Gas and Intestinal cancer: गैस और एसिडिटी की समस्या आजकल आम होती जा रही है। खराब लाइफस्टाइल और डाइट इसका बड़ा कारण है लेकिन आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि अगर ये दिक्कत लंबे समय तक रहे तो इसे आपको हल्के में नहीं लेना चाहिए। दरअसल, गैस की समस्या कभी यूंही नहीं होती खासकर कि ये लंबे समय तक रहे। एसिड रिफ्लक्स की समस्या बार-बार हो रही है तो इसका मतलब है कि आपके पेट में जरूरत से ज्यादा एसिड का प्रोडक्शन हो रहा है। ये आपके पेट के अस्तर को भी प्रभावित कर सकता है। इस दौरान एक सवाल ये उठता है कि क्या लंबे समय तक रहने वाली गैस की समस्या आंतों के कैंसर का संकेत है? क्या इसे लेकर हमें परेशान होना चाहिए, जानते हैं इस बारे में डॉ. साद अनवर, कंसलटेंट-सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी एंड जी. आई कैंसर सर्जरी, अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल कानपुर से।
लंबे समय तक रहने वाली गैस की समस्या आंतों के कैंसर का संकेत है?
डॉ. साद अनवर बताते हैं कि लंबे समय तक गैस की समस्या होना हमेशा आंतों के कैंसर का संकेत नहीं होता। सामान्य तौर पर गैस बनना खानपान, पाचन संबंधी गड़बड़ी, कब्ज, एसिडिटी, ज्यादा तैलीय या मसालेदार भोजन, धूम्रपान या तनाव जैसी आम वजहों से होता है। यह अक्सर हानिरहित होता है और सही डाइट व जीवनशैली से ठीक हो सकता है लेकिन अगर गैस की समस्या लगातार बनी रहती है और इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी दिखें, जैसे
- -अचानक वजन घटना
- -खून आना
- -लगातार दस्त या कब्ज रहना
- -पेट में गांठ या लगातार दर्द रहना तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
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ऐसे मामलों में यह आंतों की किसी गंभीर बीमारी, यहां तक कि कैंसर का भी संकेत हो सकता है। इसलिए, केवल गैस होना कैंसर का लक्षण नहीं है, लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहे और साथ में गंभीर लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से जांच करानी चाहिए।
इसके अलावा एसिडिटी, आंतों के कैंसर से कई कारणों से जुड़ा हुआ है जिसमें मुख्य है इसोफेगस का पेट के एसिड के संपर्क में लंबे समय तक रहना जिससे कैंसर विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा एसिड का ज्यादा बनाना सूजन को बढ़ावा देता है, जिससे एक ऐसा वातावरण बनता है जो ट्यूमर के विकास और कैंसर का कारण हो सकता है।
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तो शुरुआती अवस्था में आंतों के कैंसर के लक्षणों की पहचान करें ताकि इलाज जल्दी और संभव हो। बेहतर है कि लगातार गैस की समस्या को हल्के में न लें और समय रहते विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें। इसके अलावा जरूरी है कि डाइट में उन फूड्स को कम करें जिससे एसिडिटी की समस्या होती है। इसके अलावा हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को फॉलो करें ताकि आप इस स्थिति के शिकार न हो।
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Sep 24, 2025 16:45 IST
Published By : Pallavi Kumari