What Is The Correct Way To Exercise: फिट और एक्टिव रहने के लिए रोज वर्कआउट करना जरूरी है। अगर आप वर्कआउट रूटीन में ब्रेक लेते हैं, तो इससे आपकी सेहत पर फर्क पड़ सकता है। कुछ लोग कई दिनों तक लगातार एक्सरसाइज करते हैं। लेकिन कुछ दिनों या महिनों के लिए ब्रेक ले लेते हैं। ऐसा करने से बॉडी पर असर पड़ता है। इससे फिटनेस मेंटेन रखना आपके लिए मुश्किल हो सकता है। वहीं कई लोग रोज इंटेंस वर्कआउट ही करते रहते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है फिटनेस मेंटेन रखने के लिए रोज इंटेंस वेट ट्रेनिंग करना सही है या नहीं? अगर नहीं, तो एक्सरसाइज करने का सही तरीका क्या है? इस बारे में जानकारी देते हुए हॉलिस्टिक हेल्थ कोच और एक्सरसाइज फिजियोलॉजिस्ट कपिल कनोडिया ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है। आइये लेख के माध्यम से जानें इस बारे में।
पहले जानें क्या हमेशा इंटेंस वेट ट्रेनिंग करना सही है?
कुछ लोग मसल्स बनाए रखने और फिटनेस मेंटेन रखने के लिए रोज इंटेंस वेट ट्रेनिंग करते हैं। एक्सपर्ट से मुताबिक एक्सरसाइज का यह तरीका हमेशा फॉलो करना ठीक नहीं है। क्योंकि जब हमारी बॉडी पर दवाब पड़ रहा होता है, तो हमारी बॉडी रिकवर नहीं कर पाती है। रिकवर न होने के कारण परफॉर्मेंस बेहतर होने के बजाय ज्यादा खराब होने लगती है। लगातार शरीर में दवाब पड़ने के कारण टेंडन्स और लिगामेंट भी वीक होने लगते हैं। इसके कारण वर्कआउट के दौरान चोट लगने की संभावना बढ़ सकती है।
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वर्कआउट करने का सही तरीका क्या होना चाहिए? What Is The Correct Way To Do Workout
एक्सपर्ट के मुताबिक हमेशा इंटेंस वेट ट्रेनिंग करना ठीक नहीं है। क्योंकि इससे चोट लगने की संभानवा बढ़ सकती है। अब सवाल आता है फिर वर्कआउट करने का सही तरीका क्या होना चाहिए? ऐसे में आप एंड्यूरेंस ट्रेनिंग कर सकते हैं। जहां आप अपना रेजिस्टेंस वेट कम कर देते हैं और वेट लिफ्टिंग रिफिटेशन 15 से 20 बार कर देते हैं।
एंड्यूरेंस ट्रेनिंग करने से बॉडी में क्या बदलाव आते हैं?
एंड्यूरेंस ट्रेनिंग करने से बॉडी में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर हो जाता है और ऑक्सीजन का फ्लो भी बेहतर होता है। इसके साथ ही, एंड्यूरेंस ट्रेनिंग करने से बॉडी का रिकवरी रेट बढ़ जाता है। इससे टेंडन्स और लिगामेंट भी स्ट्रांग होते हैं और बॉडी में एनर्जी बनी रहती है। इसके बाद जब आप दुबारा वेट ट्रेनिंग शुरू करते हैं तो आपको ज्यादा फायदे मिलते हैं। बेहतर रिजल्ट के लिए 4 से 5 सप्ताह तक वेट ट्रेनिंग करने के बाद एंड्यूरेंस ट्रेनिंग करना शुरू करें।
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इस लेख में हमने जाना कि हमेशा एक ही तरीके की ट्रेनिंग करने से बॉडी को नुकसान होता है। क्योंकि इससे मसल्स पर बुरा असर पड़ रहा है। इसलिए अपने वर्कआउट रूटीन में समय-समय पर बदलाव करते रहें। इसके साथ ही, खुद ही कोई चेंज करने के बजाय किसी फिटनेस एक्सपर्ट से सलाह लें। लेख में दी गई जानकारी पसंद आई हो, तो शेयर करना न भूलें।
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