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सर्दियों में बच्चा नहीं रहता है फिजिकली एक्टिव, तो हो सकते हैं ये नुकसान

अगर सर्दियों में बच्चा घर के अंदर मोबाइल में ज्यादा समय बिताएगा, खेल-कूद नहीं करेगा, तो उसका वेट गेन हो सकता है और नींद की कमी भी हो सकती है।
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सर्दियों में बच्चा नहीं रहता है फिजिकली एक्टिव, तो हो सकते हैं ये नुकसान


Disadvantages Of Children Remaining Inactive In Winter In Hindi: सर्दियां बढ़ रही हैं, तो लोगों की एक्टिविटी भी काफी कमी आ रही है। ऐसा इसलिए, क्योंकि ठंड के मौसम में सुबह लोग देर से उठते हैं और फिजिकल एक्टिविटी न के बराबर करते हैं। ऐसा ही कुछ बच्चों के साथ भी होता है। बच्चे ठंड की वजह से घर से बाहर जाकर खेलने के बजाय घर के अंदर बैठकर मोबाइल या स्क्रीन में ज्यादा समय बिताते हैं। क्या आप जानते हैं कि अगर आपके बच्चे ने फिजिकल एक्टिविटी बिल्कुल कम कर दी, तो इससे बच्चे की ओवर ऑल पर्सनलिटी और हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है? दरअसल, घर से बाहर धूप में बच्चों के लिए खेलना बहुत जरूरी है। वहीं, शारीरिक रूप से बच्चे अगर सक्रिय न हों, तो उन्हें कई स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सर्दियों में अगर बच्चा इनएक्टिव रहे, तो उन्हें किस तरह के नुकसान हो सकते हैं। इस संबंध में हमने नवी मुंबई स्थित अपोलो अस्पताल के Lead consultant Pediatric Critical Care Specialist डॉ. नारजोहन मेश्राम से बात की।

ओवर वेट हो सकते हैं- Over Weight

फिजिकली इनएक्टिव रहना सबके लिए नुकसानदायक है। बच्चों के साथ भी ऐसा हो सकता है। अगर वे सारा टाइम घर के अंदर ही बंद रहें और मोबाइल में बैठकर गेम्स खेलते रहें, तो इससे उनका वेट गेन हो सकता है। दरअसल, जब कोई शारीरिक रूप से सक्रिय नहीं रहता है, तो उसकी बॉडी से कैलोरी बर्न नहीं होती है। शरीर में फैट स्टोर होता है। ये अनहेल्दी फैट होता है, जो बच्चों को ओवर वेट बना सकता है।

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बीमारियों का रिस्क बढ़ जाता है- Increase Risk Of Disease

Increase Risk Of Disease

अगर बच्चे बाहर न खेलें और घर के अंदर बंद रहें, तो उन्हें कई तरह की शारीरिक समस्याओं का रिस्क भी बढ़ जाता है। वास्तव में, जब बच्चे धूप की रोशनी में नहीं जाते हैं, तो उनके शरीर में विटामिन-डी की काफी कम हो जाती है। साथ ही, बढ़ता मोटापा उन्हें कई तरह की बीमारियां दे सकता है। विशेषज्ञों की मानें, तो मोटापे की वजह से टाइप-2 डायबिटीज, हाई बीपी जैसी कई बीमारियां हो सकती है। बचपन से ही बच्चां को सक्रिय रखना जरूरी है।

नींद की कमी हो सकती है- Sleep Deprivation

आमतौर पर नींद तब आती है, जब व्यक्ति शारीरिक रूप से थका हुआ होता है। अगर बच्चा घर के अंदर ही रहेगा और फिजिकली इनएक्टिव रहेगा, तो उसके शरीर में थकान नहीं होगी। ऐसे में बच्चे को देर तक नींद नहीं आएगी। वैसे भी स्क्रीन टाइम बढ़ने की वजह से बच्चों को नींद की दिक्कत होती है। फिजिकली इनएक्टिव बच्चे के लिए यह परेशानी बढ़ जाती है। इसलिए, कोशिश करें कि आपका निरंतर बाहर दूसरे बच्चों के साथ खेल-कूद जरूर करें। खासकर, ठंड के मौसम में दिन के समय कुछ देर के लिए घर से बाहर जरूर जाए।

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ध्यानकेंद्रित करने में दिक्कत होती है- Lack Of Concentration

Lack Of Concentration

फिजिकली इनएक्टिव रहने की वजह से बच्चे कोई न सिर्फ शारीरिक परेशानियां होती हैं, बल्कि इसका उसकी मानसिक स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ता है। जब बच्चे का स्क्रीन टाइम बढ़ता है, वह सोता नहीं है, तो इससे उसे ध्यानकेंद्रित करने में दिक्कत आती है। वह किसी भी एक काम को सही से नहीं कर पाता है। ऐसे बच्चे अक्सर चिड़चिड़ हो जाते हैं। इस तरह के बच्चों की स्कूल की परफॉर्मेंस भी धीरे-धीरे खराब होने लगती है। यही नहीं, फिजिकली इनएक्टिव रहने की वजह से बच्चे के स्वभाव गुस्सैल भी हो जाता है। ऐसे बच्चे बेवजह किसी भी बात पर गुस्सा करने लगते हैं।

स्ट्रेस बढ़ने लगता है- Increase Stress

जब बच्चे बाहर खेल-कूद करते हैं, तो इससे उनके शरीर में काफी ज्यादा मात्रा में फील-गुड हार्मोन रिलीज होता है, जो उन्हें टेंशन से दूर रखती है। वहीं, अगर बच्चा घर के अंदर रहता है, फिजिकली इनएक्टिव रहता है, तो उसके हार्मोन में उतार-चढ़ाव होने लगते हैं। नतीजतन, उसमें स्ट्रेस का स्तर बढ़ने लगता है। वह कभी भी बेवजह डल हो जाता है और दूसरों से बातचीत करने से बचने लगता है।

अक्सर पूछे जाने वाले सवाल- Frequently Asked Questions

सर्दियों में बच्चे बीमार क्यों पड़ते हैं?

सर्दियों के दिनों में बच्चे ही नहीं, बुजुर्ग और कई वयस्क भी बीमार पड़ जाते हैं। अससल में, जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, वे आसानी से बदलते मौसम में बीमार हो जाते हैं। इसमें बुखार, वायरल इंफेक्शन होने का रिस्क बढ़ जाता है।

सर्दी में बच्चे को कितनी बार नहाना चाहिए?

नवजात शिशु की बात करें, तो उन्हें ठंड में रोजाना नहलाने की जरूर तनी है। हफ्ते में दो से तीन बार नहलाना काफी होता है। बाकी दिन आप उसकी स्पंजिंग कर सकते हैं। इसी तरह, छोटे बच्चे को भी रोजाना नहलाना जरूरी नहीं है। हां, उसकी हाईजीन का ध्यान रखना हर मौसम में आवश्यक होता है।

सर्दियों में एक्टिव रहने के लिए क्या करना चाहिए?

ठंड में अक्सर बच्चे बाहर खेलने-कूदने से बचते हैं। बच्चों को बाहर पार्क में खेलने के लिए जरूर भेजें। अगर वह जाने से मना करे, तो आप उसके साथ पार्क में वॉक या रनिंग करने जाएं। इसके अलावा, उसे सइक्लिंग करने के लिए कह सकते हैं।

Image Credit: Freepik

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