
Can Vitamin D Deficiency Cause Pigmentation: प्रदूषण, गंदगी और सही देखभाल न कर पाने की वजह से स्किन पर कई तरह की समस्याएं शुरु हो जाती है। लेकिन, कई बार यह समस्याएं शरीर में होने वाले बदलावों का भी लक्षण हो सकती है। खानपान से जुड़े ज्यादातर मामलों में लोगों को मालूम ही नहीं होता कि उनकी किन गलतियों की वजह से स्किन पर मुंहासे, दानें, झाइयां आदि की समस्या हो रही है। डॉक्टर्स बताते हैं कि यदि शरीर में विटामिन डी या अन्य पोषक तत्वों की कमी हो तो उसका प्रभाव स्किन पर देखने को मिलता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या विटामिन डी की कमी के कारण पिगमेंटेशन की समस्या हो सकती है। इस लेख में डॉ विजय सिंघल, सीनियर कंसल्टेंट डर्मेटोलॉजी, श्री बालाजी एक्शन मेडिकल इंस्टिट्यूट में जानते हैं कि क्या वाकई विटामिन डी की कमी से पिगमेंटेशन होता है? इसके लक्षण, कारण और समाधान क्या हैं?
विटामिन डी और त्वचा के बीच संबंध - Connection Between Vitamin D And Skin In Hindi
त्वचा शरीर का सबसे बड़ा अंग है और विटामिन D का उत्पादन भी त्वचा के जरिए ही सूर्य के संपर्क में आने पर होता है। विटामिन D स्किन सेल्स के ग्रोथ, रिपेयर और सुरक्षा में सहायक होता है। यह त्वचा की जलन, संक्रमण और सूजन को भी नियंत्रित करता है। जब शरीर में विटामिन D की कमी हो जाती है, तो त्वचा की रिपेयर होने की प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है। इसका असर त्वचा की टोन, टेक्सचर और रंग पर भी पड़ता है।
क्या विटामिन D की कमी से पिगमेंटेशन हो सकता है?
हालांकि यह पूरी तरह वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुआ है कि विटामिन D की कमी सीधे पिगमेंटेशन का कारण बनती है, लेकिन कई केस स्टडीज और मेडिकल रिपोर्ट्स इस बात की ओर संकेत करती हैं कि विटामिन D की कमी से मेलानिन का असंतुलन हो सकता है, जो त्वचा में काले धब्बे या रंग बदलने की वजह बन सकता है।

विटामिन डी की कमी से स्किन पर दिखने वाले लक्षण
- सूखी और त्वचा का बेजान होना
- चेहरे या गर्दन पर गहरे भूरे या काले धब्बे
- त्वचा पर असमान रंगत
- सूरज के संपर्क में आने पर रैशेज या जलन होना आदि।
विटामिन डी की कमी किन लोगों में ज्यादा पाई जाती है?
- जो लोग ज्यादातर समय घर के अंदर रहते हैं
- जिनकी त्वचा गहरी (melanin-rich) होती है
- बुजुर्ग और गर्भवती महिलाएं
- जिनकी डाइट में विटामिन D युक्त खाद्य पदार्थ नहीं होते।
- जो लोग लंबे समय से सनस्क्रीन का अत्यधिक उपयोग करते हैं।
पिगमेंटेशन को दूर करने के घरेलू उपाय - Home Remedies For Pigmentation In Hindi
- एलोवेरा जेल: त्वचा को ठंडक देता है और स्किन टोन सुधारता है।
- कच्चा आलू: इसमें मौजूद एंजाइम पिगमेंटेशन को हल्का कर सकते हैं।
- हल्दी और दही का पैक: त्वचा को पोषण देता है और रंगत को निखारता है।
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विटामिन डी की कमी का हमारी त्वचा पर भी गहरा असर पड़ता है। हालांकि यह पिगमेंटेशन का एकमात्र कारण नहीं है, लेकिन यह त्वचा की सेहत को बिगाड़ने में एक बड़ा योगदान दे सकता है। सही समय पर पहचान और उपचार से त्वचा की सुंदरता और स्वास्थ्य दोनों को सुरक्षित रखा जा सकता है।
FAQ
क्या केवल धूप से ही विटामिन डी की कमी पूरी की जा सकती है?
नहीं, धूप एक प्रमुख स्रोत है लेकिन इसके अलावा विटामिन डी युक्त आहार और सप्लीमेंट्स भी जरूरी होते हैं, खासकर उन लोगों के लिए जो धूप में नहीं जा पाते।पिगमेंटेशन को केवल क्रीम्स से ठीक किया जा सकता है क्या?
नहीं, अगर पिगमेंटेशन का कारण अंदरूनी है जैसे कि विटामिन D की कमी, तो केवल बाहरी उपायों से फायदा नहीं होगा। अंदर से भी पोषण देना जरूरी है।कितने समय में विटामिन D की कमी दूर की जा सकती है?
यह व्यक्ति की उम्र, जीवनशैली और शरीर की स्थिति पर निर्भर करता है। आमतौर पर 4–12 सप्ताह में सुधार देखा जा सकता है यदि सही डाइट और सप्लीमेंट्स लिए जाएं।
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