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आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान जरूर करें योग, जानें किस दिन कौन-सा योगासन करना चाहिए?

IVF ट्रीटमेंट के दौरान सफलता पाने के लिए जरूरी है कि आप पूरी प्रक्रिया के दौरान कुछ ऐसे योगासन करें, जो आपके ट्रीटमेंट को सफल बना सकें। 
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आईवीएफ ट्रीटमेंट के दौरान जरूर करें योग, जानें किस दिन कौन-सा योगासन करना चाहिए?


खराब लाइफस्टाइल, खानपान और शारीरिक समस्याओं के कारण महिलाओं में इनफर्टिलिटी की समस्या बढ़ती जा रही है। कई बार महिलाएं अपने खानपान और लाइफस्टाइल में बदलाव करके बांझपन की समस्या को कम करने की कोशिश करती हैं, लेकिन कई बार इनफर्टिलिटी को सही करना मुश्किल हो जाता है, जिस कारण महिलाएं चाह कर भी नेचुरल तरीके से कंसीव नहीं कर पाती हैं। लेकिन आज के समय में साइंस ने इतनी तरक्की कर ली है कि इनफर्टिलिटी के बावजूद कई कपल्स पेरेंट्स बन सकते हैं। इन्हीं इलाजों में से एक है IVF, जो एक लंबा प्रोसेस है। IVF की मदद से सेलेब्स को भी माता-पिता बनने का मौका मिला है। लेकिन कई बार कुछ महिलाओं और पुरुषों का IVF अनसक्सेस रह जाता है, जिसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसे में अगर आप भी IVF की मदद से पेरेंट्स बनने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको यह जरूर पता होना चाहिए कि इस प्रक्रिया के दौरान आपको अपने फिजिकल हेल्थ का भी खास ध्यान रखने की जरूरत है। महिला प्रजनन और योग एक्सपर्ट महक खन्ना ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके IVF को सफल बनाने के लिए इस प्रक्रिया के अलग-अलग चरणों में कुछ योगासन करने की सलाह दी है। आइए जानते हैं IVF ट्रीटमेंट के दौरान सफलता पाने के लिए किस प्रक्रिया के दौरान महिला को कौन-सा योग करना चाहिए?

IVF ट्रीटमेंट के दौरान कौन-सा योगासन करें? 

1. ओव्यूलेशन इंडक्शन के दौरान

IVF ट्रीटमेंट के दौरान ओव्यूलेशन इंडक्शन के दौरान आप विपरीत करणी यानी लेग्स-अप-द-वॉल पोज करें। यह मुद्रा श्रोणि में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ाने में मदद करती है और आपके शरीर को रिलेक्स करती है। 

2. ट्रिगर शॉट डे

आईवीएफ ट्रीटमेंट से गुजरने वाली महिलाएं एक ट्रिगर शॉट लेती हैं ताकि अंडे कलेक्शन के लिए बढ़ सकें। इस प्रक्रिया के दौरान आप विपरीत करणी योगासन के अभ्यास को जारी रखें, क्योंकि यह आसन आपके शरीर को आराम देता है और ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर रखता है। 

इसे भी पढ़ें: IVF ट्रीटमेंट में मेल फर्टिलिटी क्यों जरूरी है? जानें इनफर्टिलिटी आईवीएफ की सफलता दर को कैसे करती है प्रभावित

3. एग रिट्रीवल डे

IVF ट्रीटमेंट के इस प्रक्रिया के बाद आराम करने की कोशिश करें और योगासन समेत किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधियों को करने से बचें। अगर आप इस प्रक्रिया के बाद अच्छा महसूस करती हैं तो अपने डॉक्टर की सलाह पर 1 या 2 दिनों के बाद सुप्त बद्ध कोणासन और विपरीत करणी जैसे आसान योग आसन फिर से शुरू कर सकते हैं।

4. भ्रूण स्थानांतरण से 1 दिन पहले

इस प्रक्रिया के दौरान आप सर्वांगासन (कंधे पर खड़े होकर) करने वाला आसन कर सकते है। यह उलटा आसन शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाने और प्रजनन अंगों को बढ़ावा देने में मदद करते हैं। भ्रूण स्थानांतरण से 1 दिन पहले इस आसन का अभ्यास करें।

5. भ्रूण स्थानांतरण डे

भ्रूण स्थानांतरण के बाद सुप्त बद्ध कोणासन का अभ्यास करें, जो आपके शरीर के आराम को बढ़ावा देकर शरीर को स्वस्थ रखता है। आप विपरीत करणी का भी अभ्यास कर सकते हैं। 

इसे भी पढ़ें: IVF in Diabetes: डायबिटीज है और आईवीएफ के बारे में सोच रही हैं? जानें इससे जुड़ी सावधानियां और सफलता दर

6. भ्रूण स्थानांतरण के बाद 

IVF में आपके गर्भ में भ्रूण ट्रंस्फर करने के बाद विपरीत करणी, सुप्त बद्ध कोणासन जैसे योगासन करने का अभ्यास करें, जो आपके शरीर को आराम दिलाने और ब्लड फ्लो को बेहतर रखने में मदद करेंगे। 

 

 

 

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A post shared by Mahak Khanna ☘️(Women’s Yoga, Fertility, Prenatal (Download App) (@yogawithmahak)

IVF टीटमेंट की प्रक्रिया के दौरान आप इन योगासनों का अभ्यास कर सकते हैं, लेकिन ध्यान रहे सभी महिलाओं की स्वास्थ्य स्थिति अलग-अलग होती है, इसलिए किसी भी तरह की शारीरिक गतिविधि करने से पहले अपने डॉक्टर से कंसल्ट जरूर कर लें। 

Image Credit: Freepik

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