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आपकी खुशियों को निगल सकती हैं रोजाना की ये 5 आदतें, आज से ही करें सुधार

हैप्पी हार्मोन हमारे मूड को प्रभावित करता है, जिससे हम खुशी महसूस करते हैं। लेकिन, हमारी रोजाना की कुछ आदतें अक्सर हैप्पी हार्मोन्स को कम करने का कारण बन सकती हैं। 
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आपकी खुशियों को निगल सकती हैं रोजाना की ये 5 आदतें, आज से ही करें सुधार


दुनिया में हर व्यक्ति खुश रहना चाहता है, खुद को खुश रखने के लिए लोग वजहों को ढूंढते हैं। लेकिन, क्या आपको पता है हमारे खुश रहने या दुखी होने की वजह हमारी शरीर के अंदर ही छिपी होती है। जी हां, हमारे शरीर में कुछ हार्मोन्स ऐसे होते हैं, जो हमारे खुशी का कारण बनते हैं, जैसे डोपामाइन, सेरोटोनिन, ऑक्सीटोसिन और एंडोर्फिन। जब हमारे शरीर में इन हार्मोन्स का लेवल कम होता है, तो हम दुख महसूस करने लगते हैं, तनाव बढ़ जाता है, मूड स्विंग की समस्या बढ़ जाती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि हमारी रोजाना की कुछ आदतें अक्सर इन हैप्पी हार्मोन्स को प्रभावित करती है, जिससे हमारा अच्छा मूड भी खराब हो जाता है। आइए एनआईटी फरीदाबाद में स्थित संत भगत सिंह महाराज चैरिटेबल हॉस्पिटल के जनरल फिजिशियन डॉ. सुधीर कुमार भारद्वाज से जानते हैं रोजाना कि वे कौन-सी आदतें हैं, जो हैप्पी हार्मोन्स को प्रभावित करती हैं?

रोजाना की ये आदतें हैप्पी हार्मोन को कर सकती है खत्म - Daily Habits That Secretly Kill Your Happy Hormones in Hindi

हमारी रोजाना की कुछ आदतें ऐसी होती है, जो हमारे शरीर में हैप्पी हार्मोन्स को नकारात्मक असर डाल सकती हैं, जैसे-

1. नींद की अनदेखी करना

अगर आप नियमित रूप से अपनी नींद पूरी नहीं कर रहे हैं तो इसका इसका असर सीधे आपके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ता है। सोने के दौरान हमारा शरीर सेरोटोनिन और डोपामाइन जैसे हार्मोन को संतुलित करता है। ऐसे में जब आप रातभर जागते हैं तो या कम नींद लेते हैं तो आपका मूड खराब रहने लगता है। इतना ही नहीं, लंबे समय तक और नियमित रूप से नींद पूरी न करने पर आपको डिप्रेशन, चिड़चिड़ापन और तनाव की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए रोजाना कम से कम 7 से 8 घंटे की नींद पूरी करने की कोशिश (happy hormone badhane ke upay) करें, सोने से पहले स्क्रीन टाइम सीमित करें और सोने का एक निश्चित समय तय करें।

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2. कैफीन ज्यादा लेना खाना स्कीप करना

सुबह, दोपहर, शाम या रात को कैफीन का सेवन करना और इस कारण अपने खाने को छोड़ देना भी आपकी खुशियों के हार्मोन्स को प्रभावित करता है। कैफीन आपको एक्टिव रहने में जरूर मदद कर सकती है, लेकिन यह आपके शरीर के नेचुरल डोपामाइन हार्मोन के स्तर को बिगाड़ सकता है। इसके साथ ही, भोजन न करना या छोड़ देने की आदत भी आपके शरीर में ब्लड शुगर लेवल के गिरने का कारण बन सकता है, जिससे मूड स्विंग्स और शरीर में एनर्जी की कमी हो सकती है। इसलिए, अपने हैप्पी हार्मोन्स को संतुलित रखने के लिए संतुलित आहार लें और कैफीन का सेवन सीमित मात्रा में करें।

3. धूप न लेना

सुबह की हल्की धूप हमारे शरीर के लिए बहुत जरूरी मानी जाती है। इससे शरीर में नेचुरल तरीके से विटामिन डी की कमी पूरी करने में मदद मिलती है। इतना ही नहीं, विटामिन डी सीधे सेरोटोनिन हार्मोन से जुड़ा है। ऐसे में जब आप सारा दिन बंद जगहों पर रहते हैं, तो आपके शरीर को पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी नहीं मिल पाता है, जिससे मूड स्विंग, थकान और उदासी की भावना (happy hormone kyu kam hota hai) बढ़ सकती है। इसलिए आप हर दिन कम से कम सुबह की हल्की धूप में 10 से 15 मिनच समय गुजारें।

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4. शारीरिक गतिविधियां नहीं करना

शारीरिक गतिविधि करना शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी जरूरी होता है। इसलिए, अगर आपके रूटीन में फिजिकल एक्टिविटी नहीं है तो यह आपके खुशी के हार्मोन को खत्म करने का बड़ा कारण बन सकता है। एक्सरसाइज करने से एंडोर्फिन नाम का फील गुड हार्मोन रिलीज होता है, जो तनाव को कम करने, और आपके मूड को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसलिए जरूरी है कि हैप्पी हार्मोन्स को बनाए रखने के लिए आप रोजाना कम से कम 30 मिनट की हल्की शारीरिक गतिविधियां अपने रूटीन में शामिल करें।

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5. हर समय बिना कारण तनाव लेना

आज के समय में ऑफिस स्ट्रेस, घर का काम और तेज रफ्तार भरी जिंदगी में तनाव लेना लोगों के लिए काफी आम हो गया है। लेकिन, तनाव लेने से आपके शरीर में कोर्टिसोल यानी तनाव हार्मोन बढ़ता है, जो डोपामाइन और सेरोटोनिन जैसे हैप्पी हार्मोन्स को दबा देता है और मूड खराब होने, नींद में कमी और मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए. आप कम से कम तनाव लेने की कोशिश करें, रोजाना खुद को शांत करने के लिए मेडिटेशन करें, गहरी सांसें लें (how to increase happy hormones in body) और ऐसा काम करें, जिसे करने से आपको खुशी मिलती है।

निष्कर्ष

रोजमर्रा की हमारी छोटी-छोटी आदतें हैप्पी हार्मोन्स पर गहरा असर डालती हैं। इसलिए, अगर हम अपनी इन आदतों में बदलाव करते हैं, जो हमारी मूड अच्छा रहेगा, जिसका असर न सिर्फ मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा, बल्कि ये शारीरिक स्वास्थ्य को भी बेहतर रखने में काफी फायदेमंद होता है।
Image Credit: Freepik

FAQ

  • शरीर में हैप्पी हार्मोन कैसे बढ़ाएं?

    शरीर में हैप्पी हार्मोन्स बढ़ाने के लिए जरूरी है कि आप सुबह की हल्की धूप लें, हेल्दी डाइट लें, नींद पूरी करे, अपना मनपसंद काम करें और मेडिटेशन करें।
  • हैप्पी हार्मोन कौन-कौन से होते हैं?

    हमारे शरीर में 4 मुख्य हैप्पी हार्मोन्स होते है, जो हमारी मूड को सकारात्मक तरीके से प्रभावित करते हैं। इन हार्मोन्स में डोपामाइन, सेरोटोनिन, एंडोर्फिन और ऑक्सीटोसिन शामिल हैं।
  • उदासी में कौन सा हार्मोन बढ़ता है?

    उदासी या डिप्रेशन की स्थिति में हमारे शरीर के कई हार्मोन्स में उतार-चढ़ाव आते हैं, जिसमें कोर्टिसोल हार्मोन मुख्य है। कोर्टिसोल हार्मोन को तनाव हार्मोन के रूप में भी जाना जाता है।

 

 

 

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