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फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम में लटक जाती हैं आंखों की पलकें, डॉक्‍टर से जानें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम एक स्थिति है जिसमें पलकों का लचीलापन बढ़ जाता है, जिससे वे लटकने लगती हैं और आंखों में जलन, सूजन व दर्द हो सकता है।
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फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम में लटक जाती हैं आंखों की पलकें, डॉक्‍टर से जानें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज


फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम (Floppy Eyelid Syndrome) एक दुर्लभ और असामान्य स्थिति है, जिसमें पलकों की त्वचा ज्‍यादा लचीली और ढीली हो जाती है। इस समस्या के कारण पलकों का सामान्य रूप से काम करना मुश्किल हो जाता है और वे अक्सर लटकने लगती हैं, जिससे आंखों में जलन, खुजली और सूजन की समस्या हो सकती है। यह स्थिति आमतौर पर सोते वक्त ज्‍यादा महसूस होती है, जब पलकों का पूरी तरह से बंद होना मुश्किल होता है। फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम के कारण आंखों में सूखापन, काले घेरे और दर्द जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इस स्थिति का इलाज सर्जरी, आंखों की देखभाल और कभी-कभी हॉर्मोनल उपचार से किया जा सकता है। इस लेख हम फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम पर व‍िस्‍तार से बात करेंगे। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने दुर्गा सहाय नर्स‍िंग होम, यूपी बि‍जनौर के नेत्र रोग व‍िशेषज्ञ डॉ व‍िनीत माथुर से बात की।

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम क्‍या है?- What is Floppy Eyelid Syndrome

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फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम (Floppy Eyelid Syndrome) एक दुर्लभ आंख की बीमारी है जिसमें आंखों की पलकें बहुत ढीली और लचीली हो जाती हैं। इस स्थिति में पलकों का सामान्य रूप से सही तरीके से काम करना मुश्किल हो जाता है और वे आसानी से लटकने लगती हैं। यह समस्या ज्यादातर रात के समय या सोते वक्त महसूस होती है, जब पलकें आंखों से पूरी तरह से बंद नहीं हो पातीं।

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फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम के लक्षण- Floppy Eyelid Syndrome Symptoms

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम के मुख्य लक्षण इस प्रकार हैं-

  • पलकों का लचीलापन ज्‍यादा हो जाता है, जिससे वे आसानी से लटकने लगती हैं।
  • आंखों में जलन, खुजली और सूजन महसूस हो सकती है।
  • पलकों का नॉर्मल तरीके से मूवमेंट न होने के कारण आंखों में दर्द हो सकता है।
  • आंखों के आसपास काले घेरे और सूजन का एहसास हो सकता है।
  • पलकों के ढीले होने के कारण आंखों में ड्राईनेस या बार-बार खुलने की समस्या हो सकती है।

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम के कारण- Floppy Eyelid Syndrome Causes

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम के कई कारण हो सकते हैं-

  • पलकों की ढीली त्वचा का कारण पुरानी चोट या धूप का असर हो सकता है।
  • उम्र बढ़ने के साथ त्वचा में लचीलापन कम हो जाता है, जो पलकों के ढीला होने का कारण बन सकता है।
  • यह समस्या कुछ लोगों में जेनेटिक कारणों से भी हो सकती है, जहां पलकों की संरचना सामान्य से अलग होती है।
  • हॉर्मोनल असंतुलन भी त्वचा के लचीलापन को प्रभावित कर सकती है, जिससे पलकें लटक सकती हैं।
  • इस स्थिति में सोते वक्त पलकें पूरी तरह से बंद नहीं हो पातीं और इस वजह से फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम की संभावना बढ़ सकती है।

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम का इलाज- Floppy Eyelid Syndrome Treatment

  • फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम का इलाज आमतौर पर एक्जामिनेशन पर आधारित होता है।
  • पलकों की स्थिति को सुधारने के लिए सर्जिकल विकल्प हो सकता है, जिसमें पलकों को सामान्य स्थिति में लाने के लिए सर्जरी की जाती है।
  • इस समस्‍या का इलाज करने के ल‍िए आंखों की साफ-सफाई बनाए रखने के लिए कहा जाता है।
  • अगर आंखों में ड्राईनेस और जलन है, तो डॉक्टर आंखों के लिए विशेष आई ड्रॉप्स भी लिख सकते हैं, जो पलकों और आंखों को आराम देने में मदद करते हैं।
  • अगर यह स्थिति स्लीप एपनिया से जुड़ी हुई है, तो सीपीएप मशीन का इस्‍तेमाल किया जा सकता है, जो सोते वक्त सांसों को सामान्य बनाए रखता है।
  • अगर हॉर्मोनल असंतुलन का कारण है, तो डॉक्टर उचित हॉर्मोनल इलाज की सलाह दे सकते हैं।

फ्लॉपी आईलिड सिंड्रोम से बचाव के लिए एक स्वस्थ जीवनशैली और आंखों की सही देखभाल जरूरी है। समय पर डॉक्टर से सलाह लेकर इस बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।

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image credit: drfante.com, wixstatic.com

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