आज के दौर में लाइफस्टाइल का असर आपके स्वास्थ्य पर देखने को मिलता है। देर रात तक जागना, जंक फूड खाने का बढ़ता क्रेज और एक्सरसाइज की कमी के कारण लोगों को कमजोरी, आलस और मोटापा होने की संभावना अधिक होती है। वहीं मोटापा आपके शरीर में कई रोग उत्पन्न करने की एक बड़ी वजह माना जाता है। मोटापे के कारण मोटाबॉलिज्म प्रक्रिया प्रभावित होती है, जो आपके चलकर डायबिटीज और ब्लड प्रेशर होने की संभावना को बढ़ते हैं। इसी वजह से देश में बीते दशक में डायबिटी और ब्लड प्रेशर के रोगियों में तेजी से इजाफा हुआ है। लेकिन, यदि आप दिनचर्या और डाइट को संतुलित बनाते हैं तो इससे आपको लाइफस्टाइल से जुड़े रोग होने की संभावना बहुत कम हो जाती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं योग करने से आपको मानसिक और शारीरिक समस्याओं से बचाव होता है। दिल्ली के एएस फिटनेस सेंटर के योग इंस्ट्रक्टर और हेल्थ कोच साईं श्रीवास्तव से जानते हैं कि 30 से अधिक आयु के पुरुषों की योगासनों को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाना चाहिए।
30 के बाद पुरुषों को कौन से योगासन करने चाहिए? - Yoga Asanas For Men After 30s In Hindi
भुजंगासन (Bhujangasana - Cobra Pose)
ऑफिस में घंटों डेस्क जॉब के कारण लोगों को सबसे पहले पेट के आसपास के हिस्से में मोटापा बढ़ने की समस्या का सामना करना पड़ता है। पेट की चर्बी के कम करने के लिए और पोश्चर को सही बनाए रखने के लिए आपको भुजंगासन का नियमित अभ्यास करना चाहिए। इससे पीठ और कंधों की अकड़न दूर होती है। साथ ही, तनाव और मानसिक आराम मिलता है। इसे करने के लिए आप पेट के बल लेट जाएं और हथेलियों को कंधे की समान जमीन पर रखें। इसके बाद शरीर को कंधों से ऊपर की ओर ले जाएं लेकिन कमर को जमीन पर ही रहने दें।
ताड़ासन (Tadasana - Mountain Pose)
जब आप घंटों कंप्यूटर पर बैठते हैं तो ऐसे में आपको गर्दन और कमर से जुड़ी समस्याओं का जोखिम बढ़ जाता है। ताड़ासन करने से शरीर में खिंचाव आता है। इसे करने के लिए आप सीधे खड़े हो जाए, इसके बाद आप एड़ी को उठाकर पंजों पर खड़े हो जाए और शरीर को ऊपर की ओर खींचे। इस स्थिति में कुछ सेकंड रूके और फिर नॉर्मल स्थिति में आ जाएं।
वीरभद्रासन (Virabhadrasana - Warrior Pose)
समय के साथ शरीर की मांसपेशियों में कमजोरी आ सकती है। यह आसन जांघों, कंधों और पीठ की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में मदद करता है। सात ही, चीजों को फोकस करने की क्षमता में सुधार करता है। इसे करने के लिए आप दोनों पैरों को लगभग 3-4 फीट की दूरी पर फैलाएं। इसके बाद दाएं पैर को 90 डिग्री बाहर की ओर मोड़ें और बाएं पैर को थोड़ा अंदर की ओर मोडें। इस दौरान अपने हाथों को कंधे की सीध में फैला लें और सामने की ओर देखें।
वज्रासन (Vajrasana - Thunderbolt Pose)
हमेशा बैठे रहने की जॉब करने से आपकी पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है। साथ ही इससे आपको कब्ज और गैस की समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में आप वज्रासन का अभ्यास नियमित रूप से क र सकते हैं। इस करने के लिए आप घुटनों के बल बैठ जाएं। इस दौरान पीठ और गर्दन सीधी रखें, हाथ घुटनों पर रखें। इस आसन को आप खाने के बाद 10 से 15 मिनट तक कर सकते हैं।
शवासन (Shavasana - Corpse Pose)
योग अभ्यास का यह सबसे आसान अभ्यास हो सकता है। इसके नींद की क्वालिटी में सुधार होता है। साथ ही, मानसिक शांति मिलती है और तनाव तेजी से कम होने लगता है। इसे करने के लिए आप पीठ के बल लेट जाएं। हाथ और पैर थोड़ा फैलाकर रखें, हथेलियां ऊपर की ओर। आंखें बंद करें और पूरा शरीर ढीला छोड़ दें। इस अभ्यास को करते समय 5-10 मिनट तक गहरी सांस लेते रहें। यह आपकी नींद में सुधार करने में मदद करता है।
इसे भी पढ़ें: तनाव दूर करने के लिए करें सांसों का योगाभ्यास, योग एक्सपर्ट से जानें इसका सही तरीका
अगर 30 की उम्र पार कर चुके हैं और फिट रहना चाहते हैं तो योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। योगासन आपको शारीरिक और मानसिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करते हैं। याद रखें, शुरुआत धीरे-धीरे करें लेकिन नियमितता बनाए रखें। योग न सिर्फ आपको स्वस्थ बनाएगा, बल्कि जीवन को संतुलित और सकारात्मक भी बनाएगा।
FAQ
क्या 30 साल की उम्र के बाद योग शुरू करना फायदेमंद है?
बिल्कुल! यह उम्र शरीर का ध्यान रखने के लिए आदर्श होती है। योग से मांसपेशियां मजबूत होती हैं, पाचन और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होता है।क्या पुरुषों के लिए अलग तरह के योग होते हैं?
योग सभी के लिए है, लेकिन पुरुषों की शारीरिक बनावट और समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कुछ आसन ज्यादा लाभकारी होते हैं, जैसे वीरभद्रासन, भुजंगासन आदि।कितने समय तक रोज योग करना चाहिए?
रोजाना 30 से 45 मिनट तक योग करना पर्याप्त होता है। शुरुआत हल्के आसनों से करें और धीरे-धीरे समय और कठिनाई बढ़ाएं।