थायराइड के लक्षण बहुत सामान्य होते हैं, लेकिन इसे एक गंभीर बीमारी माना जाता है। थायराइड रोग (Thyroid Disease) 2 प्रकार के होते हैं, हाइपोथायरायडिज्म (अंडर एक्टिव थायराइड) और हाइपरथायराइडिज्म (ओवर एक्टिव थायरइड)। आमतौर पर सबसे ज्यादा रोगी हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidsm) के पाए जाते हैं। हाइपोथायरायडिज्म होने पर व्यक्ति का थायराइड ग्लैंड (Thyroid Gland) पर्याप्त मात्रा में थायरॉक्सिन हार्मोन (Thyroxine Hormone)नहीं बना पाता है, जिससे उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस तरह के थायराइड के आम लक्षण (Symptoms of Hypothyroidism) हैं- थकान लगना, वजन बढ़ना, कब्ज, ठंड के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाना, जोड़ों में दर्द, बालों का झड़ना आदि। हमें बचपन से सिखाया जाता है कि नैचुरल चीजें खाना चाहिए, क्योंकि ये हेल्दी होते हैं। मगर थायराइड रोग में बहुत सारे हेल्दी लगने वाले आहार (Healthy Foods) भी नुकसानदायक साबित हो सकते हैं। इसलिए हम आपको बता रहे हैं 5 ऐसे फूड्स, जो सामान्य लोगों के लिए तो बहुत हेल्दी होते हैं, मगर हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों को इन्हें नहीं खाना चाहिए (Foods to Avoid in Thyroid Disease)।
फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली, सरसों का साग
वैसे तो फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रोकली और सरसों का साग तीनों ही हेल्दी माने जाते हैं। ब्रोकली तो दुनिया की सबसे हेल्दी सब्जियों में भी गिनी जाती है। मगर हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों के लिए ये सब्जियां नुकसानदायक हो सकती हैं। विज्ञान के अनुसार ये सब्जियां एक ही फैमिली की हैं, जिसे क्रुसीफेरस वेजिटेबल्स (Cruciferous vegetables) कहा जाता है। इन सब्जियों को खाने से थायराइड रोगी को घेंघा नामक रोग हो सकता है क्योंकि इन्हें goitrogenic माना जाता है। इन सब्जियों को खाने से थायराइड रोगियों की परेशानियां बढ़ सकती हैं।
इसे भी पढ़ें: Thyroid: थायराइड रोगियों के लिए वरदान से कम नहीं है हल्दी, जानें क्यों फायदेमंद है और कैसे करें प्रयोग
टॉप स्टोरीज़
सोयबीन और सोया से बने प्रोडक्ट्स
सोयाबीन को भी बहुत हेल्दी माना जाता है क्योंकि इनमें प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है। मगर हाइपोथायरायडिज्म के रोगियों को सोयाबीन और सोयाबीन से बने प्रोडक्ट्स (सोया मिल्क, टोफू, सोया बड़ी, सोया चाप) आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल सोयाबीन में एस्ट्रोजन होता है। ये एक ऐसा हार्मोन है, जो थायराइड हार्मोन को कमजोर करता है। इसका मतलब है कि सोयाबीन खाने से आपके थायराइड की हार्मोन बनाने की क्षमता नहीं प्रभावित होगी, मगर शरीर उस बनाए हुए हार्मोन का इस्तेमाल नहीं कर पाएगा। इसलिए थायराइड रोगी सोयाबीन न खाएं, तो बेहतर है।
अलसी के बीज
अलसी को सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसमें ओमेगा-3 फैटी एसिड अच्छी मात्रा में होता है, जो हार्ट के रोगों से और कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से बचाता है। मगर थायराइड के रोगियों के लिए अलसी का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक हो सकता है। थायराइड रोगी थोड़ी मात्रा में (एक दिन में 2 चम्मच) अलसी के बीजों का सेवन कर सकते हैं, मगर अधिक सेवन ठीक नहीं है। इसका कारण यहै कि अलसी में Cyanogen होता है। इसका ज्यादा सेवन हानिकारक हो सकता है। इसके अलावा अलसी भी goitrogenic फूड है, जिसके कारण थायराइड रोगियों को घेंघा हो सकता है।
स्ट्रॉबेरी और आड़ू
फल सभी हेल्दी होते हैं और स्ट्रॉबेरी और आड़ू भी फल हैं, इसलिए ये भी हेल्दी माने जाते हैं। लेकिन अगर आपको हाइपोथायरायडिज्म है, तो आपको इन दोनों फलों से तौबा कर लेनी चाहिए। ये दोनों फल भी आपके शरीर में आयरन को अवशोषित होने से रोकते हैं और थायराइड फंक्शन में बाधक बनते हैं। इसके अलावा अगर आप थायराइड रोग के लिए कोई दवा खा रहे हैं, तो ये फल उसके असर को भी कम कर सकते हैं। इसलिए थायराइड रोगियों को इन्हें भी नहीं खाना चाहिए।
इसे भी पढ़ें: शरीर में आयरन और कैल्शियम की कमी पूरी करेंगे ये 12 शाकाहारी फूड्स, FSSAI के अनुसार सभी को खाना चाहिए इन्हें
चाय और कॉफी
थायराइड रोगियों के लिए कैफीन वाले फूड्स का सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है। चाय और कॉफी दोनों में ही कैफीन होता है, इसलिए आपको इनका सेवन कम कर देना चाहिए। थोड़ी मात्रा में कैफीन लिया जा सकता है, लेकिन अधिक मात्रा में ये नुकसानदायक साबित होगा। वैसे भी अधिक चाय और कॉफी का सेवन अन्य शारीरिक और मानसिक परेशानियों का भी कारण बनता है, जिसके कारण इसे ज्यादा मात्रा में नहीं लेना चाहिए।
ये नैचुरल फूड्स हैं और रोजमर्रा के खानपान में भारतीयों द्वारा इस्तेमाल किए जाते हैं, इसलिए थायराइड रोगी भी इन्हें हेल्दी समझ लेते हैं। मगर इन फूड्स का सेवन उन्हें सावधानी पूर्वक करना चाहिए या अपने चिकित्सक की राय ले लेनी चाहिए।
Read More Articles on Healthy Diet in Hindi