
Can Alopecia Affect Pregnancy In Hindi: एलोपेसिया बालों के झड़ने से जुड़ी बीमारी है। इसका कोई इलाज नहीं है। हालांकि, माइल्ड एलोपेसिया होने पर मरीज के बाल अपने आप वापिस लौट सकते हैं। लेकिन, सीवियर एलोपेसिया होने पर इसका डॉक्टर द्वारा इलाज किया जाता है। सामान्यतः एलोपेसिया होने पर बाल वापिस नहीं आते हैं। यह समस्या किसी को भी हो सकती है। खासकर, उन्हें जिन लोगों के परिवार में पहले से एलोपेसिया की समस्या मौजूद है। ऐसे में यह सवाल उठता है कि क्या एलोपेसिया की वजह से प्रेग्नेंसी भी प्रभावित हो सकती है? यह सवाल इसलिए भी जरूरी है ताकि अगर किसी प्रेग्नेंट महिला की फैमिली हिस्ट्री में यह परेशानी है, तो वह पहले से सजग रहें और अपना जरूरी इलाज करवाएं। आइए, एलोपेसिया और प्रेग्नेंसी के बीच किस तरह का संबंध है, इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता और नई दिल्ली के राजौरी गार्डन में स्थित कॉस्मेटिक स्किन क्लिनिक की कॉस्मेटोलॉजिस्ट और त्वचा रोग विशेषज्ञ, डॉ. करुणा मल्होत्रा से जानते हैं।
क्या एलोपेसिया प्रेग्नेंसी को प्रभावित कर सकती है?- Can Alopecia Affect Pregnancy In Hindi
हां, एलोपेसिया प्रेग्नेंसी को प्रभावित कर सकती है। शायद आपको यह जानकर हैरानी हुई हो। लेकिन, इस बात की पुष्टि कनाडा स्थित ब्रिटिश कोलंबिया की एक वेबसाइट donovanmedical से होती है। इस वेबसाइट के मुताबिक, "एलोपेसिया एरीटा एक सिस्टेमेटिक डिजीज है। एलोपेसिया एरीटा से पीड़ित मरीजों के ब्लड में साइटोकाइन्स की संख्या बढ़ जाती है। ध्यान रखें कि साइटोकाइन्स एक तरह की इम्यून रेगुलेटर है, जो कि प्रेग्नेंसी को कई मायनों में प्रभावित करता है। खासकर, प्रेग्नेंसी प्रोसेस में साइटोकाइन्स की अनदेखी नहीं की जा सकती है। इसलिए, अगर किसी को साइटोकिन्स से जुड़ी समस्या है, तो उन्हें ऑटोइम्यून डिजीज होने का रिस्क अधिक होता है। जबकि, उन महिलाओं को ऐसा जोखिम नहीं होता है, जिन्हें एलोपेसिया नहीं है।"
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एलोपेसिया का प्रेग्नेंसी पर असर
मिसकैरेज का जोखिम
विशेषज्ञों की मानें, तो स्वस्थ महिलाओं की तुलना में एलोपेसिया से ग्रस्त प्रेग्नेंट महिलाओं में मिसकैरेज होने का रिस्क अधिक होता है। यही नहीं, लोअर बर्थ रेट भी एलोपेसिया के कारण देखने को मिलता है।
स्वास्थ्य में बदलाव
प्रेग्नेंसी के दौरान महिलाओं के शरीर में कई तरह के बदलाव होते हैं। अगर किसी महिला को एलोपेसिया है, तो उन्हें प्रेग्नेंसी रिलेटेड बदलाव देखने को मिल सकते हैं। जैसे उनका ब्लड वॉल्यम बढ़ सकता है और स्किन पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है।
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एलोपेसिया से पीड़ित प्रेग्नेंट महिला किन बातों का रखें ध्यान
अगर किसी प्रेग्नेंट महिला को एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया है, तो उन्हें अपने स्वास्थ्य पर कड़ी नजर रखनी चाहिए। आपको बता दें कि एंड्रोजेनेटिक एलोपेसिया फिमेल पैटर्न हेयर लॉस को कहते हैं। एलोपेसिया से पीड़ित प्रेग्नेंट महिलाओं को ब्लड टेस्ट और स्कैल्प मॉनिटरिंग करवानी चाहिए।
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