्यूपस और स्क्लेरोडर्मा जैसी स्थितियों के कारण पलकें झड़ सकती हैं और इनमें व्यक्ति को अहसास होता है कि यह पलकें दोबारा नहीं उगतीं।
- हार्मोनल स्थितियां जैसे मनोपॉज के कारण भी पलकें झड़ सकती हैं।
- हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी), एचआईवी और एड्स, सिफलिस और टीबी के कारण पलकें झड़ सकती हैं क्योंकि ये गंभीर प्रकार के इंफेक्शन पूरे शरीर को प्रभावित कर सकते हैं।
- स्किन कैंसर की वजह से सिर्फ उस स्थान की पलकें झड़ सकती हैं।
- ट्रिकोटिलोमेनिया, जो एक मानसिक स्वास्थ्य स्थिति जिसमें बाल खींचने या रगड़ने की आदत होती है, इसकी वजह से भी पलकें झड़ जाती हैं।
- पोषण संबंधी कमियां जैसे बायोटिन, विटामिन ई और आयरन जैसे न्यूट्रिएंट्स और विटामिन की कमी से पलकों का स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है और फिर से पूरी तरह से झड़कर साफ हो सकती हैं।
किन लक्षणों पर ध्यान देना है जरूरी?
पलकों का झड़ना अक्सर हम आम समझकर नजरअंदाज कर देते हैं लेकिन कुछ लक्षणों पर ध्यान देना जरूरी हो जाता है क्योंकि यह इस बात का संकेत है कि पलकें क्यों झड़ रही हैं। जैसे कि
-सबसे पहले तो पलकों के आस-पास दिखने वाली रेडनेस, जलन और सूजन इसका कारण हो सकती हैं।
- सामन्य तौर पर पलकों का अधिक झड़ना, जिसे नजरअंदाज न किया जा सके।
- पलकों की रेखा में दिखाई देने वाले अंतर
- आंखों में खुजली या जलन रहना जो लंबे समय तक रहे।
- पलकों पर पपड़ी जमना और इससे दिक्कत महसूस करना।
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रोकखाम के कुछ उपाय
- सबसे पहले तो अपनी पलकों की अच्छी साफ-सफाई पर ध्यान दें। बिल्डअप और जलन को रोकने के लिए अपनी पलकों को प्रतिदिन धीरे से साफ करें। इसके लिए आप ठंडे पानी में रूई डालकर इससे अपनी पलकों को साफ कर सकते हैं।
- पलकों के लिए सीरम या तेल का उपयोग करें जो पलकों के स्वास्थ्य का समर्थन करें।
-अपनी पलकों को रगड़ने या खींचने से बचें और हमेशा सॉफ्ट मेकअप रिमूवर का उपयोग करें।
-सुनिश्चित करें कि पलकों की ग्रोथ के लिए बायोटिन और आयरन से भरपूर चीजों का सेवन करें।
-मेकअप और एक्सटेंशन से ब्रेक लें और अपनी पलकों को आराम करने और ठीक होने का समय दें।
डॉक्टर को कब दिखाएं-
अचानक और अत्यधिक पलकें झड़ना, पलकों के झड़ने के साथ-साथ रेडनेस, जलन या सूजन जैसे अन्य लक्षण भी होना आम न समझें और डॉक्टर को दिखाएं। कीमोथेरेपी और कुछ दवाएं अतिरिक्त कारक हैं। अगर आप अपनी पलकों की रेखा के साथ पतली पलकें या गंजे धब्बे देख रहे हैं, तो प्रमाणित त्वचा विशेषज्ञ से बात करें। इनके मूल कारण की पहचान करके ही इलाज संभव है। कई बार दवाओं से लेकर जीवनशैली में बदलाव तक आपकी पलकों और समग्र नेत्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं।
FAQ
पलकों के बाल घने कैसे करें?
पलकों के बाल घनेकरने के लिए आप अपनी पलकों पर विटामिन ई का तेल लगा सकते हैं। इसके अलावा नारियल तेल लगाने से भी आपकी पलकें घनी हो सकती हैं। साथ ही आप ग्रीन टी बैग भी मदद ले सकते हैं और इन्हें पलकों पर लगा सकते हैं।पलकों को तेजी से वापस कैसे बढ़ाएं?
पलकों को तेजी से बढ़ाने के लिए आप आलू, एलोवेरा जेल में बायोटिन टैबलेट मिलाकर पलकों पर लगा सकते हैं जिससे पलकों की ग्रोथ अच्छी होती है और यह हेल्दी रहते हैं।बादाम का तेल पलकों पर लगा सकते हैं?
हां, बादाम का तेल आप अपनी पलकों पर लगा सकते हैं जो कि पलकों की बनावट को बेहतर बनाने के साथ इसकी ग्रोथ को भी बढ़ावा देते हैं। इसमें विटामिन ई होने के साथ तमाम प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो कि इसकी ग्रोथ को बढ़ावा देते हैं।