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Can Air Quality 500 Affect Your Heart: आपने पिछली सुबह और आज सुबह यानी मंगलवार को नोटिस किया होगा कि दिल्ली के कई इलाकों की हवा जहरीली हो चुकी है। हैरानी की बात ये है कि पिछले तीनों से दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) लगातार गंभीर श्रेणी में बना हुआ है। सेंट्रल पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अनुसार, दिल्ली के आसपास के कई इलाकों का एयर क्वालिटी 400 के पार दर्ज किया गया। इसमें से 39 में से कुल 25 मॉनिटरिंग स्टेशनों पर एक्यूआई रीडिंग 450 से ऊपर दर्ज की गई। आनंद विहार, बवाना, आईटीओ, जहांगीरपुर, रोहिणी, अशोक विहार, वजीरपुर, नरेला और विवेक विहार स्थानों पर एक्यूआई रीडिंग 490 से ऊपर दर्ज की गई। रोहिणी में 500-स्केल पर 499 एक्यूआई (AQI) रीडिंग दर्ज की गई। इन सब जगहों की हवा इतनी खराब है कि उन्हें सीवियर कैटेगरी में डाला गया है। खराब होते एयर क्वालिटी (AQI) के स्तर के कारण स्कूलों में ऑनलाइन मोड से पढ़ाई शुरू हो चुकी है। इसी से आप अंदाजा लगा सकते हैं कि यह दमघुट हवा हार्ट के मरीजों के लिए कितनी घातक साबित हो सकती है। असल बात ये है कि अगर हार्ट के मरीजों ने 500 पार हो चुकी एयर क्वालिटी (AQI) को गंभीरता से नहीं लिया, तो उनकी सेहत बुरी तरह प्रभावित हो सकती है, वे बीमार हो सकते हैं और गंभीर मामलों में यह जानलेवा भी साबित हो सकती है। इस लेख में नोएडा ग्रेटर नोएडा स्थित कैलाश हॉस्पिटल में Consultant Cardiologist डॉ. सुनील कुमार मंडल आपको बताएंगे कि हार्ट के मरीज बढ़ते एक्यूआई में किस तरह की सावधानियां बरत सकते हैं।
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500 पार एक्यूआई में हार्ट के मरीज रहें एलर्ट- Special Considerations For Heart Patients In AQI 500
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बेसिक प्रोटेक्शन का रखें ध्यान
चूंकि, अब दिल्ली-एनसीआर की एयर क्वालिटी 500 के पार जा चुकी है और शहर के कई इलाकों में यह 400 पार है। इसका मतलब है कि हार्ट के रोगियों को इस जहरीली हवा में जाने से बचना है। अगर जाना बहुत जरूरी है, तो बेसिक प्रोटेक्शन का जरूर ध्यान रखें। यानी जहरीली हवा में कदम रखने से पहले मास्क जरूर पहनें। बिना मास्क के बिल्कुल घर से बाहर कदम न रखें।
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घर में एयर प्यूरिफायर यूज करें
दिल्ली-एनसीआर में रह रहे लोग लंबे समय से टॉक्सिक एयर में सांस ले रहे हैं। शायद इसी वजह से उन्हें इसकी आदत हो गई है, लेकिन अगर आप हार्ट के मरीज हैं, तो इसे हल्के में न लें। आपको बता दें कि जितनी जहरीली हवा घर से बाहर है, उतनी ही हवा घर के अंदर भी है। इसलिए, घर के अंदर एयर प्यूरिफायर जरूर रखें। उसे सही तरह से यूज करें और बाहर की दमघुट हवा में एक्सरसाइज भी न करें।
एंटी-पल्यूशन सप्लीमेंट्स लें
हार्ट के मरीज बहुत सेंसिटिव होते हैं। एक्यूआई 500 से ज्यादा हो, तो उससे डील करना आसान नहीं होता है। इस कंडीशन में बहुत जरूरी है कि हार्ट के पेशेंट्स एंटी-पल्यूशन सप्लीमेंट्स लें। सवाल है, एंटी-पल्यूशन सप्लीमेंट्स क्या हैं? एक्सपर्ट्स कहते हैं विटामिन सी, ई, कर्क्युमिन और बीटा केरोटीन युक्त चीजों को अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं। इसके अलावा, बी-कॉम्प्लेक्स विटामिन और विटामिन डी भी एंटी-पल्यूशन सप्लीमेंट्स का हिस्सा होते हैं। हार्ट के मरीजों के लिए यह बहुत लाभकारी है और इससे इम्यूनिटी बूस्ट होती है, जो कि उन्हें पल्यूशन के प्रभाव से लड़ने की क्षमता को बढ़ाती है।
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भूलकर भी न करें ये चीजें
इस जहरीली हवा में सांस लेना अपने आप में टॉक्सिक है। इसके साथ ही, हार्ट के मरीजों को कुछ चीजों को करने से भी बचना है, जैसे-
- स्मोकिंग करने से बचें।
- कमरे के अंदर स्मोकिंग न करें।
- घर के अंदर मोमबत्ती आदि जलाने से बचें।
- घर के दरवाजों को खुला न छोड़ें।
निष्कर्ष
दिल्ली-एनसीआर में रह रहे हार्ट के मरीज बहुत ज्यादा सावधान रहें। बेवजह घर से बाहर न निकलें और जब भी बाहर जाएं, मास्क जरूर पहनें। यही नहीं, घर से निकलना हो, तो एक्यूआई मॉनिटर करना जरूरी होता है। वैसे भी इन दिनों एक्यूआई 500 पार है। इनमें PM2.5 पार्टिकल्स होते हैं, जो कि सांस के जरिए हमारे अंदर चले जाते हैं और ब्लड में घुल जाते हैं। ऐसे में हार्ट के लिए प्रॉपर तरीके से काम करना मुश्किल हो जाता है और हार्ट संबंधी बीमारियों के होने का जोखिम बढ़ जाता है। हार्ट के मरीज इस जहरीली हवा में बिना मास्क पहने न निकलें और हमेशा अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखें।
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FAQ
क्या खराब एयर क्वालिटी आपके दिल को प्रभावित कर सकती है?
एक्सपर्ट्स का कहना है कि एयर पल्यूशन एथेरोस्क्लेरोसिस के विकास और प्रोग्रेस में सहायक होता है। आपको बता दें कि एथेरोस्क्लेरोसिस हृदय की धमनियों की दीवारों में जमा होने वाली एक प्रकार की पट्टिका है, जो हार्ट डिजीज का कारण बनती है। वैसे भी खराब एयर क्वालिटी के कारण हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का जोखिम भी बढ़ जाता है।किस प्रदूषण से अनिद्रा और हृदय की धड़कन बढ़ती है?
वैसे तो मौजूदा जीवनशैली भी अनिद्रा और हार्ट रेट को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। हालांकि, वायु प्रदूषण आपके हृदय और ब्लड फ्लो को नुकसान पहुंचाती है। इससे हृदय की धड़कन बढ़ती है।कौन सी बीमारी हवा प्रदूषण के कारण होती है?
एयर पल्यूशन यानी खराब एयर क्वालिटी के कारण कई सारी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है। इसमें सांस संबंधी समस्या जैसे अस्थमा और सीओपीडी, हृदय संबंधी रोग जैसे स्ट्रोक और इस्केमिक हार्ट डिजीज और कैंसर शामिल हैं। यहां तक कि डायबिटीज और फैटी लिवर डिजजी का खतरा भी बढ़ता है।
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Dec 16, 2025 13:30 IST
Modified By : Meera TagoreDec 16, 2025 13:30 IST
Modified By : Meera TagoreDec 16, 2025 13:30 IST
Published By : Meera Tagore