गले में होने वाली तमाम तकलीफ और इन्फेक्शन से बचने के लिए गरारे (Gargle) करना बेहद फायदेमंद माना जाता है। गले की खराश, दर्द या बलगम जैसी तमाम दूसरी समस्याओं में गरारे करना सबसे प्रभावी घरेलू नुस्खा माना जाता है। गले की गंदगी साफ करने और ओरल हाइजीन के लिए गरारा जरूर करना चाहिए। यहां तक कि सर्दी-जुखाम और खांसी की समस्या में भी गरारा करने से फायदा मिलता है। कोरोनाकाल में भी संक्रमण से बचने के लिए लोग नमक और गर्म पानी के गरारे को प्राथमिकता दे रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि गरारे करने का सही तरीका (Correct Way to Gargle) क्या है? गरारे करते समय किन गलतियों से बचना चाहिए और दिन में कितनी बार गरारे किये जा सकते हैं? अगर नहीं तो आइये जानते हैं इस आर्टिकल में।
क्या है गरारा करने का सही तरीका? (Correct Way to Gargle)
गरारे करना आपकी ओरल हाइजीन के लिए बेहद जरूरी और फायदेमंद माना जाता है। गरारा करने से गले और मुंह के उन हिस्सों से बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद मिलती है जहां आप ब्रश या फ्लॉसिंग का असर नहीं होता है। गले इन्फेक्शन व गंदगी से बचने के लिए गरारे का सहारा लेना फायदेमंद होता है। आइये जानते हैं गरारा करने का सही तरीका (How to Gargle?) क्या है?
1. गरारे करने के लिए एक साफ और बैक्टीरिया मुक्त कप या गिलास का लें।
2. गिलास में जरूरत के हिसाब से ही गरारे के लिए घोल या लिक्विड का इस्तेमाल करें, शुरुआत में कम से कम लिक्विड का इस्तेमाल करें।
3. गरारे के लिए इस्तेमाल होने वाले घोल की जितना हो सके उतनी मात्रा अपने मुहं में लें और मुहं और गले अंदर बाहर करें।
4. अपने सिर को पीछे की तरफ झुकाएं और घोल को निगले बिना अपना मुंह खोलकर गले से आवाज करते हुए गरारा करें। इस दौरान गले के पिछले हिस्से में छोटे फ्लैप, एपिग्लॉटिस को बंद रखने की कोशिश करें।
5. लगभग 20 सेकंड या उससे अधिक समय के बाद आप घोल को थूक दें।
6. लगभग 2 से 3 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं और इसके बाद मुहं को कुल्ला करके साफ कर लें।
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गरारा करते समय इन 5 गलतियों से बचें (Avoid These Mistakes While Gargling)
सही तरीके से नियमित गरारा करने से गले को फायदा मिलता है। एक व्यक्ति को जब तक संभव हो गरारे करने की कोशिश करनी चाहिए। गरारा करते वक्त इस बात का ध्यान रहे कि यह घोल आपके गले से अंदर न जाए। कुछ लोग गर्म पानी से गरारा करते हैं उन्हें यह ध्यान रखना चाहिए कि अधिक गर्म पानी का इस्तेमाल गरारे के लिए नुकसानदायक हो सकता है। गरारे करते समय होने वाली इन सामान्य गलतियों को दोहराने से बचना चाहिए।
1. साफ और बैक्टीरिया मुक्त कप या गिलास का इस्तेमाल गरारा करने के लिए करना चाहिए, हो सके तो इसके लिए एक गिलास अलग से रखना चाहिए।
2. अल्कोहल वाले माउथवाश से गरारा करने से बचना चाहिए। इससे फायदे की जगह नुकसान भी हो सकते हैं।
3. गरारा करने के लिए अधिक गर्म पानी का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, इससे मुहं और गले में छाले पड़ने का डर रहता है।
4. सादे पानी के अलावा किसी दूसरे घोल या माउथवाश से गरारे करते समय यह ध्यान रहे कि घोल गले से अंदर न जाने पाए।
5. गरारा करते समय सिर को हमेशा नीचे (पीछे की ओर) करके रखना चाहिए, इससे गले तक घोल अच्छी तरह से पहुंच जाता है।
गरारे करने के फायदे (Gargling Benefits)
नियमित रूप से गरारा करने से गले की गंदगी साफ होती है और गले में इन्फेक्शन का खतरा कम होता है। गरारे से मुहं की भी अच्छी तरह से सफाई हो जाती है। नियमित और सही तरीके से गरारा करने के ये फायदे होते हैं।
- - मुहं और दांत की अच्छी तरह से सफाई होती है।
- - गले की गंदगी दूर कर उसे इन्फेक्शन के खतरे से बचाने में सहायता मिलती है।
- - पीएच लेवल को सामान्य बनाये रखने में फायदा मिलता है।
- - सर्दी, खांसी या गले की खराश में फायदा मिलता है।
- - वायरल इन्फेक्शन और टॉन्सिल जैसी समस्या में फायदा मिलता है।
- - गले में दर्द और छालों की समस्या में फायदा होता है।
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हमें उम्मीद है गरारा करने को लेकर द्वारा दी गयी यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी। गरारे करने के तमाम लाभ होते हैं। इसे करते समय ऊपर बताई गयी बातों का ध्यान रखना चाहिए। अगर आपको गले या मुहं से जुड़ी कोई बीमारी या समस्या है तो ऐसी स्थिति में गरारे करने से पहले अपने चिकित्सक से सलाह जरूर लेनी चाहिए।
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