डाइट से जुड़े इन 10 मिथ्स को बिलकुल नहीं करना चाहिए फॉलो, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर

Diet Related Myths and Facts: डाइट से जुड़े इन 10 मिथ्स को बिलकुल फॉलो नहीं करना चाहिए। आइये डॉक्टर से जानते हैं इन मिथ्स की सच्चाई के बारे में।
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डाइट से जुड़े इन 10 मिथ्स को बिलकुल नहीं करना चाहिए फॉलो, जानें क्या कहते हैं डॉक्टर


Diet Related Myths and Facts: कुछ लोग डाइट को लेकर काफी एक्टिव रहते हैं। वहीं, कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें न तो हेल्दी डाइट से मतलब होता है और न ही डाइट से जुड़ी बातों से। डाइट के नाम पर तरह-तरह के भ्रामक दावे किए जा रहे हैं। जिन्हें बहुत से लोग बिना सोचे समझने मानने भी लगते हैं। क्या आप भी इन्हीं लोगों में शामिल हैं और डाइट से जुड़े मिथ्स को फॉलो करते हैं? अगर हां, तो यह लेख जरूर पढ़ें। कुछ ऐसे मिथ्स हैं, जिन्हें हमें तत्काल रूप से छोड़ने की जरूरत है। आइये थायरॉइड और डायबिटीज एक्सपर्ट डॉ. अक्षत चढ्ढा से जानते हैं इसके बारे में। 

डाइट से जुड़े मिथ्स

  • कुछ लोग मानते हैं कि गुड़ और शहद डायबिटीज के मरीजों के लिए चीनी से ज्यादा हेल्दी होता है। जबकि, ऐसा नहीं है गुड़ और शहद भी इन मरीजों के लिए चीनी जितना ही नुकसानदायक हो सकता है। 
  • कुछ लोगों का मानना है हाइपरथायरॉइडिज्म के मरीजों को ब्रोकली, पत्ता गोभी और फूल गोभी खाने से परहेज करना चाहिए। जबकि, यह भी पूरी तरह से मिथ है। 
  • यह मिथ लोगों में सबसे ज्यादा प्रचलित है कि वेजिटेरियन लोगों की मील में प्रोटीन की कमी होती (Vegetarian Meal has Low Protein) है। जबकि, छोले, सत्तू, दही, पनीर, सोया, स्प्राउ्टस, राजमा आदि जैसे कई फूड्स हैं, जो प्रोटीन से भरपूर होते हैं। 
 
 
 
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इन मिथ्स पर न करें भरोसा 

  • कुछ लोग मानते हैं कि रागी डायबिटीज के लिए अच्छा होता है। ऐसा बिलकुल नहीं है, ज्यादा मात्रा में या रोजाना रागी खाना आपके ब्लड शुगर लेवल को बढ़ा सकता है। 
  • डायबिटीज के मरीजों को हर 2 घंटे में खाना चाहिए। यह भी एक सामान्य मिथ है, जो पूरी तरह से गलत है। डायबिटिक मरीजों को अपने मील में 3 से 5 घंटे का गैप देना चाहिए। 
  • कुछ लोग ऑलिव ऑयल पर आंख बंद करके भरोसा कर लेते हैं। लेकिन कई बार यह भी नुकसानदायक हो सकता है। इससे फ्री रेडिकल्स के साथ ही अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। 

इन मिथ्स को फॉलो करना हो सकता है नुकसानदायक 

  • बच्चों के लिए फलों से बनी स्मूदी और जूस हेल्दी होता है। यह एक मिथ है। फ्रूट जूस और स्मूदी में फाइबर नहीं होता है, इसलिए यह बच्चों के लिए फायदेमंद नहीं होता है। 
  • हाइपोथायरॉइडिज्म से राहत पाने के लिए ग्लूटेन या डेयरी फ्री प्रोडक्ट्स लेने चाहिए। 
  • कुछ लोग मानते हैं कि शुगर फ्री आइसक्रीम और एनर्जी ड्रिंक्स पीना सेहत के लिए हेल्दी होती है। ऐसा बिलकुल नहीं है। 
  • कुछ लोग मानते हैं कि केवल खाना खाने से ही वजन अच्छा रहता है और बीमारियों से बचाव होता है। 

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